एनडी मॉल के सील होने के बाद भाजपा नेताओं ने करोड़ों रुपए लेकर गैरकानूनी तरीके से मॉल को शुरू करवाया- सौरभ भारद्वाज


 नई दिल्ली, 20 सितंबर, 2021आम आदमी पार्टी के मुख्य प्रवक्ता सौरभ भारद्वाज ने कहा कि भाजपा शासित एमसीडी ने 2013 में एनडी मॉल को अवैध बताते सील किया। दुकानदारों से करोड़ों रुपए लेकर मॉल को 8 साल चलने दिया। अब व्यापारियों द्वारा दोबारा पैसे नहीं देने पर मॉल को सील करवा दिया। एनडी मॉल के सील होने के बाद भाजपा नेताओं ने करोड़ों रुपए लेकर गैरकानूनी तरीके से मॉल को शुरू करवाया। तब भाजपा नेताओं ने करोड़ों रुपए लेकर गैरकानूनी तरीके से मॉल को शुरू करवा दिया‌।


उन्होंने कहा कि  भाजपा के वरिष्ठ नेता और पूर्व मेयर रविंद्र गुप्ता पर अब व्यापारियों ने करोड़ों रुपए की वसूली के लिए दबाव बनाने का गंभीर आरोप लगाया है। भाजपा नेता रविंद्र गुप्ता की ब्लैकमेलिंग और एक्सटोर्शन की पोल खुल गई तो आज सुबह एमसीडी ने दोबारा उस बिल्डिंग को सील कर दिया।‌ दिल्ली भाजपा प्रदेश अध्यक्ष आदेश गुप्ता से सवाल है कि क्या यह चोरी दिल्ली भाजपा को नजर नहीं आ रही है? क्या वह रविंद्र गुप्ता के ऊपर कार्रवाई करेंगे?

आम आदमी पार्टी के मुख्य प्रवक्ता सौरभ भारद्वाज ने सोमवार को प्रेस वार्ता को संबोधित किया। सौरभ भारद्वाज ने कहा कि दिल्ली नगर निगम और दिल्ली पुलिस मिलकर खुल्लम-खुल्ला लूट और भ्रष्टाचार कर रहए हैं। दिल्ली नगर निगम में भी भाजपा का शासन है और दिल्ली पुलिस भी केंद्र सरकार के अधीन है, जहां पर भी भाजपा की सरकार है। भाजपा शासित एमसीडी और दिल्ली पुलिस ने करोड़ों रुपए की संगठित लूट को अंजाम दिया है। भाजपा के नेता करोड़ों रुपए की लूट संगठित तरीके से कर रहे हैं।

उन्होंने कहा कि कुछ दिनों पहले करोल बाग के दर्जनों व्यापारियों ने मुद्दा उठाया कि 2013 में अजमल खां रोड पर एनडी मॉल नाम की कमर्शियल बिल्डिंग बनाई गई। एमसीडी ने उसे अवैध बताते हुए तब सभी फ्लोर को सील कर दिया। बाद में उन दुकानों को अपने आप खुलवा दिया गया। 2013 से लेकर अभी तक क़रीब 8 साल से मॉल के अंदर शोरूम चल रहे हैं। करोल बाग के व्यापारियों ने भाजपा के वरिष्ठ नेता और पूर्व मेयर रविंद्र गुप्ता पर गंभीर आरोप लगाए हैं। करोल बाग से पार्षद रहे रविंद्र गुप्ता पर करोड़ों रुपए की वसूली करने के लिए दबाव बनाने का गंभीर आरोप लगाया है। जब पूरे मामले के बारे में पता लगाया तो मिलीभगत का खुलासा हुआ।

सौरभ भारद्वाज ने कहा कि 2013 में एक मॉल बन रहा था, उसको एमसीडी में पहले सील कराया गया लेकिन गिराया नहीं गया। इसके बाद दुकानदारों से करोड़ों रुपए उगाए गए और दुकानों को चलने दिया। इसको लेकर 2014 में एफआईआर दर्ज कराई गई। इससे स्पष्ट है कि प्रशासन को पता चला कि दुकानों की डी सीलिंग नहीं हुई है। एमसीडी के एई, एक्सईएन, एसई और करोल बाग जोन के डिप्टी कमिश्नर ने फाइल में लिखा कि जिन दुकानों को सील किया था उनकी सील तोड़कर दुकान शुरू कर दी गई हैं। ऐसे में इनके ऊपर कार्रवाई करनी चाहिए। इसके बाद एसएचओ करोल बाग को चिट्ठी लिखकर कहा गया कि इनके ऊपर कानूनी कार्रवाई करें और एफआईआर दर्ज की जाए। इसके बाद इस फाइल को दबा दिया गया।

