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मुलायम के नक्शे कदम पर चलकर मुस्लिम नुमाइंदगी पार्लियामेंट में खत्म कर रहे हैं अखिलेश यादव?

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 बरेली, समाजवाद के अलमबरदार मुलायम सिंह यादव जिसने चंद्रशेखर के साथ जिंदगी भर साथ न छोड़ने की क़सम खाकर  अपनी सरकार ही नहीं बचाई थी बल्कि भाजपा के लिए पूरा माहौल भी तैयार कर दिया था, 91 के चुनाव में उन्हीं की पार्टी समाजवादी जनता पार्टी के बैनर तले एवं सजपा के चुनाव चिन्ह चक्र में हल धरे किसान पर ही चुनाव लड़ा, Mustaqim Mansoori  चुनाव में जहां केंद्र में कांग्रेस सरकार बनी वहीं उत्तर प्रदेश में भाजपा सरकार बन गई, क्योंकि मुलायम सिंह चाहते भी यही थे, उत्तर प्रदेश से कांग्रेस को दूर रखना और खुद को स्थापित करने के लिए इसके अलावा कोई और रास्ता था ही नहीं, मुलायम सिंह के करीबी या ज्यादा जो साथ रहे हैं, वह सब जानते हैं मुलायम का कहना था या तो हम या भाजपा, क्योंकि अगर कोई और पार्टी आई तो हम 15 साल पिछड़ जाएंगे, इसी के तहत मुलायम की राजनीति सांप्रदायिकता के इर्द-गिर्द घूमती रहती थी, इसका सीधा-सीधा फायदा या तो भाजपा को होता था या फिर सपा को यही कारण है कि सपा सरकार में दंगों का रास्ता खुला रहता था, और एक तरफ खुली छूट होती थी, 1990 से लेकर अब तक का रिकॉर्ड तो यही बताता है, चंद्रशेखर और उनकी पार

72 साल के भेदभाव और अन्याय के विरोध और धर्म के आधार पर भेदभाव वाले अनुच्छेद 341 के विरुद्ध दिया गया धरना

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 नई दिल्ली (अनवार अहमद नूर) राजधानी दिल्ली में आज अनुच्छेद 341 के ख़िलाफ़ मुस्लिम और ईसाई दलितों का संयुक्त विरोध-प्रदर्शन, काउंसिल ऑफ दलित क्रिश्चियन, जमीयत उलमा-ए-हिंद, कैथोलिक बिशप कॉन्फ्रेंस ऑफ इंडिया, नेशनल काउंसिल ऑफ चर्चेज ऑफ इंडिया के नेतृत्व में  किया गया। जिसमें अनेक धार्मिक विद्वानों ने भाग लिया। कहा गया कि अनुसूचित जाति आदेश, 1950 के पैरा 3 के तहत धर्म के आधार पर ईसाईयों और मुसलमानों को अनुसूचित जातियों के अधिकारों और छूट से वंचित कर दिया गया है। यह आदेश 10 अगस्त 1950 को भारत के राष्ट्रपति द्वारा जारी किया गया था। यह एक धर्मनिरपेक्ष देश में घोर अन्याय और धर्म के आधार पर भेदभाव है और भारत के संविधान के मूल सिद्धांतों के खिलाफ भी है। हालांकि इस आदेश के पैरा 3 में क्रमशः 1956 और 1990 में संशोधन किया गया ताकि अनुसूचित जाति के भीतर सिखों और बौद्धों को अनुसूचित जाति के अधिकार प्रदान किए जा सकें लेकिन फिर भी ईसाइ और मुसलमान अभी भी इससे बाहर हैं। यही कारण है कि अनुसूचित जाति के ईसाई और मुसलमान 10 अगस्त को ’ब्लैक डे’ या ’राष्ट्रीय विरोध दिवस’ के रूप में मनाते हैं। दलित ईसाइयों और दल

सपा सुप्रीमो अखिलेश यादव और बसपा सुप्रीमो मायावती के सहयोग से उत्तर प्रदेश में भाजपा लगातार हो रही है मज़बूत, आखिर क्यों ?

