नगीना पुलिस को बिजनौर एसएसपी की पडी डांट तो 24 घंटे से पूर्व ही बरामद कर दिया लड़की को

 Report By:Afsar Siddiqui 

नगीना  (बिजनौर) ज्ञात हो कि 11 दिन पूर्व 12 जून को नगर के मौहल्ला लाल सराय मंडी मौलगंज के एक व्यक्ति ने अपनी 19 वर्षीय पुत्री को बहला फुसलाकर ले जाने की अज्ञात व्यक्ति के खिलाफ रिपोर्ट की तहरीर लिखकर पुलिस को दी थी। पुलिस ने तहरीर के आधार पर ही मु0अ0स0175/24 से धारा 366 भा0द0वि0 किया गया था। युवती के परिजनों द्वारा पुलिस पर दबाव बनाने पर पुलिस ने पुछताछ के 13 व 14 जून को दो युवकों को उठाकर लाई तो पता चला युवती के मोबाइल फोन में जो सिम पड़ा था वह एक युवक का था।


दुसरे युवक के भी फोन  से फोनों पर बात चीत होने के शक में दोनों से पुलिस एक सप्ताह से पुछताछ कर रही थी। पुलिस परिजनों के साथ अमृतसर तक भी  युवती को तलाशने पहुंची जहां से बताया जाता है पुलिस वहां से खाली बैरंग वापस नगीना लौट आई थी। बताया जाता है 18 जून को युवती के परिजन अपने समाज के लोगों के साथ पुलिस अधीक्षक बिजनौर से जाकर मिले। जहां पर पुलिस अधीक्षक बिजनौर ने नगीना पुलिस को 24 घंटे में युवती को बरामद करने के निर्देश जारी कर । परिजनों को युवती 24 घंटे में युवती बरामद करा देने का आश्वासन दिया था।  पुलिस अधीक्षक द्वारा आश्वासन के बाद ही  नगीना थाने की पुलिस ने ऐसी जादू की छड़ी घुमाई युवती 24 घंटे से पहले ही बुधवार को अपने दादा के साथ जाकर थाने पर उपस्थित हो गई। जहां पर युवती ने पुलिस को बताते हुए कहा कि मैंने एक नया मोबाइल फोन खरीदा था। जिसका पता मेरे परिजनों को  चल गया था। मुझे लगा कि मेरे पिता जी मुझे डांटेंगे। मैं पिता जी के डांटने के डर से बिना किसी को बताये अपना मोबाइल घर पर ही छोड़कर अमृतसर चली गई थी। वहीं लंगर में खाना खाती रही जब मुझे घरवालों की याद आई तो मैं बुधवार को अपने घर वापस आई हुं। पुलिस ने युवती के कथन आदि अंकित कर अग्रिम विवेचनात्मक कि कार्यवाही करते हुए। युवती के थाने में पुलिस ने 161 के बयान तो दर्ज कराए। गुरुवार को न्यायालय में 164 के ब्यान दर्ज होने के लिए भेजा गया। बताया जाता है कि गुरुवार को किसी कारणवश युवती के बयान दर्ज नहीं हो पाए थे। आज फिर पुलिस ने युवती के 164 के ब्यान कराने के लिए  न्यायालय में  लेजाकर पेश किया। पुलिस का कहना है कि 164 के बयानों के बाद ही न्यालय के आदेशों का पालन किया जाएगा। समाचार भेजें जाने तक दोपहर लगभग 2-30 बजे तक यह जानकारी नहीं मिल पाई थी कि पुलिस ने युवती के न्यायालय में युवती को बयान दर्ज कराने के लिए लेकर गई हैं या नहीं। एक सप्ताह से अधिक समय से पुलिस हिरासत में भीषण गर्मी में बैठे दोनों युवकों को पुलिस ने छोड़ा है या नहीं। 

थाने की पुलिस की नगर वासियों में काफी किरकिरी हो रही है कि पुलिस किसी भी व्यक्ति को पुछताछ के लिए 24 घंटे से अधिक समय तक थाने में किसी को भी नहीं बैठा सकती है। लेकिन पुलिस ने एक युवती के प्रकरण में दो युवा छात्रों को 10 दिन से अधिक समय से पूछताछ के लिए भीषण गर्मी में थाने में बैठा रखा है। जबकि युवती को अपने घर आए हुए आज तीन दिन हो गए है। पुलिस हिरासत में बैठे युवक अपने घर जाने का कर रहे इन्तेजार।

परिजनों को भी पुलिस द्वारा थाने में बैठाने पर परिजनों को डर सता रहा है कि कहीं पुलिस उक्त दोनों युवकों को किसी मकड़जाल में ना फंसादे।

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