अखिल भारतीय विराट कवि सम्मेलन में प्रख्यात कवियों ने समां बांधा वही दिग्गज हुए पांचाल शिरोमणि सम्मान से सम्मानित,

बेताब समाचार एक्सप्रेस के लिए बरेली से रफी मंसूरी की रिपोर्ट, 

बरेली। आल इण्डिया रियल फॉर कल्चरल, एजूकेशनल, वेलफेयर सोसाइटी (रजि.) / माँ गंगा बचाओ वेलफेयर सोसाइटी (रजि.) / महिला कल्याण समिति (रजि.) तथा हिन्दी साहित्य भारती (रजि.) के संयुक्त तत्वाधान में अखिल भारतीय विराट कवि सम्मेलन-2023 एवं पांचाल शिरोमणि सम्मान समारोह का आयोजन,जीवन ज्योति कैम्पस (होटल कोर्नाक), निकट पुराना बस अड्डा, सिविल लाइन्स, बरेली पर किया गया। कवि सम्मेलन की शुरुआत बाल कवि रिदम ने माँ शारदे की वंदना से की।



इस आयोजन में देश के प्रख्यात कवि जिनमें दिल्ली से डॉ. अनीता सिंह ने कहा तिरंगा है सलामत तो सभी का धर्म जिंदा है

झुका सम्मान में है सर की जिसमे शर्म जिन्दा है 

तिरंगे से बड़ा मजहब कहीं पर हो नहीं सकता

मुसलमान और हिन्दू का यहां पर कर्म जिंदा है..., शाहजहांपुर से उर्मिलेश सौमित्र ने कहा खून मांग कर आजादी देने वाले ऐलानो ने

जिंदा हिंदुस्तान रखा है ऐसे ही दीवानों ने

दाग कनपटी पर गोली आजादी का अभियान लिखा

जिंदाबाद जवानी लिख दी जिंदा हिंदुस्तान लिखा, बनारस से आर्यन उपाध्याय ने कहाजहां होती सियासत है वहीं ईमान बिकते हैं

वहीं पर राम बिकते हैं वहीं रहमान बिकते हैं

मेरे मालिक मेरे दाता ये कैसी है अजब दुनिया

दुकानों पर सही कहकर ग़लत सामान बिकते हैं... , हरदोई से अजीत शुक्ला ने कहाबुलाया आपने हमको यहां पर हम चले आये।

कुसुम मुरझे हुए है जो खिलाने को चले आये।।

झंझावात जीवन के सभी को दर्द देते हैं

गम खुद का भुलाकर के हँसाने को चले आये, पिहानी से प्रियंक दीक्षित ने कहा एक नारी ने ही तुम्हें अपनी कोख से जना है।

तुम्हारा वजूद भी मां के दूध से ही बना है।

यह बेटी भी कल किसी की शरीके हयात बनेगी।

फिर हम तुम जैसी ही औलाद जनेगी।, पीलीभीत से जीतेश राज नक्श ने कहा समझकर मैं ये आया था वफादारी ज़रूरी है,तुम्हारे शहर में लेकिन अदाकारी ज़रूरी है , डा. अमित कुमार ने कहा फल है हमारी जीत का पर स्वाद नही है,

घर है हमारे पास, पर आबाद नहीं है। अनिल गंगवार ने कहा मैं कविता न लिखता तो करता भी क्या,

जब नज़र में तुम्हारी हताशे रहे। , करीमगंज से कुलदीप कल्प ने कहामैं अपने बारे में कैसे बताऊं कल्प क्या हूं मैं,

दिखेगा अक्स जिसमें आपका वो आईना हूं मैं। 


तुम्हें ही देखना है ये भरम कायम रहे मेरा,

भरोसे पर तुम्हारे जंग लड़ने चल पड़ा हूं मैं।, बरेली से डा. राकेश यदुवंशी ने कहा अगर भूखा रहे बचपन, पढ़ाई बोझ लगती है।

उसे काग़ज़ कलम या रौशनाई बोझ लगती है। , अजय वंश सरल ने कहाजागे हैं के तेरे ख़्वाबों में हम हैं। 

ए ज़िंदगी कितने आजाबों में हम हैं। 

तुम जिस को पलट कर छोड़ गए,

उन्ही पन्नों में, उन्हीं किताबों में हम हैं। की गरिमामयी रही।कार्यक्रम का मुख्य आकर्षण शाहजहांपुर से उर्मिलेश सौमित्र ने कहा कि गंगा गौ बेटी व पर्यावरण का संरक्षण, कणकण हो के कृतकाम धन्य हो गया