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बेताब समाचार एक्सप्रेस के लिए मुस्तकीम मंसूरी की खास रिपोर्ट लखनऊ, उत्तर प्रदेश विधानसभा चुनाव 2022 में भाजपा को प्रचंड बहुमत हासिल होने में सपा और बसपा की भूमिका को गौर करें तो वर्ष 2007 से 12 तक मायावती ने उत्तर प्रदेश की सत्ता संभाली जिसमें उत्तर प्रदेश की मुख्यमंत्री रहते मायावती पर भ्रष्टाचार के कई आरोप प्रत्यारोप सपा और भाजपा द्वारा लगाए गए, उसके बाद 2012 के चुनाव में उत्तर प्रदेश की जनता ने मुलायम सिंह यादव के नेतृत्व में सपा को पूर्ण बहुमत देकर उत्तर प्रदेश की सत्ता मुलायम सिंह को सौंप कर मायावती को सत्ता से बेदखल कर दिया, यहां गौरतलब है की उत्तर प्रदेश की जनता ने 2012 के चुनाव में मुलायम सिंह के चेहरे पर वोट किया था, ना कि अखिलेश यादव के चेहरे पर परंतु मुलायम सिंह ने अपनी विरासत अपने पुत्र अखिलेश यादव को मुख्यमंत्री बना कर उनके हवाले कर दी, अखिलेश यादव के मुख्यमंत्री बनते ही सबसे पहले मुलायम परिवार में सियासी तौर पर मुलायम के उत्तर अधिकारी शिवपाल सिंह यादव ने बगावत कर अखिलेश यादव को नेता मानने से इनकार कर अपनी अलग पार्टी बना प्रगतिशील समाजवादी पार्टी लोहिया बना ली, और समाजवादी

भजपा का खौफ़ दिखाकर मुसलमानों का वोट पाने वाले अखिलेश यादव ने मुसलमानों के साथ किया धोखा और यादवों को दिया भरपूर मौक़ा,

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  बेताब समाचार एक्स्प्रेस के लिए मुस्तक़ीम मन्सूरी की रिपोर्ट,  लखनऊ, समाजवाद के अलमबरदार जातिवाद, परिवारवाद के खिलाफ और सबके लिए समान अधिकार की बात करने वाले अखिलेश यादव पर यादव वाद के आरोप लगने लगे हैं, की विधानसभा चुनावों में मुस्लिम मतदाताओं ने अखिलेश यादव की पार्टी सपा को एक तरफा वोट दिए, परन्तु जब बात एम एल सी बनाने की आई तो अखिलेश यादव ने पूरी तरह यादव वाद अपनाते हुए जातिवाद का चश्मा पहनकर 35 में से 16 यादवों को प्रत्याशी बना दिया, अखिलेश यादव के यादव वाद पर बसपा ने कुछ इस तरह चुटकी लेते हुए कहा की मुस्लिम मतदाता अगर इसी तरह सपा को वोट देते रहेंगें, तो समाजवादी पार्टी इसी तरह यादवों को आगे बढ़ाती रहेगी, आपको बताते चले राजनीतिक जानकारो का मानना है, कि उत्तर प्रदेश में मुस्लिम मतदाताओ ने अखिलेश यादव पर पूरा भरोसा किया और एक तरफा वोट सपा को दिए हैं, परन्तु अखिलेश यादव मुस्लिमो को प्रतिनिधित्व नहीं दे पा रहे हैं, यदि मुस्लिम मतदाता सपा से खिसक गया तो सपा की हालत भी बसपा की तरह ही हो जाएगी, जब भाजपा दावा करती है कि मुस्लिम महिलाओं ने हमें वोट दिया है, तो यह बात सुनकर अपने आप को सेक्य

राजनीति नही व्यवस्था परिवर्तन के लिए 49 मेरठ दक्षिण विधानसभा की आवाम का शुक्रिया--गादरे*