उन्होंने कहा कि वहां पर पिछले 8 साल से धड़ल्ले से सभी दुकानें चल रही हैं।अब दुकानदारों से दोबारा पैसे की मांग रखी गई। दुकानदारों ने कहा है कि रविंद्र गुप्ता ने पैसे की मांग करते‌‌ हुए चेतावनी दी कि अगर आप पैसा नहीं देंगे तो आपकी दुकानें दोबारा से सील करा देंगे। अब इसका विरोध जताते हुए दुकानदारों ने इस बात का खुलासा किया है। अब जब रविंद्र गुप्ता की ब्लैकमेलिंग और एक्सटोर्शन की पोल खुल गई है तो आज सुबह एमसीडी ने दोबारा से उस बिल्डिंग को सील कर दिया। सौरभ भारद्वाज ने भाजपा नेतृत्व से सवाल पूछा कि जिस समय 2013 में बिल्डिंग को सील किया गया उस वक्त पार्षद और मेयर रविंद्र गुप्ता थे। ऐसे में मेयर रहते हुए यह कैसे संभव है कि कोई बिल्डिंग सील हुई लेकिन डिमोलिश नहीं? उन्होंने कहा कि एक मॉल को सील करने की फाइल डीसी के पास गई। जिसके बाद मॉल की दुकानों की सील तोड दी गई। इसके बाद फाइल फिर डीसी के पास गई और एसएचओ को शिकायत गई और एफआईआर दर्ज हुई। ऐसे में कैसे यह संभव है कि 8 साल से दुकानें चल रही थीं। क्या रविंद्र गुप्ता और एमसीडी के अधिकारियों को‌ इसका पता नहीं चला? पुलिस को इसकी एफआईआर दर्ज कराई गई थी। अगर बहुत बड़ा भ्रष्टाचारी एसएचओ होगा तब भी आईओ को कम से कम एक बार तो मॉल पर भेजा होगा और देखा होगा कि मॉल पूरी पूरी चल रही है। सौरभ भारद्वाज ने कहा कि पुलिस, एमसीडी के अधिकारी और भाजपा नेताओं ने मिलकर करोड़ों रुपए कमाए हैं। अब जब दोबारा वसूली करने का मन किया तो ब्लैकमेलिंग शुरू की गई। ऐसे में दुकानदारों ने विरोध किया तो इसको दोबारा से अब सील करा दिया। भाजपा खुल्लम-खुल्ला गुंडागर्दी, चोरी-डकैती भाजपा दिल्ली के अंदर कर रही है। इससे गंदा और घटिया रूप प्रशासन का कहीं देखने को नहीं मिल सकता है।‌ व्यापारियों ने भाजपा और आरएसएस को पाला है।‌ जब लोग आरएसएस वालों को घर में घुसने नहीं देते थे‌तब व्यापारी वर्ग ने इनको चंदा देकर इस मुकाम तक पहुंचाया कि यह लोग आज केंद्र में सरकार चला रहे हैं। अब यह उस व्यापारी वर्ग  के पीछे पड़ गए हैं। उनकी इमारतों को सील कर देते हैं और उसके एवज में पैसा लेते हैं। जब मन करता है तो फिर दोबारा से पैसे की उगाही करते हैं। मेरा सीधा दिल्ली भाजपा प्रदेश अध्यक्ष आदेश गुप्ता से सवाल है क्या यह चोरी दिल्ली भाजपा को नजर नहीं आ रही है? क्या वह रविंद्र गुप्ता के ऊपर कार्रवाई करेंगे? क्या इनके ऊपर सीबीआई की जांच कराएंगे? मैंने देखा है कि भाजपा के प्रवक्ताओं की आदत हो गई है कि जब हम भ्रष्टाचार के सूबत दिखाते हैं तो ये कहते हैं कि आम आदमी पार्टी झूठ बोलती है। उसके बाद भाजपा को अपने पार्षदों को निकालना पड़ता है और लिखित में कहते हैं कि वह भ्रष्टाचार कर रहे थे।

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