किसान सत्याग्रह आंदोलन
मंडोला गाजियाबाद महोदय आज दिनांक 30/10/2022 को मंडोला विहार योजना से प्रभावित किसानों ने योगी सरकार की शव यात्रा निकाली और क्षेत्रीय जन प्रतिनिधि सांसद जनरल वीके सिंह , विधायक नंद किशोर गुर्जर व भाजपा नेता बसंत त्यागी के पुतले जलाए। जैसे ही प्रदर्शन कर रहे किसानों ने जनप्रतिनिधि और भाजपा नेताओं के पुतलों को आग के हवाले किया तो प्रदर्शन कर रहे किसानों और पुलिस के बीच झड़प हो गई । किसानों ने योगी जी की शव यात्रा अपने धरने से सुरु की और परिषद कार्यालय के मुख्य द्वार के सामने अर्थी को रखकर प्रदर्शन किया ।
ज्ञात हो कि मंडोला विहार योजना से प्रभावित मंडोला,नानू,पंचलोक, अगरोला, मिलक बामला,नवादा आदि गांव की 2600 एकड़ जमीन का अधिग्रहण आवास विकास परिषद द्वारा किया गया था प्रभावित किसानों को 2010 में 1100 रुपए प्रति वर्ग मीटर का मुआवजा एवं 6%विकसित भूखंड दिया जाना था जिसकी एवज में किसानों की 10प्रतिशत भूमि का मुआवजा परिषद ने नही दिया ।
किसानों का कहना है कि दिल्ली एनसीआर की जिन विभिन्न योजनाओं को आधार मानकर 1100रुपए मीटर और विकसित भूखंड दिया जाना तय किया गया उन सभी योजनाओं में मुआवजा बढ़ाकर भूमि अधिग्रहण अधिनियम पुनर्वास एवं पुनर्स्थापना नीति 2013 के तहत सर्किल रेट का चार गुणा मुआवजा और 10 % विकसित भूखंड दिया जा रहा है तो हमे भी इसी आधार से मुआवजा राशि और विकसित भूखंड दिए जाएं । कल दिनाँक 31/10/2022 या आगामी तत्काल बोर्ड बैठक बुलाकर मंडोला विहार योजना के किसानों के माँग पत्र व समस्याओं पर चर्चा करके समाधान किया जाये तथा किसानों को अवगत कराया जाये । किसानों द्वारा गत छः वर्षो से आंदोलन किया जा रहा है लेकिन कोई समाधान नहीं निकले से नाराज किसानों ने योगी आदित्यनाथ की शव यात्रा निकलने व जनप्रतिनिधियो के पुतले फूकने ने की योजना बनाई।
प्रदर्शन कर रहे किसानों का कहना है की छः वर्ष पहले भाजपा नेताओं ने ही हमे धरने पर बैठाया था लेकिन उनकी मांगो पर सहमति बनवाने के लिए कोई प्रयास जनप्रतिनिधियों द्वारा नहीं किया गया जिससे किसानों में रोष व्याप्त है।
नीरज त्यागी
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