राजनीति नही व्यवस्था परिवर्तन के लिए 49 शहर विधानसभा की आवाम का प्यार देने के लिए शुक्रिया बहुजन मुक्ति पार्टी के मुझको साथ, वोट और सपोट किया। मैं खास तौर पर अपनी पार्टी एवं ए आइ एम आइ एम के लोगो पदाधिकायो ओर अपने दोस्तों साथियो का कर्ज़दार हूँ। जिन्होंने इस इलेक्शन में दिलो जान से मेहनत की हमे लगभग 15 दिन का वक़्त मिला जो एक चैलेंज था। विधानसभा चुनाव के लिए लेकिन साथियो ने इस चैलेंज को कबूल किया।                     हमारी लड़ाई हार जीत से ज्यादा हिस्सेदारी ओर वजूद की है। जो आगे भी जारी रहेगी। नतीजा कुछ भी हो हमे परवाह नही।  हमे फख्र रहेगा! हमने आंधियो में चिराग जला दिया और लोगो को राह दिखाई। हमारे  समाज मे हमारे अपने कुछ खुदगर्ज लोग समाज को गुमराह कर रहे। जो कुछ लोग कुछ असामाजिक तत्व प्रवृत्ति के लोग जाहिलियत से दलाली करने के लिए समाज को दूषित कर रहे हैं। कुछ लोग समाज के ठेकेदार बनकर समाज को सही दिशा देने के बदले जमीनदोज करने की भूमिका निभा रहे हैं। आज जबकि सही दिशा नही व्यवस्था परिवर्तन के लिए सही विचार धारा से जुड़कर परिवर्तित करने मे सहयोग दिया जाना चाहिए। आइये अपनी लड़ाई खुद लड़े!  *रा

*काँग्रेसी EVM देवता यंत्र से देश को बचाना हो तो 1857 जैसी क्रांति लानी होगी*

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*नोट:--इस परिपेक्ष में सपा-प्रसपा-शिवसेना-मनसे-तेजस्वी यादव-तेजप्रताप यादव कि नूरा-कुश्ती वाला खेल व जनता को उल्लू बनाओ अभियान केंद्र में पंडित पुजारी कि काँग्रेस-BJP के अलावाँ किसी तीसरी पार्टी कि सरकार न बनने पावे उसे रोकने के लिए पंडित पुजारी कि पार्टी काँग्रेस-BJP कि सरकार हर समय केंद्र में बनती रहे उसके लिए सारा खेल खेला जा रहा है परन्तु न जाने काँग्रेस-BJP कि चाल अन्य बड़े दल के अम्बेडकर-वादी छुट भैये अवसरवादी नेताओ के समझ मे क्यों नही आ रही है या अन्य बड़े दल के नेता समझकर भी कुछ समझना नही चाहते है BSP कि मुखिया भीमवादी दलित शेरनी बहन मायावती जी तो काँग्रेस-BJP कि घटिया चाल से बखूबी वाकिफ है परन्तु अकेली होने के बाद भी काँग्रेस-BJP का अंत करने मे सक्षम मे परन्तु EVM-कोलजियम उन्हे भी धूल चटाने मे सफल होते चले जा रहा है आओ इसका सच जानते है* *(1)--बाबा-साहेब के आदेश अनुसार OBC के उत्थान के लिए SC ST भाईयों कि भाँति OBC भाईयों को भी लोकसभा-राज्यसभा-विधान सभा तथा विधान परिषद आदि में राजनैतिक आरक्षण देने के लिए तथा संविधान के आर्टिकल 340 कि रक्षा करने के लिए MUSLIM SC ST OBC शूद्र कला

कांग्रेस के वरिष्ठ नेताओं ने प्रेस कॉन्फ्रेंस को संबोधित किया और तीव्र बिजली संकट पर गहरी चिंता व्यक्त की, इसे केंद्र शासित प्रदेश प्रशासन और केंद्र सरकार की कुल विफलता बताया।

