मेडिकल स्टोर पर प्रतिबंधित नशीली दवाओ की बिक्री करने वालों को आखिर किसका है संरक्षण प्राप्त?

 रिपोर्ट-फिरदौस वारसी 

बरेली, मेडिकल स्टोर पर ऐसी दवाओं की कथित तौर पर बिक्री पिछले कुछ समय से अचानक बढ़ गई है। जिनकी डोज़ जानलेवा साबित हो सकती है। लेकिन दुकानों पर बेधड़क बगैर किसी रोक-टोक के बेचीं जा रही हैं, प्रतिबंधित नशीली दवाएं।अब सवाल यह उठता है आखिर स्वास्थ्य विभाग या तो पूरा बेखबर है, या ज़िला स्वास्थ्य विभाग फ़िर जानबूझकर बेखबर बन रहा है, 

बरेली शहर के अंदर ऐसी तमाम दुकाने हैं जहां पर कथित तौर पर नकली एवं खतरनाक दवाओ का धन्धा किसके संरक्षण में खुलेआम फल फूल रहा था। आखिर किसका संरक्षण इन्हें प्राप्त है। इसके बावजूद इन दवाओं पर साफ़ तौर पर लिखा होता है, डॉक्टर की सलाह के बाद ही दवा का सेवन करें, परंतु मोटा पैसा कमाने के चक्कर में शहर में गांवों में जगह-जगह बिना लाइसेंस के मेडिकल स्टोर खोलकर लोगों  को नशीली दवाई बेची जा रही हैं। क्या स्वास्थ्य विभाग जानकर भी अनजान है, यह प्रश्न बड़ा विचारणीय है।


वहीं बरेली में किला मेडिकल हॉल पर नारकोटिक्स और ड्रग विभाग व पुलिस द्वारा नशीली दवाओ के संबंध में एक बड़ी कार्यवाही की गई किला मेडिकल का गोदाम महेशपुर सीबीगंज में है बड़ी मात्रा में नशीली दवाई नारकोटिक्स ड्रग विभाग द्वारा पकड़े जाना इस बात का प्रमाण है।

 कि लगभग 1 वर्ष पूर्व समाज के ज़िम्मेदार पत्रकारों ने अपनी पत्रकारिता के धर्म को निभाते हुऐ नशीली दवाई किला मेडिकल पर बेधड़क बेची जा रही है इसकी खबर को प्रकाशित किया था। परंतु स्वास्थ्य विभाग ने कोई संज्ञान नहीं लिया जिससे नशीली दवाएं बेचने वाले कारोबारी के हौसले बुलंद हो गए और किला मेडिकल स्वामी की ओर से फर्जी मुकदमा पुलिस द्वारा पत्रकारों पर लिख दिया गया अब इतनी बड़ी मात्रा में किला मेडिकल स्टोर के गोदाम से नशीली दवाइयां बरामद हुई है जो इस बात की पुष्टि करती है कि पत्रकारों द्वारा चलाई गई खबरों पर अगर स्वास्थ्य विभाग संज्ञान लेता तो किला मेडिकल हाल पर इस समय करवाई होती, परंतु आज बड़ी मात्रा में किला मेडिकल हॉल से और उनके गोदाम से नारकोटिक्स विभाग की टीम को इतनी बड़ी मात्रा में प्रतिबंधित दवाइयां बरामद नहीं होती। वही नारकोटिक्स विभाग की टीम द्वारा इतनी बड़ी मात्रा में प्रतिबंधित दवाइयों के बरामद होने के बाद जहां स्वास्थ्य विभाग की कार्यशैली पर सवाल उठ रहे हैं, वहीं क्षेत्र में इस बात की भी चर्चा है की इतनी बड़ी मात्रा में प्रतिबंधित दवाइयों का कारोबार अंतर राज्य स्तर पर तो नहीं हो रहा है, और इस धंधे में कौन-कौन लोग शामिल हैं इसकी भी जांच होना अत्यंत आवश्यक है। अब देखना यह है स्वास्थ्य विभाग की कुंभकर्णी नींद टूटेगी, या फिर इसी तरह प्रतिबंधित दवाइयां का धंधा फलता फूलता रहेगा। किला मेडिकल हॉल पर कार्रवाई में 

 नारकोटिक्स टीम के  साथ किला थाना व थाना सी बी गंज की फ़ोर्स एवं उच्च अधिकारी मौजूद रहे। इंस्पेक्टर सीबीगंज राधेश्याम ने बताया कि नारकोटिक्स और ड्रग विभाग द्वारा बरामद दवा का मिलान किया जा रहा है और तहरीर के आधार पर मेडिकल स्टोर स्वामी को गिरफ्तार कर लिया गया है।

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