मौहम्मद मानिक अपनी जान की परवाह किए बिना नदी में कूद गए और फ़रिश्ता बनकर 9 लोगों को मौत के मुंह से बचा लाए

 मानिक अपनी जान की परवाह किए बिना नदी में कूद गए और फ़रिश्ता बनकर 9 लोगों को मौत के मुंह से बचा लाए. मोहम्मद मानिक ने बता दिया कि इंसानियत का कोई धर्म नहीं होता. वह बुधवार को मेले में मूर्ति विसर्जन का कार्यक्रम देखने गए थे. उसी दौरान माल नदी में बाढ़ आ गई. जब उन्होंने लोगों को डूबते हुए देखा तो नदी में कूद गए. नदी के तेज बहाव से 9 लोगों को खींचकर बाहर ले आए. जबकि, उनके पैर में पहले से चोट लगी थी. स्थानीय लोगों का कहना है मोहम्मद मानिक एक अच्छे तैराकी हैं. लोग उनके द्वारा किए गए इस नेक काम की काफी सराहना कर रहे हैं. बचाए गए परिवार के लोग उनको धन्यवाद दे रहे हैं. मीडिया रिपोर्ट्स के मुताबिक, यह घटना रात के लगभग 9:30 बजे की है. काफी तादाद में लोग मौके पर जमा थे. लोगों को नहीं पता था कि माल नदी में हिमालय की तलहटी में भारी बारिश होने पर बाढ़ का खतरा रहता है. बताया जा रहा है कि जब यह घटना घटित हुई उस समय कलिपोंग पहाड़ियों पर काफी तेज वर्षा हो रही थी. नतीजन, माल नदी में अचानक से बाढ़ आ गई और 8 लोग काल के गाल में चले गए. पश्चिम बंगाल की मुख्यमंत्री ममता बनर्जी ने हादसे में मरने वाले परिवार को 2-2 लाख रुपए मुआवजा देने का एलान किया है. जबकि, घायलों को 50-50 हजार रुपए की मदद राशि दी जाएगी. 

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