मुरादनगर गंग नहर पर महिलाओं के चेंजिंग रूम में कैमरा लगाकर अश्लील वीडियो बनाने वाले महंत की असलियत हो सकती है बहुत भयानक, मोबाइल में 300 से अधिक महिलाओं के वीडियो मिले

Report By : S A Betab

गाजियाबाद. मुरादनगर में ‘छोटा हरिद्वार’ कहे जाने वाले गंगनहर घाट परिसर में महिला चेंजिंग रूम के ऊपर महंत मुकेश गोस्वामी ने सीसीटीवी कैमरा लगा रखा था. एक महिला की शिकायत के बाद महंत के मोबाइल पुलिस ने जब्त किया था. अब इस मामले में बड़ा खुलाया हुआ है. मोबाइल में 300 से अधिक महिलाओं के वीडियो मिले हैं. इनमें 70 से ज्यादा फुटेज चेंजिंग रूम की बताई जा रही हैं. पुलिस मोबाइल को पुराना डेटा रिकवर करने के लिए लैब में भेजने की तैयारी कर रही है.

जब्त किए गए महंत के मोबाइल की बारीकी से जांच की जा रही है. महंत के मोबाइल में पांच दिन की रिकॉर्डिंग मिली है. पांच दिन के अंदर सैकड़ों महिलाओं ने चेंजिंग रूम में कपड़े बदले थे. पुलिस को अंदेशा है कि महंत बहुत समय से महिलाओं का वीडियो बना रहा था. सीसीटीवी सिर्फ महंत के मोबाइल से कनेक्ट था, जबकि शनि मंदिर घाट की जिम्मेदारी महंत का बेटा, उनकी पत्नी और अन्य लोग संभालते थे.

पुलिस को शक है कि महंत किसी गिरोह से मिला हुआ था, जो ऐसी वीडियो क्लिप खरीदते हैं. महंत के मोबाइल का पिछला डेटा रिकवर करने के लिए उसे लैब भेजने की तैयारी की जा रही है. महिला ने 21 मई को ही मुरादनगर थाने में इस संबंध में तहरीर दी थी. पुलिस ने 22 मई को महंत का मोबाइल अपने कब्जे में ले लिया और 23 मई की रात को महिला की तहरीर पर महंत मुकेश गोस्वामी के खिलाफ रिपोर्ट दर्ज कर ली गई थी. यदि 21 मई को महंत को हिरासत में लेकर पूछताछ शुरू कर दी जाती तो सभी राज सामने आ जाते, लेकिन पुलिस ने महंत को फरार होने का मौका दिया है.


इससे पहले भी महंत पर सोने के आभूषणों को लिए लोगों को नहर में डूबा कर हत्या करने के गंभीर आरोप लगे थे। वहीं भाजपा विधायक ने भी एसएसपी और जिलाधिकारी को पत्र लिखकर जांच किये जाने की मांग की थी। हलांकि परिसर में कैमरा लगवाने तक ही यह जांच सीमित रह गई और डूब कर होने वाली मौतों का अब तक पता नहीं चल सका है।

दरअसल,ग़ाज़ियाबाद के मुरादनगर की एक महिला अपनी बेटी के साथ गंगनहर के छोटा हरिद्वार में नहाने गई थी। जिसके बाद उसे जानकारी हुई कि चेंजिंग रूम के सीसीटीवी कैमरे की लाइव वीडियो महंत मुकेश गोस्वामी मोबाइल पर देखता है। महिला ने जाकर थाने में शिकायत कर दी। जांच के दौरान पहुंची पुलिस ने मौके पर जाकर जांच की तो मामला सही निकला। पुलिस को महंत के मोबाइल में महिलाओं के कपड़ा बदलने की तीन सौ से ज्यादा क्लिप मिली, जिसके बाद पुलिस ने मुकदमा दर्ज कर जांच शुरू कर दी।
इधर, महंत ने मीडिया से कहा कि उसका कैमरा चेंजिंग रूम में नहीं लगा है। जिस कैमरे की शिकायत हो रही है, वो करीब ही लगा हुआ है। बंदरों ने उसका मुंह घुमा दिया था। हमने केस दर्ज करने वाली महिलाए से माफी मांग ली है।

पुलिस ने जब्त कर लिया मोबाइल

इस मामले में पुलिस ने मुकदमा दर्ज करने के बाद मुकेश गोस्वामी की तलाश में छापा मारा, लेकिन तब तक वह फरार हो गया। मुकेश गोस्वामी का मोबाइल और सीसीटीवी कैमरे की DVR जब्त कर लिया गया है।

डीसीपी देहात विवेक चंद्र यादव ने बताया महिला द्वारा चेंजिंग रूम के बाहर सीसीटीवी लगाकर उसका एक्सेस मोबाइल पर लाइव फील्ड के रूप में लेने की और महिलाओं को कपड़े बदलते हुए लाइव देखने की शिकायत महिला द्वारा दर्ज कराई गई थी, जिसके बाद पुलिस ने थाना मुरादनगर में मुकदमा दर्ज कर लिया है। आरोपी की तलाश के लिए टीमों का गठन कर दिया गया है।

