लोनी की जीवन सुरक्षा अलीपुर सुभानपुर यमुना बांध के टूटने का कौन है ज़िम्मेदार ?

 

उत्तर प्रदेश में सरकारी अधिकारियों पदाधिकारियों की गैर जिम्मेदार नाफरमानी अराजकता के कारण और ठेकेदारों पर भरोसा करने के कारण यमुना नदी की बाढ़ का प्रलय लोनी की लाखो जनता अपने प्राणों का संकट देख रही है?

 सत्तारूढ़ पार्टी के जनप्रतिनिधि, स्थाई जमीनी प्रयास के बजाय, अखबारों में मनोरोग छपा छपास के लिए निरंतर प्रयास कर रहे हैं? बांध की सुरक्षा सुनिश्चित करने वाले जमीनी प्रयास कहीं दिखाई नहीं दे रहे हैं? जनता मे त्राहिमामन त्राहि-त्राहि मची है?

कौन है इस लांचर लचर प्रशासनिक निगरानी व्यवस्था का जिम्मेदार? जिसकी लापरवाही गैर जिम्मेदारी के कारण हुआ लोनी क्षेत्र में अलीपुर नौरसपुर के बीच में सैकड़ों फुट बांध टूटने के कारण जान माल जनसहार का संकट?

 सैकड़ों करोड़ों रुपए की अर्थव्यवस्था का नुकसान ?

लोनी क्षेत्र की जनता जल जनित बीमारियों के आगाज से अब कौन बचाएगा? पहले ही नकारा घोषित हो चुके हैं लोनी, गाजियाबाद क्षेत्र के जनप्रतिनिधि और सरकार?

कहा है लोनी के मीरपुर गांव को गोद लेने वाले जनप्रतिनिधि? प्रदेश में शासनिक प्रशासनिक अधिकारी जनप्रतिनिधियों मे छपास का मनोरोग है, अखबार में का प्रयास करते रोज है? जनप्रतिनिधि केवल बयान वीर है, कर्मवीर के नाम पर धरातल पर कोई जिम्मेदार जवाबदेही और उत्तरदायित्व पूर्ण कार्य नहीं है? सरकार के आदेश केवल अखबारों में छपते हैं, सरकार के आदेशों का अनुपालन सरकारी अधिकारी संवैधानिक पदाधिकारी मंत्री आदि जनप्रतिनिधि नहीं करते? केवल अखबारों की सुर्खियां बटोरते है।

 सरकार के आदेश थे कि सभी नदियों के तटबंध, बांध और नहर के तट बंधो बांधो की मरम्मत कर सुरक्षित किए जाएं परंतु सरकार के आदेश कागजी साबित हुए अधिकारी ठेकेदारों पर निर्भर है और ठेकेदार कमीशन खोरी घूसखोरी की बीमारी में कागजी खानापूर्ति कर अपना मुनाफा ढूंढ रहे हैं

लोनी क्षेत्र की लाखों की जनसंख्या को यमुना नदी के बाढ़ तटबंध टूटने से जनसंहार का खतरा पैदा हो गया 

जीवन को संकट पैदा हो गया जान मान सम्मान और स्वास्थ्य संक्रमित बीमारियों का खतरा खड़ा है उनके सामने करोड़ों की धन-संपत्ति फसल का नुकसान है लोनी पहले ही जल निकासी साफ सफाई शिक्षा स्वास्थ्य रोजगार के संकट से गुजर रही थी अब ट्रॉनिका सिटी जैसे औद्योगिक क्षेत्र की अर्थव्यवस्था को सरकार की गैर जिम्मेदार लापरवाह अराजक स्थिति पैदा करने वाले बार-बार अधिकारियों ने चूना लगा दिया।

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