प्रखर समाजवादी चिन्तक लोकबन्धु राजनरायण जी की 104वीं ज्यंती पर नहीं पहुंचे सपा के सभी नेता संगठन का मनमुटाव आया खुलकर सामने
बेताब समाचार एक्सप्रेस के लिए मुस्तकीम मंसूरी की रिपोर्ट
सपा प्रदेश सचिव सतनाम सिंह को नहीं पता था समाजवादी चिंतक लोकबंधु राजनारायण की आज जयंती है या पुण्यतिथि
समाजवादी पार्टी पीलीभीत के जिला कार्यालय पर मनायी गयी जिसमें सर्वप्रथम उनके चित्र पर पुष्पांजलि अर्पित कर उनहे याद किया गया और उनहे समाजिक क्रांति का महान नायक बतया गया।
इसी दौरान सपा प्रदेश सचिव सतनाम सिंह संबोधन के लिए खड़े हुए तो साफ नजर आया कि उन्हें राजनीतिक ज्ञान नहीं है क्योंकि उन्होंने अपने संबोधन में लोक बंधु राज नारायण जी की जयंती को अपने संबोधन में पुण्यतिथि कहते हुए श्रद्धा सुमन अर्पित कर दी, जिस पर जिला अध्यक्ष ने बताया कि आज जयंती है पुण्यतिथि नहीं,
सपा जिला महासचिव यूसुफ कादरी ने राजनरायण जी को महान सियासी और समाजी दार्शनिक बताते हुए कहा कि उनके चिन्तन आज भी प्रसांगिक हैं। राजनरायण जी ने समाजिक व आर्थिक असमानता के विरूध सदैव आवाज बुलन्द की और समाजिक न्याय की अवधारणा को नई धार दी। उनके द्वारा स्थापित समाजिक सिद्धांतों व आदर्शों से प्रभावित हो कर देश व प्रदेश में कई आन्दोलन खड़े हुए और समाज में एक नई जागृति उत्पन्न की।
कार्यक्रम की अध्यक्षता सपा जिलाध्यक्ष जगदेव सिंह जग्गा ने तथा संचालन जिला महासचिव यूसुफ कादरी ने किया।
कार्यक्रम में मुख्य रूप से सपा प्रदेश सचिव सतनाम सिंह, सपा जिलाध्यक्ष जगदेव सिंह जग्गा, जिला महासचिव यूसुफ कादरी, जिला उपाध्यक्ष बालकराम सागर, काशीराम सरोज, दिव्या गंगवार, ग्यासुद्दीन, कमलेश परिहार, सपना यादव, सन्दीप सक्सेना, मीना दीक्षित, जिया उल इस्लाम गुड्डू, विशाल बालमीकि, मंजीत सिंह, सुरेश वर्मा, मुजाहिद इस्लाम खां, धर्मेन्द्र गौतम, शरफुद्दीन नूरी, आतिफ मुख्तार, मुकेश पाठक, नरेश सागर, चैधरी प्रदीप पटेल, कृष्ण कुमार वर्मा, गोविन्द सिंह, युवराज सिंह, पंकज गंगवार, बाबूराम गंगवार, माखन लाल गंगवार, अभिषेक गंगवार, भूदेव गंगवार, सालिक राम, रामेश्वर गंगवार सहित काफी संख्या में सपा नेता शामिल रहे
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