देहरादून में आंदोलनकारी छात्रों पर पुलिस द्वारा किया गया लाठीचार्ज सरकार की दमनकारी नीतियों और उसकी विफलता का प्रमाण है, मुस्लिम मजलिस सहित समूचा विपक्ष आंदोलनकारी छात्रों के साथ है|

 बेटा समाचार एक्सप्रेस के लिए उत्तराखंड से हनीफ रजा़ की रिपोर्ट, 

उत्तराखंड प्रभारी


प्रदेश अध्यक्ष उत्तराखंड

 देहरादून, ऑल इंडिया मुस्लिम मजलिस के राष्ट्रीय महासचिव उत्तराखंड प्रभारी मुस्तकीम मंसूरी एवं प्रदेश अध्यक्ष उत्तराखंड मोहम्मद अशरफ एडवोकेट ने एक संयुक्त बयान में छात्रों पर उत्तराखंड पुलिस द्वारा किए गए बर्बर लाठीचार्ज की निंदा करते हुए कहा कि उत्तराखंड सरकार अपने दमनकारी रवैया से उत्तराखंड छात्रों की आवाज को नहीं दवा सकती| उत्तराखंड प्रभारी एवं प्रदेश अध्यक्ष ने कहा की भर्ती प्रक्रिया के विरोध में प्रदर्शन कर रहे छात्रों पर पुलिस के द्वारा किया गया लाठीचार्ज उत्तराखंड सरकार की दमनकारी नीतियों का प्रमाण है| उन्होंने कहा भर्तियों में धांधली के विरोध में प्रदर्शनकारी छात्रों पर पुलिस द्वारा लाठी चार्ज करके छात्रों की आवाज को दबाने का जो प्रयास किया है, वह अत्यंत शर्मनाक एवं निंदनीय है| आंदोलनकारी छात्र यूकेपीएससी और एसएससी परीक्षा आयोग में सुधार की मांग को लेकर गांधी पार्क देहरादून में बेरोजगार संघ के साथ आंदोलन कर रहे थे, इस प्रदर्शन के दौरान बेरोजगार संघ और आंदोलनकारियों की पुलिस के साथ तीखी बहस हुई, जिसके बाद पुलिस ने छात्रों की भीड़ को बलपूर्वक खदेड़ते हुए लाठीचार्ज किया है| जो सरकार की छात्र विरोधी मानसिकता को दर्शाता है| उन्होंने कहा आंदोलनकारी छात्र ऐसी व्यवस्था की मांग कर रहे हैं, जो अपनी योग्यता का स्वच्छ निर्धारण करवा सकें| उत्तराखंड प्रभारी एवं प्रदेश अध्यक्ष ने सवाल करते हुए कहा कि एक निष्पक्ष परीक्षा तंत्र मांगना छात्रों का मौलिक अधिकार है| और प्रदर्शनकारी छात्रों पर सरकार द्वारा लाठीचार्ज करवाना क्रूर अत्याचार है| उत्तराखंड प्रभारी मुस्तकीम मंसूरी एवं प्रदेश अध्यक्ष मोहम्मद अशरफ एडवोकेट ने कहा कि राज्य में हालात बद से बदतर बने हुए हैं| अगर छात्रों का गुस्सा आज सड़कों पर फूटा है तो कल सरकार को यह समझना चाहिए कि छात्रों के ऊपर क्या बीत रही है| लेकिन आज हकीकत यह है कि उत्तराखंड का बेरोजगार युवा अपने आप को ठगा महसूस कर रहा है| मौजूदा सरकार सिर्फ छात्रों युवाओं और बेरोजगारों को लुभावने सपने दिखा रही है| उत्तराखंड सरकार के पास छात्रों युवाओं और बेरोजगारों के लिए कोई ठोस नीति नहीं है| यही कारण है कि आज उत्तराखंड का युवा छात्र और बेरोजगार अपने हक की आवाज बुलंद करने के लिए सरकार के खिलाफ सड़कों पर उतर रहा है| और उत्तराखंड सरकार बेगुनाह छात्रों पर पुलिस द्वारा हिंसक प्रहार करवा रही है जो उत्तराखंड सरकार का एक शर्मनाक कृत्य है| इसकी जितनी भी निंदा की जाए वह कम है| मुस्लिम मजलिस के उत्तराखंड प्रभारी एवं प्रदेश अध्यक्ष ने कहा सरकार को यह ध्यान रखना चाहिए के किसी भी सरकार को बनाने और उसे सत्ता से बेदखल करने में उस प्रदेश के युवाओं छात्रों नौजवानों और बेरोजगारों का अहम रोल होता है| चुनाव के समय सरकार ने उत्तराखंड वासियों से जो लुभावने वायदे किए थे, उन्हें पूरा करने में सरकार पूरी तरह सफल साबित हुई है| उन्होंने कहा आज मुस्लिम मजलिस ही नहीं पूरा विपक्ष सरकार की दमनकारी नीतियों के विरुद्ध लामबंद हो रहा है| इस संबंध में मुस्लिम मजलिस शीघ्र विपक्षी नेताओं के साथ वार्ता करेगी और मजलिस का डेलिगेशन उत्तराखंड के गवर्नर से मुलाकात कर उत्तराखंड सरकार की बर्खास्तगी की मांग करेगा|

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