प्राथमिक शिक्षा भविष्य की शिक्षा की नींव है, इसका सुदृढ़ होना अति आवश्यक है, जिलाधिकारी शिवाकान्त

 बेताब समाचार एक्सप्रेस के लिए बरेली से फिरदौस की रिपोर्ट

बीएसए श्री विनय कुमार ने  जिला अधिकारी शिवाकांत द्विवेदी का पुष्प गुच्छ भेंट कर एवं बैज लगाकर स्वागत किया

बरेली, 22 अप्रैल जिलाधिकारी श्री शिवाकान्त द्विवेदी ने कहा कि कक्षा एक-दो व पूर्व माध्यमिक स्तर की शिक्षा के भवन की नींव के समान है। मजबूत नींव पर ही उच्च शिक्षा का सुंदर भवन तैयार किया जा सकता है। उन्होंने कहा कि अध्यापक व अभिभावक दोनों बच्चों की प्रारंभिक शिक्षा प्राप्त करने पर मनोयोग से कार्य करें, शिक्षक बच्चों को सिखाने के रुचिकर वातावरण व गतिविधि आधारित शिक्षण प्रदान करें और अभिभावक बच्चों को नियमित विद्यालय भेजें और बच्चों की शिक्षा को सर्वोच्च प्राथमिकता दें। 





ज़िलाधिकारी ने प्रधानाध्यापक को निर्देश दिये कि इस बाल वाटिका में बच्चों को कविता, कहानी, लिखना, पढ़ना, प्रार्थना करना, भाषा, शैली आदि के विषय में ज्ञान अर्जित कराया जाये। उन्होंने निर्देश दिये कि सप्ताह में दो बार अभिभावकों के साथ एक गोष्ठी अवश्य की जाये। उन्होंने कहा कि इस विद्यालय में बनी बालवाटिका में बच्चों के सीखने की प्रवृत्ति और तेज हो जायेगी । उन्होंने कहा कि अध्यापक कक्षा में बच्चों के मन में पिचाई का भय निकाल दे। उन्होंने कहा कि नयी शिक्षा प्रणाली बच्चों के लिये उपयोगी ही नही बल्कि कारगर भी साबित होगी है। उन्होंने कहा कि विद्यालय के शिक्षक/शिक्षिकायें गांव-गांव में जाकर अभिभावकों को बच्चों को स्कूल भेजने के लिये भी प्रेरित करें। उन्होनें छात्र छात्राओं के अभिभावकों से कहा कि कम से कम दस मिनट बच्चों के लिये अवश्य दें, उनसे विद्यालय में आज जो पढाया गया उसकी जानकारी अवश्य लें।

जिलाधिकारी श्री शिवाकांत द्विवेदी आज प्राथमिक विद्यालय लखौरा, विकास खंड,  क्यारा में बालवाटिका व चहक कार्यक्रम के शुभारंभ के अवसर पर उपस्थित लोगों को सम्बोधित कर रहे थे। जिलाधिकारी ने प्राथमिक विद्यालय लखौरा में तैयार की जा रही बालवाटिका पर अपनी प्रसन्नता व्यक्त की तथा कक्षा एक में नव प्रवेशित बच्चों को वेलकम किट भी भेंट की । इससे पूर्व ज़िलाधिकारी ने बाल वाटिका का फीता काटकर शुभारंभ किया। ज़िलाधिकारी ने बच्चों के लिए तैयार किए गए विशेष गतिविधि कक्ष अधिगम सामग्री का भी उन्होंने निरीक्षण किया। इस अवसर पर मां सरस्वती के समक्ष जिलाधिकारी ने दीप प्रज्वलन कर माल्यार्पण भी किया। कार्यक्रम में बच्चों द्वारा सरस्वती वंदना भी प्रस्तुत की। 

बीएसए श्री विनय कुमार ने ज़िलाधिकारी का पुष्प गुच्छ भेंट कर एवं बैज लगाकर स्वागत किया। डॉ लक्ष्मी शुक्ला एसआरजी ने अतिथियों का स्वागत करते हुए बाल वाटिका का उद्देश्य सभी के समक्ष रखा। उन्होंने बताया कि राष्ट्रीय शिक्षा नीति 2020 के अंतर्गत बच्चों की प्राथमिक कक्षा 1 व 2 व पूर्व प्राथमिक शिक्षा 3 से 6 वर्ष पर विशेष ध्यान दिया गया है जिससे बच्चे आगे की कक्षाओं के लिए बेहतर तैयार हो सके। उन्होंने बताया कि 3 से 6 वर्ष की तैयारी पूर्व प्राथमिक स्तर पर आंगनवाड़ी द्वारा कराया जाए |

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