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  कांग्रेस चाहती है कि परिसीमन आयोग का मसौदा प्रस्ताव तत्काल सार्वजनिक किया जाए। इश्फाक वागे की रिपोर्ट  जम्मू, 20 दिसंबर : कांग्रेस ने आज जम्मू-कश्मीर के अधिकांश हिस्सों में बिजली संकट पर गहरी चिंता व्यक्त की और केंद्र शासित प्रदेश प्रशासन और केंद्र सरकार पर कड़ा प्रहार किया।  ब्लैक आउट के कारण लोगों की अब तक की सबसे बुरी पीड़ा के लिए। संयुक्त संवाददाता सम्मेलन को संबोधित करते हुए जेकेपीसीसी के नवनियुक्त कार्यकारी अध्यक्ष श्री रमन भल्ला, मुख्य प्रवक्ता रविंदर शर्मा, महासचिव श्री योगेश साहनी और टी.  मनमोहन सिंह ने पूरे केंद्र शासित प्रदेश में बिजली और पानी के संकट से निपटने में पूरी तरह विफल रहने के लिए प्रशासन पर निशाना साधा। उन्होंने इसे अब तक का सबसे खराब संकट करार दिया, जिससे सभी नागरिकों विशेषकर वृद्ध और बीमार लोगों को भारी कठिनाई हुई।बिजली के निजीकरण का विरोध करते हुए, जेकेपीसीसी के नेताओं ने इसे लंबे समय में गरीब उपभोक्ताओं के समग्र हितों के खिलाफ करार दिया क्योंकि आम लोग बिजली की दरों को वहन करने में सक्षम नहीं होंगे।  उन्होंने बिजली विभाग के आंदोलनकारी कर्मचारियों की मांगों को

रईस सलमानी पिछड़ा वर्ग प्रकोष्ठ ब्लॉक अध्यक्ष और साबिर जिला सचिव युवजन सभा मेरठ मनोनित

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 Report By: Mairaj Fatima  आज कस्बा हर्रा में समाजवादी पार्टी के पिछड़ा वर्ग प्रकोष्ठ अध्यक्ष मनोज सैनी जी ने रईस सलमानी को ब्लॉक अध्यक्ष सरूरपुर मनोनीत किया और साबिर को जिला सचिव युवजन सभा मनोनीत किया इस अवसर पर मनोज सैनी जी ने सभा को संबोधित किया और आने वाले चुनाव की चर्चा की।   इस अवसर पर आबिद चौहान ,अब्दुल्ला चौहान, अल्ताफ ,डॉ रिजवान, शौकीन सलमानी, सलीम, यूनुस, आस मोहम्मद सलमानी ,नफीस सलमानी, इरफान,शौकीन और दिलशाद अल्वी उपस्थित रहे। दिलशाद अल्वी और नफीस सलमानी ने मनोज  सैनी जी का माला पहनाकर स्वागत किया।  ब्लॉक अध्यक्ष श्री रईस सलमानी को अध्यक्ष जी ने अवगत कराया समाजवादी पार्टी की नीतियों से जन-जन को अवगत कराना और सपा की सरकार बनाने के लिए लगातार प्रयास करना है हमारा और तुम्हारा लक्ष्य है। डॉ मनोज सैनी जिला अध्यक्ष राज कुमार प्रधान प्रदेश सचिव, भजन सिंह वर्मा विधानसभा अध्यक्ष सरधना, डॉक्टर चंद्रपाल सैनी जिला महासचिव, डॉक्टर अनीस अहमद जिला सचिव ने भी अपने अपने विचारों से सभा को संबोधित किया। सभा का संचालन डॉक्टर रिजवान ने किया

समाजवाद का मुखौटा किस्त नंबर (6) मुस्तकीम मंसूरी

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मुस्तकी़म मंसूरी   .....कोई भी पार्टी, इतनी सीटें नहीं ला सकी जिससे वह सरकार बना पाती, तभी प्रदेश में राष्ट्रपति शासन लागू हो गया दौराने राष्ट्रपति शासन सभी कथित धर्मनिरपेक्ष पार्टियां काफी प्रयासरत रही, की प्रदेश में एक सेकुलर सरकार का गठन हो जाए, मगर समाजवाद के अलमबरदार ने इस पर कोई दिलचस्पी नहीं दिखाई जानते हैं क्यों? क्योंकि कई दलों ने यह प्रस्ताव रखा था कि किसी मुस्लिम को मुख्यमंत्री बना दिया जाए और सारे दल मिलकर उसका समर्थन करें इस पर भी बसपा सुप्रीमो का तुरंत बयान आया कि हम तैयार हैं,  कांग्रेस एवं जनता दल नेताओं ने तो कुछ नाम भी सुझाए जिसमें सरे फेहरिस्त मोहम्मद आजम खान, सलीम शेरवानी, मोहसिना किदवई, नसीमुद्दीन सिद्दीकी, आदि के नाम उछले जैसे ही यह नाम सामने आए इस समाजवाद के ठेकेदार को मानो सांप सूंघ गया और अपनी फितरत के अनुसार तुरंत फरारी अख्तियार कर खामोशी लाद ली, उसके काफी दिनों बाद बसपा सुप्रीमो मायावती जी का एक बयान आया कि अगर भाजपा ब्रह्मदत्त द्विवेदी को मुख्यमंत्री का चेहरा बनाए, तो बसपा समर्थन दे सकती है यह बयान का आना की राजनीतिक भूचाल आ गया एक सप्ताह भी नहीं गुजरा होगा

