मुस्लिम मजलिस के फाउंडर क़ायदे मिल्लत डॉक्टर अब्दुल जलील फरीदी मरहूम के यौमे पैदाइश 14 दिसंबर को एक विचार गोष्ठी का आयोजन अमीरुद्दौला इस्लामिया कॉलेज लालबाग लखनऊ में किया गया,

 बेताब समाचार एक्सप्रेस के लिए लखनऊ से मुस्तकीम मंसूरी की रिपोर्ट

डॉक्टर अब्दुल जलील फरीदी से बेहतर आज हिंदुस्तान की सियासत में कोई दूसरा आइडियल नहीं हो सकता, तौफीक जाफरी

लखनऊ 14 दिसंबर 2021 मुस्लिम मजलिस के फाउंडर डॉक्टर अब्दुल जलील फरीदी मरहूम की यौमे पैदाइश 14 दिसंबर के मौके पर डॉक्टर फरीदी विचार मंच के तत्वाधान में अमीरुद्दौला इस्लामिया कॉलेज लालबाग लखनऊ में फरीदी दिवस के अवसर पर एक सेमिनार आयोजित किया गया।



आज के सेमिनार की अध्यक्षता फरीदी विचार मंच के संयोजक सैयद तौफीक जाफरी ने की,  संचालन मोहम्मद नदीम एडवोकेट अध्यक्ष मुस्लिम मजलिस द्वारा किया गया, डॉक्टर फरीदी दिवस के अवसर पर सभी वक्ताओं ने डॉक्टर अब्दुल जलील फरीदी मरहूम के तिब्बी, मिल्ली व सियासी खिदमत पर रोशनी डाली सभी वक्ताओं ने अपने  संबोधन में इस बात पर जोर दिया कि आज के सियासी माहौल में कमजोरो  कि सियासत करने वालों के लिए डॉक्टर फरीदी से बेहतर कोई सियासी आइडियल हिंदुस्तानी सियासत में नहीं हो सकता, पूर्व लोकसभा सांसद इलियास आजमी ने डॉक्टर फरीदी के सियासी सफर पर प्रकाश डालते हुए उन्हें मुस्लिम राजनीति का अंबेडकर बताया, वहीं अन्य वक्ताओं ने डॉक्टर फरीदी की राजनीतिक सोच व अमल का एहतराम करते हुए कहा कि आज इस मुल्क में अगर संप्रदायिक ताकतों को खत्म करना है तो डॉक्टर फरीदी के दलित, मुस्लिम, पिछड़े एवं अति पिछड़े वर्ग को एक साथ आना होगा, तभी इस देश से सांप्रदायिक तत्वों का खत्मा होगा, और सभी वर्गों को उनकी आबादी के हिसाब से सत्ता में भागीदारी मिलेगी, आज इस देश को खासतौर से उत्तर प्रदेश को डॉक्टर फरीदी के फार्मूले दलित, मुस्लिम, पिछड़ा और अति पिछड़ा वर्ग के लोगों को संगठित करके सांप्रदायिक ताकतों को रोका जा सकता है, इसके लिए सभी राजनीतिक दलों को अपने राजनीतिक स्वार्थों से हटकर एक मंच पर आना होगा, आज के सेमिनार में  पीस पार्टी के राष्ट्रीय अध्यक्ष डॉक्टर अयूब साहब, राष्ट्रीय उलमा काउंसिल के राष्ट्रीय अध्यक्ष मौलाना आमिर रशादी साहब, मुस्लिम मजलिस के कार्यवाहक अध्यक्ष वसी अहमद एडवोकेट, मुस्लिम लीग के प्रदेश अध्यक्ष डॉक्टर मतीन साहब, डॉक्टर अफसर, हाजी गुलाम सरवर, छात्र नेता राहुल आर्यन, मसूद जिलानी, दर्जा राज्यमंत्री राकेश कुमार मौर्या, तारीक सिद्दीकी, डॉक्टर हससन नगरामी, आदि ने अपने विचार व्यक्त किए और आज के सेमिनार में तय किया गया की फरीदी विचार मंच के दायरे को बढ़ाया जाए, और नई नस्लों को डॉक्टर फरीदी साहब की राजनीतिक सोच से अवगत कराया जाए

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