निगम वार्ड परिसीमन पर आल इंडिया मजलिस-ए-इत्तेहादुल मुसलमीन ने दर्ज कराई आपत्ति

दिल्ली प्रदेश अध्यक्ष कलीमुल हफ़ीज़ ने परिसीमन के मसौदे पर आपत्ति जताई और कहा कि  दलित मुस्लिम बहुल वार्डों में मतदाताओं की संख्या बढ़ा कर उन्हें विकास कार्यों और सुविधाओं से वंचित करने का प्रयास किया जा रहा है, कई वार्डों के नाम बदलने की मांग। 

नई दिल्ली: ऑल इंडिया मजलिस-ए-इत्तेहादुल मुस्लिमीन ने दिल्ली एमसीडी वार्ड परिसीमन मसौदे पर आपत्ति दर्ज कराई है। मजलिस की ओर से दिल्ली चुनाव अधिकारी को आपत्ती लेटर भी दिया गया है जिसमें प्रदेश अध्यक्ष कलीमुल हफ़ीज़ ने कहा कि प्रस्तुत मसौदा स्पष्ट रूप से दर्शाता है कि दलितों व मुस्लिम बहुल वार्डों में अधिक मतदाताओं को रखा गया है। जबकि यह तमाम वार्ड पहले से ही विकास कार्यों और निगम से मिलने वाली सुविधाओं को लेकर साफ सफाई में पिछड़े हुए हैं तमाम दलित मुस्लिम बहुल वार्ड की अच्छी नहीं है, उनके लिए विशेष सुझाव और विशेष व्यवस्था की आवश्यकता थी, लेकिन इसके विपरीत  इन वार्डों में मतदाताओं की संख्या बढ़ा दी गई है, जिससे इन वार्डों पर अधिक बोझ पड़ेगा और स्थिति और खराब होगी। 

कलीमुल  हफ़ीज़ ने कहा कि हमारी मांग है कि निगम के वार्डों में मतदाताओं का अनुपात समान हो और खासकर मौजूदा परिसीमन ड्राफ्ट में 22 वार्ड ऐसे हैं जिनमें बदलाव करने की जरूरत है इनमें मतदाताओं की संख्या को कम किया जाना चाहिए। उन्होंने कहा कि

संगम विहार-ए 89899

तिरलोकपुरी 91991

संगम विहार-बी 80720

संगम विहार-सी 82013

दिलशाद गार्डन 83935

दिलशाद गार्डन 80132

अबुल फजल 76012

जाकिर नगर 76470

हस्तसाल 83484

सुल्तानपुरी 81201

मुबारकपुर 80536

अमन विहार 86546

सरूप नगर 81692

मुखर्जी नगर 79914

सआदत पुर 83347

निहाल विहार 85571

रोहिणी (एफ) 81298

रोहिणी (डी) 80948

पीतमपुरा 80594

वजीरपुर 87397

मोहन गार्डन (पूर्व) 80319

नंगली सखरावती 80162

सभी वार्डों की वोटर नंबर लिस्ट पर नजर डालें तो पता चलता है कि दिल्ली राज्य के नगर निगम के वार्डों का बंटवारा मनमाने ढंग से किया गया है। जिससे इन वार्डों को समान प्रतिनिधित्व और समान विकास के अवसर नहीं मिलेंगे। यह वार्ड परिसीमन ना तो दिल्ली के कुल मतदाताओं के औसत पर आधारित है और ना ही यह विधान सभा की क्षेत्रीय सीमाओं के समान वितरण पर आधारित है। हमारा सुझाव है कि दिल्ली के प्रत्येक वार्ड को समान संख्या में मतदाताओं में विभाजित किया जाना चाहिए ताकि उनका विकास और प्रतिनिधित्व समान हो सके और वार्ड के निर्वाचित प्रतिनिधियों को समान अधिकार मिले और लोगों को समान फण्ड  बजट मिले।

कलीमुल हफ़ीज़ ने कहा कि दूसरी ओर ग्रेटर कैलाश 173 वार्ड में 45174 मतदाता, पालम वार्ड 135में  54400 मतदाता, द्वारका वार्ड संख्या 130 में 45305 मतदाता, रंजीत नगर वार्ड 87 में 54256, कोहाट एन्क्लेव वार्ड 61 में 63404 मतदाता ही हैं ।

कलीमुल हफ़ीज़ ने कहा कि मनमानी की हद यह है कि सीमापुरी विधानसभा (मतदाता 236936) को केवल तीन वार्डों में विभाजित किया गया है, जबकि त्रिलोकपुरी (241540), लक्ष्मी नगर (241422)), रोहतास नगर (240981) और वरबाबरपुर (240313) को चार वार्डों में  विभाजित किया गया है। हमारा प्रस्ताव है कि सीमापुरी को भी चार वार्डों में विभाजित किया जाना चाहिए। साथ ही, सआदत पुरवार्ड का कोई भी हिस्सा मौजूदा प्रस्तावित वार्ड में शामिल नहीं है, इसलिए नाम बदलकर श्री राम कॉलोनी वार्ड किया जाना चाहिए।


दिल्ली मजलिस, मीडिया सेल

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