कांग्रेस महासचिव श्रीमती प्रियंका गांधी के नेतृत्व में प्रदेश में निकाली जा रही प्रतिज्ञा यात्रा का महानगर कांग्रेस अध्यक्ष अजय शुक्ला के नेतृत्व में जगह जगह किया गया जोरदार स्वागत।

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  बेताब समाचार एक्सप्रेस के लिए बरेली से मुस्तकीम मंसूरी की रिपोर्ट कांग्रेस पार्टी द्वारा घोषित 7 सूत्रीय प्रतिज्ञाओं उनके साथ कांग्रेस पार्टी आगामी विधानसभा चुनाव में उतर रही है, अजय शुक्ला बरेली, 29 अक्टूबर को कांग्रेस प्रतिज्ञा यात्रा के बरेली आगमन पर जगह जगह भारी स्वागत हुआ। ।जिसका महानगर कांग्रेस कमेटी बरेली के तत्वावधान एवं महानगर अध्यक्ष अजय शुक्ला के नेतृत्व में पूरे महानगर में यात्रा निकालकर एवं उसका भव्य स्वागत किया गया। पूरे शहर में यात्रा निकालकर अम्बेडकर पार्क में एक सभा का आयोजन किया गया।यात्रा का नेतृत्व राज्यसभा सांसद दीपेंद्र हुड्डा ने किया।तथा उनके साथ विवेक बंसल,जितेंद्र बघेल प्रदीप माथुर जी एवं अन्य तमाम बड़े नेता मौजूद रहे,जिनका फूल माला पहनाकर स्वागत किया। राज्यसभा सांसद दीपेंद्र हुड्डा ने यात्रा के दौरान संबोधन में बताया पिछले दिनों कांग्रेस महासचिव श्रीमती प्रियंका गांधी जी के नेतृत्व में पूरे प्रदेश में प्रतिज्ञा यात्रा का आयोजन किया गया है, जिसमें कांग्रेस पार्टी द्वारा घोषित 7 सूत्रीय प्रतिज्ञाओं के साथ कांग्रेस पार्टी आगामी विधानसभा चुनाव में उतर रही है, जिस

संयुक्त किसान मोर्चा बहेड़ी के जिला अध्यक्ष जसविंदर सिंह के नेतृत्व में दर्जनों किसानों ने बाढ़ से प्रभावित क्षेत्रों के किसानों की बर्बाद हुई फसलों के मुआवजे की मांग को लेकर ज्ञापन दिया।

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  बेताब समाचार एक्सप्रेस के लिए बहेड़ी से अनीता देवी की रिपोर्ट। संयुक्त किसान मोर्चा ने किसानों की बर्बाद हुई फसलों का तत्काल मौका मुआयना करा कर फसलों का मूल्यांकन कराने की मांग की। बहेड़ी संयुक्त किसान मोर्चा उत्तर प्रदेश के आवाहन पर आज बरेली की तहसील बहेड़ी की यूनिट ने उप जिलाधिकारी बहेड़ी को तीन सूत्रीय ज्ञापन देकर बाढ़ से प्रभावित एवं नष्ट हुई किसानों की फसलों की क्षति पूर्ति के संबंध में ज्ञापन देकर बहेड़ी के किसानों को मुआवजा दिलाए जाने की मांग करते हुए ज्ञापन के माध्यम से जिला प्रशासन को अवगत कराया। संयुक्त किसान मोर्चा ने मांग करते हुए कहा कि तत्काल बहेड़ी तहसील में बाढ़ से प्रभावित सभी गांवों का तत्काल सर्वे कराया जाए, बाढ़ से बर्बाद हुए किसानों की फसल का प्रति एकड़ 50,000 रुपए के हिसाब से मुआवजा दिया जाए, बाढ़ के कारण जिन किसानों की बाढ़ से प्रभावित फसलों की गुणवत्ता खराब हुई है, प्रत्येक प्रभावित किसान के धान की फसल को सरकारी क्रय केंद्रों पर खरीदा जाए तथा अलग से उसकी मुआवजा व्यवस्था की जाए, इसके साथ ही बाढ़ से नष्ट हुई फसलों के बर्बाद होने का तत्काल मौका मुआयना लेखपालों को

