उत्तर प्रदेश आशा वर्कर यूनियन की जिलाध्यक्ष के नेतृत्व में आशा वर्कर की समस्याओं को लेकर सीएमओ बरेली को दिया ज्ञापन।

रिपोर्ट-मुस्तकीम मंसूरी 

बरेली, आशा वर्कर यूनियन की जिला अध्यक्ष शिववती राठौर के नेतृत्व में मुख्य चिकित्सा अधिकारी बरेली को आशा वर्कर्स की समस्याओं को लेकर सात सूत्रीय ज्ञापन दिया। मुख्य चिकित्सा अधिकारी बरेली को


दिए गए ज्ञापन में कहा गया कि वर्ष 2024 में कई राष्ट्रीय अभियानों सामाजिक व नियमित योगदानों का भुगतान मार्च 2025 तक कर दिए जाने की अपेक्षा की थी, किंतु 2024 की बकाया राशि के साथ-सा द वर्ष 2025 में प्रोत्साहन राशियों के भुगतान से ही वंचित कर दिया गया, प्रदेश भर में लगभग सभी चिकित्सा अधिकारियों द्वारा तो भुगतान के संबंध में बात करने पर बताया जाता है

कि प्रदेश सरकार ने केंद्र सरकार द्वारा भेजे गए अंशदान का कुंभ मेले के आयोजन में प्रयोग कर लिया है विगत दिनों कई जनपदों के मुख्य चिकित्सा अधिकारियों ने 20 जुलाई तक बजट आने पर भुगतान का आश्वासन दिया था। किंतु रात दिन स्वास्थ्य अभियानों में अपना सर्वश्रेष्ठ योगदान देने वाली आशा संगीनियों को मिलने वाली बेहद शर्माना के प्रोत्साहन राशियों का भुगतान नहीं किया जा सका। केंद्र व राज्य सरकार 45 वें भारतीय श्रम सम्मेलन की सिफारिश को लागू कर कर्मचारी का दर्जा देने न्यूनतम वेतन, ईपीएफ, ईएमआई, और ग्रेच्युटी की सुविधा देने में कोई रुचि नहीं दिखाई और ना ही वर्षाेनपुर निर्धारित की गई प्रोत्साहन राशियों का ही दशकों बाद भी कोई  पुनरीक्षण कर उसकी कोई नई दर लागू नहीं की यहां तक की दर्जनों कामों की कोई प्रोत्साहन आज तक नहीं दी गई। एक तरह से काम के असीमित बोझ और भूख से जस्ती प्रदेश की आशा संगीनियों के सवालों को सुनने के बजाय उनसे 15 मजदूर की तरह व्यवहार किया जाता रहा है। कम पर आते जाते दुर्घटनाओं में कल कंप्लीट होने वाली या कोल्ड या हीट स्ट्रोक में जान गवाने वाली आशा कर्मियों के आशिकों को किसी तरह का कोई भुगतान नहीं मिलता और ना ही उनके इलाज की कोई योजना है। आशा वर्कर यूनियन की जिला अध्यक्ष शिववती राठौड़ ने कहा कि उत्तर प्रदेश में आशा संगिनी के तत्काल संपूर्ण भुगतान और समस्याओं के समाधान की अपेक्षा है अन्यथा पूरे प्रदेश में अपनी मांगों को लेकर मुख्यालय पर प्रदर्शन करने के लिए बाधित होगी। आशा वर्कर यूनियन की अध्यक्ष ने चेतावनी देते हुए कहा कि अगर ज्ञापन में दी गई बिंदुवार मांगों पर शीघ्र संज्ञान नहीं लिया गया तो आशा वर्कर यूनियन पहले सांकेतिक प्रदर्शन जिला मुख्यालयों पर करेगी और उसके बाद धरना प्रदर्शन का क्रम संवैधानिक तरीके से प्रदेश व्यापी किया जाएगा। जिसके लिए स्वास्थ्य विभाग स्वयं जिम्मेदार होगा। इस अवसर पर जिला अध्यक्ष शिववती साहू, मंडल अध्यक्ष मंजू पटेल, प्रदेश एवं मंडल सचिव जय श्री गंगवार, जिला उपाध्यक्ष सुनीता गंगवार, चंपा, मुन्नी, अनीता, मीरा, इंद्रा देवी आदि उपस्थित रही।

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