मुजफ्फरनगर निवासी विकास सीआरपीएफ डिप्टी कमांडेंट नक्सली हमले में शहीद
मुजफ्फरनगर की धरती वीर सपूतों की धरती रही है ।यहां पर देश की खातिर मर मिटने वाले जवानों की कभी कमी नहीं रही है। आजादी से लेकर अब तक मुजफ्फरनगर मुल्क की सुरक्षा के लिए अपनी कुर्बानी देता आया है ।इस कड़ी में आज एक नाम और जुड़ गया। मुजफ्फरनगर के थाना नई मंडी क्षेत्र के गांव पचेंडा कलां निवासी विकास सिंघल पुत्र मास्टर वीरेंद्र सिंघल ,सीआरपीएफ में डिप्टी कमांडेंट के पद पर तैनात थे। देर रात छत्तीसगढ़ में नक्सलवादियों के हमले में शहीद हो गए हैं . आज सुबह सीआरपीएफ हेड क्वार्टर से उनकी शहादत की सूचना परिजनों को मिली तो परिवार में शोक छा गया। बताया जाता है कि देर शाम तक शहीद विकास सिंघल का पार्थिव शरीर ग्राम पचेंडा कलां में अपने आवास पहुंचेगा ,उनकी शहादत से गांव में भी शोक व्याप्त हो गया है। इसी बीच अपर जिलाधिकारी अमित सिंह ने बताया कि प्रदेश सरकार ने शहीद के परिवार को 50 लाख का मुआवजा देने, एक परिजन को सरकारी नौकरी देने और एक सड़क का नाम उनके नाम पर रखने की घोषणा की है।
आपको बता दे कि छत्तीसगढ़ के सुकमा जिले में नक्सलियों द्वारा लगाए गए आईईडी बम को निष्क्रिय करते समय डिप्टी कमान्डेंट विकास कुमार गंभीर रूप से घायल हो गए थे , उन्हें उपचार के लिए सुकमा से रायपुर लाया गया था। जहां उपचार के दौरान रविवार की देर रात शहीद हो गए है।प्राप्त जानकारी के मुताबिक 13 दिसम्बर को कोबरा बटालियन 208 को किस्टाराम के ग्राम कांसाराम नाला के पास में आईईडी बम होने की सूचना मिली थी। सूचना के बाद कोबरा बटालियन की टीम मौके पर पहुंची और आईईडी निष्क्रिय कर रही थी। इस दौरान बम फट गया और ये हादसा हो गया। हादसे में कोबरा बटालियन के डिप्टी कमान्डेंट इसकी चपेट में आ गए। हादसे के बाद उन्हें गंभीर अवस्था में सुकमा से रायपुर लाया गया। जहां उपचार के दौरान एक निजी अस्पताल में रविवार की देर रात करीब 1 बजे के आसपास वे शहीद हो गए। घटना में शहीद हुए जवान के पार्थिव शरीर को आज श्रद्धांजलि दी गई, उसके बाद उसके पार्थिव शरीर को उत्तरप्रदेश के जनपद मुज़फ्फरनगर में भेजा जाएगा ।
टिप्पणियाँ
एक टिप्पणी भेजें
9599574952