समाजवादी छात्र सभा की नवनियुक्त नवनियुक्त राष्ट्रीय अध्यक्ष सुश्री नेहा यादव का बरेली पहुंचने पर ऐतिहासिक स्वागत किया सपा नेता डॉक्टर अनीस बेग ने।

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बेताब समाचार एक्सप्रेस के लिए बरेली से मुस्तकीम मंसूरी की रिपोर्ट। सपा सुप्रीमो अखिलेश यादव ने सुश्री नेहा यादव को छात्र सभा का राष्ट्रीय अध्यक्ष बनाकर युवाओं को महत्वपूर्ण जिम्मेदारी दी है। डॉक्टर अनीस बेग  बरेली, समाजवादी छात्र सभा की नवनियुक्त राष्ट्रीय अध्यक्ष सुश्री नेहा यादव लखनऊ से चलकर आज बरेली पहुंची, सुश्री नेहा यादव का काफिला गांधी उद्यान चौराहा पर पहुंचा तो वहां पर बेग हॉस्पिटल एंड फैहमी मेटरनिटी सेंटर के डायरेक्टर 124 शहर विधानसभा व 125 कैंट विधानसभा क्षेत्र से आवेदन करता सपा नेता डॉक्टर अनीस बेग जहां अपने सैकड़ों समर्थकों के साथ उपस्थित थे। जैसे ही समाजवादी छात्र सभा की राष्ट्रीय अध्यक्ष सुश्री नेहा यादव का काफिला गांधी उद्यान पहुंचा वहां पर सपा नेता डॉक्टर अनीस बेग ने युवा नेत्री नेहा यादव को फूल मालाएं पहनाकर एवं फूलों का गुलदस्ता देकर जोरदार स्वागत किया, समाजवादी छात्र सभा की नवनियुक्त राष्ट्रीय अध्यक्ष सुश्री नेहा यादव के डॉक्टर अनीस बेग द्वारा किए गए स्वागत से गद गद सुश्री नेहा यादव ने डॉक्टर अनीस बेग को मिष्ठान खिलाकर अपनी खुशी का इजहार भी किया।  स्वागत के दौरान मिष

समाजवाद का मुखौटा* *किस्त नंबर- (3)* *मुस्तकीम मंसूरी*

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मुस्तकीम मंसूरी सत्य तो यह है कि मुलायम सिंह ने हमेशा धर्मनिरपेक्षता की आड़ में सेकुलर पार्टियों एवं मुसलमानों को जितनी खूबसूरती और मक्कारी से ठगा है, इसकी मिसाल मिलना मुश्किल ही नहीं नामुमकिन भी है, मुलायम सिंह ने 2011 में हर मंच से कहा था की हर थाने में एक मुसलमान सब इंस्पेक्टर होगा, पूरे प्रदेश में कितने थानों में सब इंस्पेक्टर दिए मुलायम ने, इस पर भी गौर करने की बात है, हां इसके विपरीत हर थाने में ही नहीं हर चौकी पर स्वजातीय सब इंस्पेक्टर से लेकर इंस्पेक्टर और सीओ जरूर देखने को मिले, यही नहीं प्रदेश की जनता यह भी नहीं भूली है कि 2011 में मुलायम ने हर मंच से मुसलमानों को 18% आरक्षण देने का ऐलान किया था, मुसलमानों ने खुले दिल से खुलकर वोट किया, और पूर्ण बहुमत से सपा सरकार बनवाई, और सरकार बनते ही यह तथाकथित धर्मनिरपेक्षता का अलंबरदार अपने किए सारे वायदे पोटली बनाकर गोमती में फेंक आया, नाही 18% आरक्षण मिला और ना ही हर थाने में सब इंस्पेक्टर, एसआई तो छोड़िए अगर समीक्षा की जाए थाने और चौकी स्तर पर तो एक सिपाही तक नजर नहीं आएगा, हां इसके विपरीत पिछली सरकारों से भी अधिक प्रदेश में भयानक सं

