अपोलो अस्पताल में ईडब्ल्यूएस कैटेगरी के हार्ट अटैक के मरीज को भर्ती करने से किया मना

दिल्ली देश की राजधानी है और राजधानी में स्वास्थ्य सेवाओं का क्या हाल है निर्धन एवं गरीब व्यक्तियों के लिए सरकार ने बड़े-बड़े अस्पतालों को मुफ्त में जमीन दी थी कि वह गरीबों का भी इलाज करेंगे लेकिन असलियत क्या है यह पता चलता है उक्त घटना से। इमरान मलिक पुत्र रहीस अहमद निवासी टी  592 गली नंबर  16 गौतमपुरी दिल्ली 53. की अम्मी रफीकन 64 वर्षीय हार्ट अटैक आ गया,तबीयत खराब होने पर अपोलो हॉस्पिटल ले गए थे जहां अपोलो हॉस्पिटल वालों ने भर्ती करने से इनकार कर दिया और दुर्व्यवहार किया। इमरान मलिक ने 112 नंबर पर कॉल करके शिकायत की लेकिन इसके बावजूद भी उनकी


अम्मी को भर्ती नहीं किया गया वह रात भर अस्पताल के बाहर ही अपनी अम्मी को लेकर मौजूद रहे। ईडब्ल्यूएस कैटिगरी में आने वाले इमरान मलिक का कहना है कि सरकार बड़े-बड़े दावे करती है लेकिन हकीकत यह है कि एक ईडब्ल्यूएस परिवार के व्यक्ति का इलाज नहीं किया जाता है? उक्त क्षेत्र के स्थानीय विधायक आम आदमी पार्टी के अमानतुल्ला खान से भी मदद के लिए फोन किया गया लेकिन वह भी मदद करने में असमर्थ रहे।विधायक  महोदय ने कहा कि बीजेपी की सरकार है और हम कुछ नहीं कर सकते। अस्पताल वाले हमारी नहीं सुन रहे हैं।

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