देश के प्रमुख मुस्लिम नेताओं की मुम्बई में हुई, मीटिंग में यह मान लिया गया, की मुसलमानों के जन संहार व लोकतंत्र खत्म करने का भारत में माहौल बनाया जा रहा है,
बेताब समाचार एक्सप्रेस के लिए मुस्तकीम मसूरी की रिपोर्ट,
मीटिंग में आवाम के साथ जमीनी संघर्ष के लिए मंसूबा बंदी की गई और कुछ अहम रेगुलेशन भी पास किए गए,
मूम्बई, देश भर से चोटी के मुस्लिम नेताओं कि मुम्बई में हुई मीटिंग,मीटिंग में ये मान लिया गया कि भारत में मुसलमानों के जनसंहार व लोकतंत्र ख़त्म करने का माहौल बनाया जा रहा है,और इन तमाम चैलेंजेस को लेकर अवाम को जोड़ कर ज़मीनी संघर्ष के लिए मज़बूत मंसूबा बंदी भी कि गई और कुछ अहम रिजॉल्यूशन भी पास करके मीडिया में भेजा गया
मीटिंग में मशहूर धार्मिक व समाजी लीडर मौलाना सज्जाद नोमानी, पूर्व राज्य सभा मेंबर मौलाना उबैदुल्ला खान आज़मी, इमारत शरिया बिहार उड़ीसा झारखंड के अमीर शरियत अहमद वली फैसल रहमानी, पोपुलर फ्रंट ऑफ इंडिया के महा सचिव अनीस अहमद, जमाते इस्लामी के मुजतबा फारूक, पूर्व राज्य सभा मेंबर मुहम्मद अदीब, दरगाह अजमेर के सज्जादा नशीन सयद सरवर चिश्ती, महाराष्ट्र से सपा विधायक अबू आसिम आजमी, शिया पर्सनल लॉ बोर्ड के ज़हीर अब्बास, कोलकाता ना खुदा मसजिद के इमाम शफीक क़ासमी, सोशल डेमोक्रेटिक पार्टी ऑफ इंडिया के राष्ट्रिय अध्यक्ष एम.के फ़ैजी, ऑल इंडिया मुस्लिम पर्सनल लॉ बोर्ड से डॉक्टर आसमा ज़हरा, वूमन्स एक्टिविस्ट सुमैया नोमानी, नौजवान आलिम दिन मेहदी हसनी, मौलाना महमूद ख़ान दरिया आबादी और रहमानी 30 के फहद रहमानी समेत भारत के अकसर राज्य से मुसलमानों के चोटी के समाजी, सियासी व धार्मिक नेता जमा हुए थे।
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