 रक्तदान महादान का विधान है जहाँ पे, सच कहता हूँ धरा धाम धन्य हो गया

 उत्तरोत्तर प्रगति वाली पाकर के गति, देश रक्षा हेतु दिव्य काम धन्य हो गया

 ऐसे सत्य व्रतधारियों की सत्यचेतना को करके हृदय से प्रणाम धन्य हो गया। कार्यक्रम का शुभारंभ मुख्य अतिथि आर एस एस के विभाग प्रचारक ओमवीर जी, कार्यक्रम संयोजक डॉ रजनीश सक्सेना,सरंक्षक सी एल शर्मा,पूर्व आर एस एस प्रचारक डॉ. डी सी शर्मा, अनुपम कपूर,ने माँ गंगा एवं माँ सरस्वती की प्रतिमा पर भव्य माल्यापर्ण कर एवं दीप प्रज्वलित कर किया। अध्यक्षता ए डी एम फाइनेंस राम बहादुर गंगवार ने की।      कार्यक्रम के मुख्य अतिथि आर एस एस विभाग प्रचारक ओमवीर जी ने संस्था परिवार के सामाजिक सरोकारों की सराहना करते हुए प्रख्यात कवियों के उदगारो की प्रशंसा करते हुए उन्हें हार्दिक शुभकामनाएं दीं।  इस अवसर पर अटल बिहारी वाजपेयी जी की जयन्ती के उपलक्ष्य में देश व प्रदेश के साथ साथ गणमान्य बरेलियन्स को पांचाल शिरोमणि सम्मान 2023 / समाज सेवा शिरोमणि सम्मान 2023 से  सम्मानित किया गया जिनमें मुख्य रूप से गणमान्य कवियों के साथ प्रख्यात माता जी सरस्वती देवी,अपर जिलाधिकारी वित्त राम बहादुर सिंह,अनुपम कपूर, डॉ. महेन्द्र सिंह बासु, सी एल शर्मा, पूर्व आर एस एस प्रचारक डॉ. दिनेश चंद्र शर्मा, डॉ. विनोद पागरानी, मनीष अग्रवाल, राकेश कुमार अग्रवाल,अनिल अग्रवाल,देवेन्द्र खंडेलवाल, डॉ. मनीष टंडन,पंकज अग्रवाल, आचार्य हेमन्त शांडिल्य को पांचाल शिरोमणि सम्मान से एवं मोहम्मद नवी,अमर सिंह परमार,राजेंद्र गुलाटी, संतोष उपाध्याय, डॉ. सरताज हुसैन, मनीष रस्तोगी,दुर्गेश गुप्ता, रचना सक्सेना,पूजा कालरा,चेतना सक्सेना,राम कुमार आर्या,अखिलेश शर्मा,l कनिष्क शर्मा धनंजय शर्मा,राकेश रत्नाकर,करुणानिधि गुप्ता, विशाल गुप्ता, आकाश पुष्कर,सचिन श्याम भारतीय,विशाल मेहरोत्रा मनीष,हरजीत कौर,गीता दोहरे,डिंपल मेंदीरत्ता रितेश साहनी,,रवि सक्सेना,सौरभ सक्सेना, आरती सक्सेनाआदि को समाज सेवा शिरोमणि सम्मान से नवाजते हुए भव्य माल्यापर्ण कर ,दोशाला उड़ा कर,प्रशस्ति पत्र देकर सम्मानित किया गया। इस अवसर पर हिन्दी साहित्य भारती परिवार की ओर से जीतेश राज नक्श एवं डॉ. राकेश यदुवंशी के साथ समस्त बाहर से आये कवियों ने कार्यक्रम के संयोजक एवं वरिष्ठ समाजसेवी डॉ. रजनीश सक्सेना की राष्ट्रीय/अंतर्राष्ट्रीय स्तर पर समाजसेवा की उपलब्धियों को देखते हुए उन्हें विवेकानंद स्मृति सम्मान 2023 से सम्मानित करते हुए उनके उज्जवल भविष्य की कामना की। संचालन शाहजहांपुर के प्रख्यात कवि उर्मिलेश सौमित्र ने किया। अन्त में आभार प्रकट करते हुए कार्यक्रम संयोजक डॉ. रजनीश सक्सेना ने कहा कि संस्था परिवार आगे भी सामाजिक सरोकारों को समर्पित कवि सम्मेलनों का आयोजन वृहद स्तर पर देश व प्रदेश में करती रहेगी। इस अवसर पर पूर्व की भांति मंच के माध्यम से सभी को श्री गँगा गौ बेटी पर्यावरण बचाओ के साथ रक्तदान महादान  का संकल्प दिलाया गया।

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