बहेड़ी तहसील में महिला पत्रकार पर जानलेवा हमला

जनपद बरेली के थाना बहेड़ी में महिला पत्रकार पर दिनदहाड़े वकीलों ने किया हमला। देश में पत्रकारों पर आए दिन हमले हो रहे हैं वही यह मामला जिला बरेली थाना बहेड़ी का है। वकीलों ने एक महिला पत्रकार  अनीता देवी  "बेताब समाचार एक्सप्रेस"  के  साथ बदतमीजी और गाली गलौज करके महिला के साथ छेड़खानी की, लोहे की सरिया से हमला किया। बताया गया है कि महिला रिपोर्टर तहसील परिसर में न्यूज़ लेने गई थी तभी सतीश मुंशी व मान सिंह, कुलबीर सिंह एडवोकेट ने कहां फर्जी तू पत्रकार है रोज-रोज  आ जाती है । इसी बात को लेकर दोनों में कहासुनी हुई मानसिंह व  सतीश मुंशी व कुलबीर सिंह एडवोकेट ने  महिला पत्रकार के साथ बदतमीजी की और गाली गलौज की और कहां कि अगर तू तहसील बहेड़ी पर दिखाई दी तो तुझे जान से मार दूंगा। महिला ने थाना चौकी प्रभारी को फोन किया तो तत्काल पुलिस  पहुंची यदि समय पर पुलिस ने पहुँचती तो महिला की जान को खतरा हो सकता था पुलिस महिला पत्रकार से मारपीट करने वालों को पुलिस चौकी ले गई लेकिन बाद में वकीलों के दबाव में उन्हें छोड़ दिया गया।



बडे अफसोस की बात है प्रदेश की योगी आदित्यनाथ सरकार जहां एक और नारी की सुरक्षा की जिम्मेदारी निभा रही है। वही कुछ इस तरह के लोग महिलाओं का बिल्कुल भी सम्मान नहीं करते हैं और महिला पत्रकार के साथ जिस तरह से छेड़खानी बदतमीजी और लोहे की सरिया से हमला किया गया यह बहुत ही शर्मनाक है। इस मामले में पुलिस को त्वरित कार्यवाही करनी चाहिए। पुलिस अपना फर्ज निभा रही थी लेकिन वकीलों ने अपना दबाव बनाना शुरू कर दिया है। एक वकील ने अपना नाम न छापने की शर्त पर बताया कि हम पेशा होने के नाते इन वकीलों के साथ कुछ वकील समर्थन कर रहे हैं लेकिन अंदर से सब लोग इनके खिलाफ है । क्योंकि इनके कारनामों के बारे में जानते हैं इनके कारनामे कई बार वकालत के पेशे को अपमानित करने वाले रहे हैं। लेकिन ऐसे लोग वकालत के पेशे को भी बदनाम कर रहे हैं। इन वकीलों के बारे में पता चला है कि  यह  कई तरह के गलत कामों में लिप्त रहते हैं और  वकालत  की धमकी देकर अपना रौब झाड़ते हैं। महिला पत्रकार का कहना है कि यदि उनकी सुनवाई न हुई तो वह बार काउंसिल में इन वकीलों की शिकायत करेगी। बेताब समाचार एक्सप्रेस ने पत्रकारिता के मापदंडों को हमेशा उचित स्थान पर पहुंचाया है शोषित वंचित समाज और निर्बल व कमजोर वर्ग को न्याय दिलाने के लिए हमारी पत्रकारिता रही है। लोकतंत्र के चौथे स्तंभ को मजबूत करने के लिए पत्रकारों पर हमला करने वाले लोगों के खिलाफ कड़ी कार्यवाही  की जानी चाहिए।


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