किसानों के धरने के अट्ठारहवें दिन पहुंची NAPM की राष्ट्रीय समन्वयक अरुंधति धुरू और मैग्सेसे पुरस्कार से सम्मानित डॉ संदीप पाण्डेय
जनांदोलन की नेता मेघा पाटकर नवम्बर के दूसरे हफ्ते में किसानों की लड़ाई में शामिल होंगी
आज़मगढ़ 28 अक्टूबर 2022. मंदूरी में आज़मगढ़ अंतरराष्ट्रीय हवाई अड्डे के लिए सरकार द्वारा गांव वालों की जमीन-मकान छीनने के विरोध में हो रहे धरने के समर्थन में अट्ठारहवें दिन जनांदोलन का राष्ट्रीय समन्वय (NAPM) की राष्ट्रीय समन्वयक अरुंधति धुरू, मैग्सेसे पुरस्कार से सम्मानित डॉ संदीप पाण्डेय, सामाजिक कार्यकर्ता रुबीना, रितु और पवन यादव आए.
जनांदोलन का राष्ट्रीय समन्वय (NAPM) की राष्ट्रीय समन्वयक अरुंधति धुरू ने नर्मदा बचाओ आंदोलन के अनुभव साझा करते हुए कहा कि जमीन बचाने की यह लड़ाई बहुत मजबूत है. इसने पूर्वांचल के किसानों के सवाल को राष्ट्रीय फलक पर लाया है जिसकी अगुवाई महिलाएं कर रही हैं. उन्होंने कहा कि जनांदोलन की नेता मेधा पाटकर नवम्बर के दूसरे हफ्ते में आएंगी.
मैग्सेसे पुरस्कार से सम्मानित डॉ संदीप पाण्डेय ने कहा कि आज़मगढ़ में मंदुरी हवाई अड्डा परियोजना के लिए जो भू अधिग्रहण का प्रस्ताव है जिसमें आठ गांव और तकरीबन दस हजार की आबादी प्रभावित होने वाली है इसका कोई औचित्य समझ में नहीं आता. आज़मगढ़ के पास वाराणसी, गोरखपुर, लखनऊ आदि जगहों पर हवाई अड्डे हैं जहां कुछ घंटों में पहुंचा जा सकता है. इस हवाई अड्डे के कारण सैकड़ों एकड़ भूमि जाने से जो कृषि आजीविका प्रभावित होने वाली है उसका नकद मुआवजा कोई विकल्प नहीं हो सकता. किसान अपनी जमीन बचाने की लड़ाई बहुत मजबूती से लड़ रहा है जिनका नारा है जान दे देंगे पर जमीन नहीं देंगे.
सामाजिक कार्यकर्ता रुबीना, रितु और पवन यादव ने सभा को संबोधित करते हुए कहा कि आज इस लड़ाई में महिलाओं के प्रतिनित्व ने एलान कर दिया है कि जमीन की लड़ाई में कोई समझौता नहीं होगा. आज सूबे नहीं मुल्क के किसान नेताओं की नजर में यह आंदोलन है इसके साथ हम सब खड़े होंगे.
कार्यक्रम की अध्यक्षता संयुक्त किसान मोर्चा के नेता सत्यदेव पाल ने की.
द्वारा- राजीव यादव
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