भाला फेंक में नीरज चोपड़ा ने जीता सोने का तमगा

 नई दिल्ली. भारत के स्टार जेवलिन थ्रोअर नीरज चोपड़ा (Neeraj Chopra wins Gold) ने टोक्यो ओलंपिक में गोल्ड मेडल  (Tokyo Olympics 2020) जीत इतिहास रच दिया. नीरज चोपड़ा एथलेटिक्स में ओलंपिक पदक जीतने वाले पहले भारतीय खिलाड़ी हैं. नीरज चोपड़ा ने फाइनल मुकाबले में 87.58 मीटर दूर भाला फेंक गोल्ड मेडल जीता.


नीरज चोपड़ा ने अपने दूसरे थ्रो में ही ये दूरी तय की. नीरज चोपड़ा ने पहले थ्रो में ही 87.03 की दूरी तय कर नंबर 1 पर जगह बना ली थी लेकिन इसके बाद उन्होंने अगले थ्रो में अपना प्रदर्शन और बेहतर किया. नीरज चोपड़ा ने टोक्यो में भारत को पहला गोल्ड मेडल दिलाया.
जेलविन थ्रो फाइनल में कोई भी एथलीट नीरज चोपड़ा (Neeraj chopra javelin thrower) के आसपास नजर नहीं आया. नीरज चोपड़ा एकलौते खिलाड़ी रहे जिनका थ्रो 87 मीटर से ऊपर रहा. चेक रिपब्लिक के जाकुब वैडेलीच 86.67 मीटर और वितेस्लाव वेसली 85.44 मीटर की दूरी के साथ दूसरे और तीसरे नंबर पर रहे.

नीरज चोपड़ा (Neeraj chopra Tokyo Olympics) भारत के लिए व्यक्तिगत ओलंपिक स्वर्ण पदक जीतने वाले महज दूसरे खिलाड़ी हैं. शूटर अभिनव बिंद्रा ने बीजिंग ओलंपिक्स में गोल्ड मेडल जीता था और अब नीरज चोपड़ा ने इस करिश्मे को अंजाम दिया है. नीरज चोपड़ा ने ओलंपिक एथलेटिक्स में भारत को पहला पदक दिलाया है. इससे उन्होंने भारत का एथलेटिक्स में ओलंपिक पदक जीतने का पिछले 100 साल से भी अधिक का इंतजार समाप्त कर दिया. नीरज ने स्वर्ण पदक जीतने के बाद तिरंगा लेकर मैदान का चक्कर लगाया और इसका जश्न मनाया.

नीरज को ओलंपिक से पहले ही पदक का प्रबल दावेदार माना जा रहा था और इस 23 वर्षीय एथलीट ने अपेक्षाओं पर खरा उतरते हुए हुए क्वालीफिकेशन में अपने पहले प्रयास में 86.59 मीटर भाला फेंककर शीर्ष पर रहकर फाइनल में जगह बनायी थी. फाइनल में उन्होंने पहले प्रयास में 87.03 मीटर भाला फेंका था और वह शुरू से ही पहले स्थान पर चल रहे थे. तीसरे प्रयास में वह 76.79 मीटर भाला ही फेंक पाये जबकि चौथे प्रयास में फाउल कर गये. उन्होंने छठे प्रयास में 84.24 मीटर भाला फेंका लेकिन इससे पहले उनका स्वर्ण पदक पक्का हो गया था. भारत ने पहली बार एंटवर्प ओलंपिक में एथलेटिक्स में भाग लिया था लेकिन तब से लेकर रियो 2016 तक उसका कोई एथलीट पदक नहीं जीत पाया था. दिग्गज मिल्खा सिंह और पीटी ऊषा क्रमश 1960 और 1984 में मामूली अंतर से चूक गये थे. (भाषा के इनपुट के साथ)

टिप्पणियाँ

इस ब्लॉग से लोकप्रिय पोस्ट

सपा समर्थित उम्मीदवार श्रीमती उजमा आदिल की हार की समीक्षा

सरधना के मोहल्ला कुम्हारान में खंभे में उतरे करंट से एक 11 वर्षीय बच्चे की मौत,नगर वासियों में आक्रोश

विधायक अताउर्रहमान के भाई नसीम उर्रहमान हज सफर पर रवाना