भारत की आजादी में मुसलमानों की कुर्बानी ज्यादा है इसलिए वे इस देश के अधिक हिस्सेदार हैं

 मजलिस की जन सभा  और श्री राम कॉलोनी में नारथा ईस्ट डिस्ट्रिक्ट  कार्यालय का उद्घाटन

प्रेस विज्ञप्ति (11 नवंबर 2021)आजादी के पचहत्तर साल बाद भी देश आजादी के लिए तरस रहा है, अब देश में सच बोलना गुनाह हैसच बोलने पर मीडिया वालों के साथ अपराधियों जैसा सलूक किया जा रहा है।त्रिपुरा के बारे में सच बोलने पर लोगों  के खिलाफ देशद्रोह के मुकदमे गढ़े जा रहे हैं, बहुसंख्यकों के दिलों में अल्पसंख्यकों के खिलाफ नफरत के बीज बोए जा रहे हैं।यह स्थिति देश के लिए भयावह है।ये विचार कलीमुल-हफ़ीज़ , अध्यक्ष,ऑल इंडिया मजलिस-ए-इत्तेहादुल मुसलमीन, दिल्ली ने श्री राम कॉलोनी, उत्तर पूर्व में मजलिस के उत्तर पूर्व कार्यालय के उद्घाटन समारोह में प्रतिभागियों को संबोधित करते हुए व्यक्त किए कलीमुल-हफ़ीज़ ने कहा कि हमारे और हमारी पीढ़ियों के भविष्य के लिए एक गंभीर समस्या खड़ी हो गई हैसारी सरकारें मुसलमानों को हाशिए पर डाल रही हैं.न केवल मुस्लिम मंत्रियों के होंठ सिले  हुए हैं, बल्कि वे सार्वजनिक रूप से हिंदू धर्म के अनुसार पूजा कर रहे हैं।मुस्लिम वोट हासिल करने वाले भी उनका नाम लेने से कतरा रहे हैं।अब एक ही रास्ता है कि  मुसलमान अपने  नेतृत्व के बैनर तले एकजुट होजाएं। मजलिस अधियक्ष  ने कहा कि मौलाना अबुल कलाम आजाद के बाद देश को बैरिस्टर असदुद्दीन ओवैसी के रूप में एक सच्चा और निडर नेता मिला है।


अबमुसलमानों के पास एक पार्टी, एक झंडा और एक मंच है.मुसलमानों की समस्याओं का एक ही समाधान है कि सभी तथाकथित धर्मनिरपेक्ष दलों को छोड़कर उनके नेतृत्व में एकजुट हो जाएं। अपनी शक्ति को पहचानो।इस बात से मत डरो मत कि मुसलमानों की एकता बहुसंख्यकों को  एकता की ओर ले जाएगी। बहुसंख्यक मुसलमानों के खिलाफ 2014 में ही एकजुट होगए  थे। अब मुसलमानों को एकजुट होने की जरूरत है। कलीमुल-हफ़ीज़ ने कहा कि यह कैसा लोकतंत्र है कि त्रिपुरा दंगों में सच बोलने वालों को भी जेल भेजने की बात कही जा रही है।उन पर देशद्रोह का मुकदमा चलाया जा रहा है, मीडिया वालों को भी नहीं बख्शा जा रहा है। इस प्रकार लोकतंत्र तानाशाही में बदल रहा है। कलीमुल-हफ़ीज़ ने दिल्ली का जिक्र करते हुए कहा कि दिल्ली सरकार ने 82 फीसदी वोट हासिल करने के बावजूद मुसलमानों की अनदेखी की है.उनकी बस्तियों में कोई स्कूल या अस्पताल नहीं है, उनके पास केवल गंदगी है एकमात्र समाधान उस पार्टी को वोट देना है जिसके एजेंडे में सबसे ऊपर मुसलमान हों।स्थानीय और राज्य के अधिकारियों ने भी आम सभा को संबोधित किया।हजारों लोगों ने भाग लिया,मजलिस अधियक्ष का पुष्पमालाओं से स्वागत किया गया।

प्रकाशन के लिए

अब्दुल गफ्फार सिद्दीकी

मीडिया प्रभारी

मजलिस दिल्ली

8287421080

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