.संगीत सोम सेना के अध्यक्ष सचिन खटीक समेत 30 लोगों पर गंभीर धाराओं में मुकदमा दर्ज हुआ है

 मेरठ जिले का सरधना कस्बा  सांप्रदायिक तनाव में जी रहा है। पुलिस की जांच में पता चला कि सरधना में मेरठ रोड पर पुलिस चौकी के पास एक दुकानदार ठेले पर वेज बिरयानी बनाकर बेच रहा था. शनिवार को कुछ युवकों ने उसकी ठेली पलट दी. इसके बाद कस्बे में सांप्रदायिक तनाव की स्थिति बन गई. संगीत सोम सेना के खुद को प्रदेश अध्यक्ष बताने वाले सचिन खटीक पर माहौल बिगाड़ने का आरोप लगा है.संगीत सोम सेना (Sangeet Som Sena) के अध्यक्ष सचिन खटीक समेत 30 लोगों पर गंभीर धाराओं में मुकदमा दर्ज हुआ है.


सरधना के मुख्य मार्ग पर बिरयानी का ठेला हटाने को लेकर संगीत सोम सेना के समर्थकों ने तोड़फोड़ की थी, जिसके बाद सरधना विधायक अतुल प्रधान की पत्नी अपने समर्थकों को लेकर मौके पर पहुंच गईं. यहां पर सपा कार्यकर्ताओं ने तोड़फोड़ और लूटपाट का विरोध किया, जिस पर माहौल गरमा गया और बाद में पुलिस ने तोड़फोड़ करने वाले आरोपियों के खिलाफ मुकदमा दर्ज किया है. इस मामले में संगीत सोम सेना के अध्यक्ष सचिन खटीक समेत कई लोगों को नामजद किया गया है. इसके अलावा 20 अज्ञात लोगों पर भी एफआईआर दर्ज की गई है. हालांकि अभी तक किसी की गिरफ्तारी नहीं की गई है.इससे पहले मेरठ के सरधना में मुख्य मार्ग पर बिरयानी के ठेले को हटाने को लेकर दुकानदारों ने हंगामा कर दिया था. वहीं सूचना मिलने पर पूर्व जिला पंचायत अध्यक्ष सीमा प्रधान और सीओ सरधना मौके पर पहुंचे. इस दौरान दुकानदारों ने पुलिस के सामने ही ठेले को लेकर विरोध जताया. उधर, संगीत सोम सेना के कार्यकर्ताओं ने मौके पर पहुंचकर तोड़फोड़ करते हुए मारपीट की. आरोप है कि कार्यकर्ता गल्ले में रखी नकदी भी लूट कर ले गए.दो समुदायों से मामला जुड़ा होने के कारण इलाके में तनाव की स्थिति बन गई. पीड़ित दुकानदार की तरफ से तहरीर देकर आरोपियों के खिलाफ कार्रवाई की मांग की गई है.वहीं पुलिस की जांच में पता चला कि सरधना में मेरठ रोड पर पुलिस चौकी के पास एक दुकानदार ठेले पर वेज बिरयानी बनाकर बेच रहा था. शनिवार को कुछ युवकों ने उसकी ठेली पलट दी. इसके बाद कस्बे में सांप्रदायिक तनाव की स्थिति बन गई. पुलिस क्षेत्राधिकारी  आरपी शाही थानाध्यक्ष लक्षमण वर्मा  एवं  उप जिलाधिकारी सूरज पटेल ने क्षेत्र की स्थिति को संभाला दो बार कस्बे में फ्लैग मार्च हो चुका है और पुलिस प्रशासन कड़ी निगरानी कर रहा है। संगीत सोम सेना के खुद को प्रदेश अध्यक्ष बताने वाले सचिन खटीक एवं उसकै साथियो ने  माहौल बिगाड़ने मे कोई कसर नही छोडी थी। शिकायत के बाद पुलिस मामले की जांच में जुट गई है. सरधना क्षेत्र के शांतिप्रिय लोग पुलिस प्रशासन की प्रशंसा कर रहे हैं कि उसने सरधना में सांप्रदायिक दंगा होने से रोक लिया ! मगर अभी तक गिरफ्तारी क्यों नहीं की यह सवाल भी उठ रहा है?

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