अखिलेश यादव या उनके पिताजी स्वर्गीय मुलायम सिंह यादव द्वारा कहीं ना कहीं भाजपा की अंदर खाने मदद की गई है, आसिफ अली

बेताब समाचार एक्सप्रेस के लिए बरेली से मुस्तकीम मंसूरी की रिपोर्ट, 

उत्तर प्रदेश निकाय चुनाव मुसलमानों के लिए किसी अग्निपरीक्षा से कम नहीं है, 

बरेली,उत्तर प्रदेश अल्पसंख्यक कांग्रेस के प्रदेश अध्यक्ष शाहनवाज आलम के आवाहन पर आज पूरे उत्तर प्रदेश में कांग्रेस अल्पसंख्यक विभाग के सभी जिला एवं शहर अध्यक्षों के नेतृत्व में संयुक्त पत्रकार वार्ता की गई| इसी क्रम में आज जनपद बरेली के अल्पसंख्यक कांग्रेस विभाग के जिला अध्यक्ष आसिफ अली एवं महानगर अध्यक्ष अशराफ साबरी पूर्व प्रदेश स्टेट कोऑर्डिनेटर हसनैन अंसारी की उपस्थिति में एक पत्रकार वार्ता आयोजित की गई,



पत्रकार वार्ता के दौरान जिला अध्यक्ष आसिफ अली ने सपा सुप्रीमो अखिलेश यादव के उस बयान की घोर निंदा करते हुए कहा कि अखिलेश यादव पूर्व मुख्यमंत्री उत्तर प्रदेश जैसे जिम्मेदार नेता को इस तरह का बयान नहीं देना चाहिए था| अखिलेश यादव का  दिया गया वह बयान जिसमें अखिलेश यादव ने कहा था कि उनके मुख्यमंत्री काल में उनके सामने योगी जी की फाइल आई थी लेकिन उन्होंने अधिकारियों से एफ आई आर दर्ज न करने और मामले को बंद कर देने का निर्देश दिया था| अखिलेश यादव के इस तरह के बयान से यह साबित होता है आज उत्तर प्रदेश में योगी आदित्यनाथ जी की सरकार सपा और भाजपा के गुप्त समझौते का परिणाम है| कांग्रेस अल्पसंख्यक विभाग के जिला अध्यक्ष आसिफ अली ने कहा अब प्रदेश के मुसलमानों को यह सोच लेना चाहिए कि अखिलेश यादव या उनके पिताजी स्वर्गीय मुलायम सिंह यादव जी के द्वारा भाजपा की कहीं ना कहीं अंदर खाने में मदद की गई है| प्रदेश के मुसलमानों को यह भी ध्यान रखना होगा 2014 की सरकार में जब सदन का आखिरी सत्र चल रहा था| तब मुलायम सिंह ने प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के कार्यों की सराहना करते हुए कहा था कि हम चाहते हैं कि दोबारा आप फिर प्रधानमंत्री बन कर आए क्या इसके बाद भी कोई प्रमाण देना पड़ेगा| मुसलमानों को भाजपा और सपा का कोई समझौता नहीं है, अब समय आ गया होगा| सबसे पहले तो स्थानीय निकाय चुनाव में सपा और भाजपा की भूमिका को ध्यान में रखते हुए मुसलमानों को मतदान की प्रक्रिया में हिस्सा लेना होगा| अगर निकाय चुनाव में उत्तर प्रदेश के मुसलमानों ने फिर समाजवादी पार्टी को भाजपा को हराने के नाम पर वोट दिया तो समझ लीजिए प्रदेश के 17 नगर निगमों में भाजपा का परचम लहराएगा| और सपा का सूपड़ा साफ हो जाएगा| पत्रकार वार्ता में उपस्थित प्रदेश स्टेट कोऑर्डिनेटर हसनैन अंसारी ने कहा स्थानीय निकाय चुनाव उत्तर प्रदेश के मुसलमानों के लिए अग्निपरीक्षा है| अगर इस परीक्षा में मुसलमानों ने कांग्रेस का साथ देकर अधिक से अधिक निकाय चुनाव में प्रत्याशी जीता कर भेजें तो 2024 में भारतीय जनता पार्टी की सरकार को उत्तर प्रदेश से सफाया किया जा सकेगा, और केंद्र में कांग्रेस की सरकार होगी, पत्रकार वार्ता में कांग्रेस अल्पसंख्यक विभाग के महानगर अध्यक्ष अशराफ साबरी ने कहा कि उत्तर प्रदेश में निकाय चुनाव कांग्रेस पार्टी मजबूती के साथ लड़ रही है, और अगर मुस्लिम समाज भाजपा को 2024 में हराना चाहता है, तो उसे निकाय चुनाव में कांग्रेस का साथ देना होगा| उन्होंने कहा कांग्रेस ही एक ऐसी पार्टी है जिसका संगठन पूरे देश के अंदर कार्यरत हैं|और पूरे देश में भारतीय जनता पार्टी का मुकाबला सीधे तौर पर कांग्रेस के प्रत्याशी करेंगे, कांग्रेस मजबूत होगी तो देश मजबूत होगा संविधान सुरक्षित रहेगा कानून का राज रहेगा इसलिए मुस्लिम समाज को कांग्रेस के साथ खड़ा होना होगा,

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