समाजवाद का मुखौटा*

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  *क़िस्त नंबर (02)*  *मुस्तकीम मंसूरी*  https://youtu.be/GSk8Bgn5hwI इसके बावजूद भी लेफ्ट इन पर भरोसा करता रहा और इनको धर्मनिरपेक्षता का अलंबरदार मानता रहा और उत्तर प्रदेश में इनका नेतृत्व स्वीकार करता रहा, इसके पीछे लेफ्ट की क्या लालच थी यह लेफ्ट ही जाने बरहाल यह समाजवाद का अलंबरदार धर्मनिरपेक्षता की आड़ में भाजपा को पानी की जगह दूध पिलाता रहा और धर्मनिरपेक्ष जनता, विशेष तौर से मुसलमानों को भाजपा का खौफ दिखाकर वोट बटोरता रहा, नहीं तो क्या कारण है कि जब जब मुलायम सिंह सत्ता में आते हैं, तब तब भाजपा मजबूत होती है, पिछले 30 वर्षों का रिकार्ड उठाकर देख ले सारी सच्चाई सामने आ जाएगी, मुझे अच्छी तरह याद है, 2003 में पूर्व प्रधानमंत्री स्वर्गीय बीपी सिंह के संरक्षण में जनमोर्चा का गठन हुआ था, जिस के राष्ट्रीय अध्यक्ष राज बब्बर जी हुआ करते थे, एक बड़ी रैली का आयोजन जनमोर्चा ने किया था,  जिसमें लेफ्ट भी जनमोर्चा के साथ था, अब इसे इत्तेफ़ाक़ कहें या षड्यंत्र कि भाजपा की रैली भी उसी दिन हो गई, मुलायम सिंह यादव ने सारे भाजपा नेताओं को स्टेट गेस्ट हाउस से लेकर वीआईपी गेस्ट हाउस, वीवीआइपी गेस्ट हाउ

समाजवादी पार्टी में आस्था व्यक्त करते हुए बड़ी संख्या में मौर्य समाज के लोगों ने भाजपा छोड़कर सपा की सदस्यता ग्रहण कर सपा सरकार बनाने का संकल्प लिया, अताउर रहमान

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बेताब समाचार एक्सप्रेस के लिए बहेड़ी से अनीता देवी की रिपोर्ट  बहेड़ी, दिनांक 15 अक्टूबर को समाजवादी पार्टी कार्यालय बहेड़ी पर पूर्व मंत्री श्री अताउर्रहमान जी के समक्ष बड़ी तादाद में मौर्य समाज के लोगों ने भाजपा को छोड़कर समाजवादी पार्टी की सदस्यता ग्रहण की।    पूर्व मंत्री श्री अताउर्रहमान जी ने मौर्य समाज के सभी लोगों का फूलमाला पहनाकर स्वागत किया।और कहा कि आप सभी लोग समाज वादी पार्टी की नीतियों का प्रचार प्रसार करें।और 2022 के चुनाव में आदरणीय अखिलेश यादव जी को उत्तर प्रदेश का मुख्यमंत्री बनाने का काम करें।  इस मौके पर जिला पंचायत सदस्य का चुनाव लड़ चुके कैलाश बाबू मौर्य ने कहा कि बहेड़ी भाजपा विधायक ने मेरे साथ बेईमानी करके मुझे चुनाव हरवाया है।अब हम सभी मौर्य समाज के लोग एक जुट होकर बहेड़ी विधानसभा से श्री अताउर्रहमान जी को भारी मतों से विजयी बना कर विधायक बनाने का काम करेंगे।  भाजपा को छोड़कर वीरेंद्र मौर्य, अनिल मौर्य, राजकुमार मौर्य, ईश्वर प्रसाद मौर्य, रामस्वरूप मौर्य, मनोज कुमार मौर्य, गजेन्द्र मौर्य, सूरज मौर्य, नगेंद्र मौर्य, राहुल मौर्य, बृजलाल मौर्य, प्रमोद कुमार मौर्य,

