दलित युवती से छेड़छाड़ कर डॉक्टरी पेशें को कलंकित करने, वाले डॉक्टर के समर्थन में खड़ी हुई डॉक्टरों की फौज, आखिर क्यों?
रिपोर्ट- मुस्तकीम मंसूरी
बरेली, इज़्ज़त नगर थाना क्षेत्र के अंतर्गत आने वाले पीर बहौड़ा के पास एक प्राइवेट अस्पताल में डॉक्टरी पेशे को कलंकित करने वाला डॉक्टर नईम जो एक प्राइवेट अस्पताल में कार्य करने के साथ ही एजाजनगर गौटिया में स्वास्थ्य विभाग के एक अधिकारी के संरक्षण में अपना क्लीनिक चलाता है, यों तो उक्त डाक्टर अपने आप को बीएएमएस जनरल
फिजिशियन लिखने के साथ ही बीएएमएस डॉक्टर के लिए प्रतिबंधित दवाईयों का धड़ल्ले से इस्तेमाल करने वाला डॉक्टर नईम जिस अस्पताल में कार्य करता है उस अस्पताल में भर्ती दलित समाज की लड़की के साथ पहले तो छेड़छाड़ करता है, फिर उसकी आबरू से खेलने का प्रयास करते हुए जहां अस्पताल की प्रतिष्ठा को धूमिल करता है वही डॉक्टरी पेशे को भी कलंकित करता है। दलित पीड़ित लड़की ने किसी तरह अपनी आबरू बचाते हुए अस्पताल से चुपचाप छुट्टी ले ली। लेकिन लड़की ने घर पहुंच कर काफी हिम्मत दिखाते हुए पूरी घटना से अपने भाई को अवगत करते हुए डॉक्टर नईम की उस वहशी हरकत को बयां कर दिया जो न जाने कितनी महिलाओं के साथ कर चुका होगा। पीड़ित लड़की के भाई ने अपने संवैधानिक अधिकारों का इस्तेमाल करते हुए इज्जत नगर थाना में तहरीर देकर डॉक्टर नईम के खिलाफ मुकदमा लिखने की गुहार लगाई। जिस पर इंस्पेक्टर इज्जत नगर ने मामले को गंभीरता से लेते हुए तत्काल पीड़ित दलित युवती के भाई की तहरीर पर डॉक्टर नईम के विरुद्ध धारा 173 बीएन एस एस के तहत,बी एन एस 2023 धारा 75 में मुकदमा दर्ज कर लिया। डॉक्टर नईम पर मुकदमा दर्ज होते ही डॉक्टरों के दो संगठन पुलिस और पीड़ित दलित युवती से मामला निपटने में सक्रिय हो गए हैं, अब देखना यह है पीडीए पंचायतों के माध्यम से दलित प्रेम दिखाने वाले नेता दलित युवती को न्याय दिलाने में दलित परिवार के साथ खड़े होंगे या फिर डॉक्टर
नईम को बचाने वाले डॉक्टरों के साथ खड़े होंगे।
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