महंत के खिलाफ पहले से ही कुछ आपराधिक मामले दर्ज हैं। पुलिस ने IPC की धारा 354, 354G, 504, 506 के तहत मुकदमा दर्ज किया है।वहीं, पुलिस अब मामले की जांच में जुटी है। पुलिस ने सीसीटीवी को जब्त कर लिया और अन्य महंत से पूछताछ कर रही है।

सिंचाई विभाग ने चलाया अवैध दुकानों पर बुलडोजर

पुलिस के मुकदमा दर्ज करने के बाद सिंचाई विभाग भी एक्टिव हो गया है। मंदिर का महंत होने की आड़ में मुकेश गोस्वामी ने घाट पर अनाधिकृत दुकानों का निर्माण कर रखा था। इन दुकानों में पूजा व अन्य सामान की बिक्री होती है।10-11 दुकानें बना ली थीं। इन दुकानों को किराए पर देकर वो कमाई भी कर रहा था। इन्हें अवैध बताकर हटाने के लिए गोस्वामी को
नोटिस भी भेजा गया था, लेकिन उसने कोई जवाब तक नहीं दिया था। मुकदमा दर्ज होते ही सिंचाई विभाग ने भी एक्शन लेते हुए इन दुकानों को बुलडोजर बुलाकर ध्वस्त कर दिया है। इस दौरान किसी भी तरह की आशंका से निपटने के लिए भारी संख्या में पुलिस बल भी तैनात था।

सिंचाई विभाग ने चलाया अवैध दुकानों पर बुलडोजर.

सोने के आभूषणों के लिए हत्या करने के लगे थे आरोप

जुलाई 2018 में गंगनहर यानी छोटा हरिद्वार में लूट के लिए लोगों को डुबो कर मारने का मामला भी सामने आया था। इस मामले में लोनी के विधायक नंदकिशोर गुर्जर के लेटर के बाद तत्कालीन डीएम रितु माहेश्वरी ने जांच भी की थी। जुलाई 2018 में गोताखोरों ने नहर में डूब रही एक युवती को बाहर निकला था। युवती की सोने की चेन उसके गले से गायब थी,जिसके बाद युवती ने गोताखोरों पर गले से सोने की हार तोड़ने का आरोप लगाया था।

युवती का आरोप था कि नहाते वक्त पहले कोई मेरी टांगों को पकड़कर नहर के बीच ले जाने लगा। इसके बाद युवती ने जब जोर से अपने पैर झिड़के तो उसका पांव छूट गया। इसी बीच एक गोताखोर ऊपर से उसपर कूद पड़ा और बचाने के नाम पर उसके गले से चैन झपट लिया। नहर से बाहर आने के बाद जब लड़की ने शोर मचाया और वहां मौजूद लोग इकठ्ठे हो गए तो गोताखोर ने चैन लौटा दिए।

भाजपा विधायक के पास शिकायत लेकर पहुंच रहे थे लोग

एक पत्रकार को भाजपा विधायक नन्दकिशोर ने बताया उस समय क्षेत्र के कई डूबे हुए लोगों के परिजन इस तरह की शिकायत लेकर पहुंच रहे थे। इसी के बाद उन्होंने मामले में गाजियाबाद के डीएस से हस्क्षेप करने के लिए पत्र लिखा था। उनके मुताबिक इस कथित छोटा हरिद्वार में यहां के स्वयंभू बाबाओं और निजी गोताखोरों की मदद से लोगों को पहले डुबोने और फिर लाश निकालने के नाम पर गोरखधंधा चल रहा था।


भाजपा विधायक द्वारा जिलाधिकारी को 2018 में लिखा गया शिकायती पत्र.

विधायक से शिकायत करने पहुंच रहे लोगों के मुताबिक गोताखोर पहले स्नान करने आए लोगों को डुबोकर पत्थर से बांध देते थे। डूबने वाले व्यक्ति के परिजनों की मिन्नत के बाद मोटी रकम की डिमांड पूरी होने पर शव की तलाशी के नाम पर उसे नहर से निकालकर परिजनों को दे दिया जाता था।भाजपा विधायक नंदकिशोर गुर्जर ने मंदिर पर कई सवाल उठाये थे, उनका कहना था कि नहाने वाले लोगों को गोताखोर जबरदस्ती नहर में डूबो देते थे। विधायक ने बताया जून 2018 में करीब एक दर्जन लोगों को इस नहर मेंं डूबोकर मार दिया गया। गाजियाबाद की लोनी विधानसभा सीट से भाजपा विधायक नंदकिशोर गुर्जर ने छोटा हरिद्वार मंदिर को अवैध बताया था। उन्होंने दावा किया था कि इस जगह को गलत तरीके से कुछ लोग हरिद्वार के समकक्ष तीर्थ स्थल के रूप में प्रचारित किया गया। उन्होंने कहा था कि वह नहर है और नहर को हरिद्वार के रूप में प्रचारित करना लोगों की आस्था से खिलवाड़ करना है।

 एक पत्रकार से बातचीत करते हुए विधायक ने कहा है पूरे मामले की शिकायत के बाद अधिकारियों ने जांच की थी और कैमरे लगवाए गए थे। लेकिन अपराध करने वाले अपराध करना नहीं छोड़ते हैं। महंत ने एक नया रास्ता खोज लिया। इस घटना के सामने आने के बाद,अब 2018 में हुई घटनाओ को लेकर एक बार पुनः अधिकारियों को जांच के लिए पत्र लिखा जाएगा।



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