पूर्व मंत्री अताउर रहमान ने किसानों के गन्ने के बकाया भुगतान को लेकर 16 अक्टूबर को बहेड़ी केसर चीनी मिल पर बड़ा धरना प्रदर्शन के लिए मीटिंग की।

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बेताब समाचार एक्सप्रेस के लिए बहेड़ी से अनीता देवी की रिपोर्ट।    बहेड़ी, दिनांक 14 अक्टूबर को समाजवादी पार्टी के पूर्व मंत्री अताउर्रहमान  ने सैक्टर 33, ग्राम माधोपुर में जोन प्रभारी एवं पूर्व ब्लाक प्रमुख हाजी वफाउर्रहमान, सैक्टर प्रभारी शांति पाल गंगवार,सह प्रभारी अखत्यार अहमद अंसारी, पर्यवेक्षक गुड्डू खां एवं सभी बूथों के कमेटी मेंबर्स के साथ बूथों पर वोट बनवाने एवं 16 अक्टूबर को गन्ने के बकाया भुगतान को लेकर बहेड़ी केसर चीनी मिल पर बड़ा धरना प्रदर्शन के लिए मीटिंग की।  ग्राम सिरौली सेक्टर 29 में सेक्टर प्रभारी जाहिद खान, सह प्रभारी अजय पाल मौर्या, पर्यवेक्षक नारायणदास बेलदार, धारा जीत मौर्य, पूर्व प्रधान सर्वेश जाटव, मौसम खान आदि मौजूद रहे।  अताउर्रहमान ने कहा कि सभी बूथों से एक एक ट्रैक्टर ट्राली और उसमें कम से कम पच्चीस किसानों के साथ धरना देने के लिए स्थान बहेड़ी केसर चीनी मिल पर सुबह 10‌‌:00 बजे पंहुचे।    इस मौके पर महासचिव हाशिम अली, कोषाध्यक्ष हरस्वरूप मौर्य, विधानसभा उपाध्यक्ष मुशर्रफ अंसारी,एड.पातीराम गंगवार, जितेंद्र मौर्य, चंदन खान, मोहम्मद अफरोज, प्रधान संजीव कुमार श्र

समाजवादी से गठबंधन पर क्यों पत्ते नहीं खोल रहे है जयंत चौधरी, ए आई एम आई एम से भी हो सकता है गठबंधन ?

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एस ए बेताब पश्चिमी उत्तर प्रदेश में  किसान पंचायतों में लोगों की उमड़ती भीड़  और मौजूदा उत्तर प्रदेश सरकार से नाराज  किसान  यह दर्शाता है कि आगामी 2022 के चुनाव में  पश्चिमी उत्तर प्रदेश में  अपार बंपर जीत दर्ज करने वाली भारतीय जनता पार्टी की सरकार को नाकों चने चबाने पड़ेंगे। यदि  पूर्व प्रधानमंत्री स्वर्गीय चौधरी चरण सिंह की तरह  जाट - मुस्लिम  समीकरण बना  तो उत्तर प्रदेश  की सियासत में पश्चिमी उत्तर प्रदेश की बहुत बड़ी अहमियत बन जाएगी। अभी तक देखा गया है कि पश्चिमी उत्तर प्रदेश जहां से स्वर्गीय चौधरी चरण सिंह उत्तर प्रदेश के मुख्यमंत्री ही नहीं बने बल्कि वह देश के प्रधानमंत्री भी बने।  उनका  लोकतांत्रिक समीकरण  और सामाजिक  ताना-बाना  जितना मजबूत था  उसको भारतीय जनता पार्टी ने 2013 के दंगों के बाद बिल्कुल ध्वस्त कर दिया। और  पहली बार ऐसी स्थिति आई  की राष्ट्रीय लोक दल  की राजनीतिक जमीन सूख गई उस पर  फसल उगना  दूभर हो गया।  किसान आंदोलन के बाद  एक बार फिर  आशा की किरण दिखाई दे रही है और पश्चिमी उत्तर प्रदेश से  स्वर्गीय चौधरी चरण सिंह की  सियासी विरासत को संभालने वाले उनके पुत्र  स्वर्