भारत देश के मूल निवासी हिंदू नहीं जो हिंदू है वह देश का गद्दार है -फूल सिंह बौद्ध*




 

 *भारत देश के मूल निवासी हिंदू नहीं जो हिंदू है वह देश का गद्दार है -फूल सिंह बौद्ध*

मेरठ:- भारत देश के मूल निवासी हिंदू नहीं है यह ब्राह्मणों का एक षड्यंत्र षड्यंत्र नामित सा शब्द है जो हिंदू हैं वह देश के गद्दार हैं हम गुलाम नहीं हैं हिंदू के मायने गुलामी होता है।

भारत क्रांति मोर्चा बहुजन क्रांति मोर्चा के मेरठ मंडल प्रचारक फूल सिंह बौद्ध जनता की हर खबर लेते हुए मेरठ पहुंचे और बहुजन मुक्ति पार्टी के प्रदेश मीडिया प्रभारी एवं मेरठ मंडल अध्यक्ष आरडी गादरे से भी भेंट वार्ता वार्ता की डॉ जाकिर हुसैन कॉलोनी मैं मोहम्मद आसिफ सैफी और आरडी गादरे के आवास पर एक बैठक की देश में देश की वर्तमान स्थिति के गंभीर दुष्परिणामों को देखते हुए कहा कि आज देश की स्थिति बड़ी दयनीय हैं और जिसकी जिम्मेवार मोदी योगी सरकार है आज लाखों लोग इस महामारी में इस बीजेपी के षड्यंत्र में शासन प्रशासन की अनदेखी में मौतों को देखकर अपने भारतवासी मूल निवासियों पर अफसोस होता है कि वह एक हिंदुत्व और हिंदू के नाम पर ठगे जा रहे हैं और देश बर्बादी की ओर अग्रसर है इसी पर बहुजन मुक्ति पार्टी के ऑडी कादरी ने अपने वक्तव्य में कहा कि आज भारत देश में इस महामारी के काल में भी कुछ षड्यंत्रकारी जाति धर्म समाज में दूरी बनाने का आह्वान कर रहे हैं जबकि ऐसे वक्त में एक दूसरे के काम आना ही भारतीय सामाजिक संस्कृति और इंसानियत मानवता का नाम है लेकिन आज चिकित्सक भी चिकित्सा नहीं दे पा रहे हैं और मोदी योगी की सरकार ने लोगों को आपसी मतभेदों में बांट दिया है लोगों में गलत धारणा पैदा कर दी है आप सभी से अनुरोध है कि अपने आस पड़ोसियों का ध्यान रखें और साफ-सफाई की ओर सबसे ज्यादा गुर्दे इस बीमारी में या महामारी में हौसला बना कर आत्म संयम बनाकर रखें कोई डरने की जरूरत नहीं जो इंसान मनोबल से गिर गया वही मर गया इसीलिए यह सरकार जो लोगों में दहशत में पैदा कर लोगों को घरों में कैद कर चिकित्सा देने के बदले दहशत का माहौल दे रही है हमें इस से उतरना होगा डॉक्टर इरशाद ने कहा कि आज हमें अपने मनोबल को ऊंचा बनाकर रखने की जरूरत है जबकि मेरा जवान बेटा भी जा चुका है लेकिन मैं जनता के लिए यही संदेश देना चाहता हूं क्या तुम संयम बनाकर रखें जिला अध्यक्ष ओमवीर सिंह ने कहा कि इस सरकार ने सब देशवासियों को हिंदू तो हिंदू के नाम पर ठगा हुआ है हमें इससे बचना होगा मुस्लिम हमारा मूल निवासी है जैन सिख ईसाई जो समानता वाले मजहब है सभी मूलनिवासी हैं एक दूसरे का ख्याल रखें मेरठ महानगर प्रभारी खुर्शीद आलम ने कहा कि हम लोगों को आपसी भाईचारा प्यार मोहब्बत बनाकर रखने की जरूरत है फूल सिंह बौद्ध ने आगे बताया किमनुवाद द्वारा भारत के मूल निवासियों जनजाति/ अनुसूचित जाति/अन्य पिछड़ा वर्ग/अल्पसंख्यक- मुस्लिम/सिक्ख/ ईसाई/ बौद्ध/ जैन/कायस्थ) को सम्भवता हमेशा के लिए गुलाम बनाकर/पूर्णता बर्बाद/ नेस्तनाबूद करने की पटकथा लिखी जा चुकी है/अमल बहुत जोर शोर से जारी है/ जब तक मूलनिवासी जागेगा/ तब तक मनुवाद अपना काम पूर्ण कर लेगा/ यदि अपना अस्तित्व बनाए रखना है/ और मनुवाद से संघर्ष करना है/ तो निम्न बातों पर अमल करना नितांत आवश्यक होगा! सरकारी/अर्द्ध सरकारी/ नौकरी का मोह त्याग कर/ अपना स्वयं का रोजगार विकसित करना होगा।

जिन मूल निवासियों के पास स्वयं कि कृषि योग्य भूमि है /उसमें समाज और अपनी आवश्यकता के अनुसार उपयोगी ज्यादा आय वाली कृषि उपज का उत्पादन करने को वरीयता देनी होगी।

लुकमान सैफी ने कहा कि फिजूलखर्ची को पूर्णता रोक कर माँस,मदिरा, व्यभिचार,आदि से दूर रहना होगा।

पढ़े लिखे होने के अलावा शिक्षित होना होगा।भारत के  मूल इतिहास को समझना और जानना होगा।

यदि हमें जल्दी सफलता पानी है तो/बिना दहेज लिये जातीय-अंतर्जातीय विवाह की पहल तुरन्त ही शुरू करनी होगी। 

सुरेश गौतम ने कहा कि सभी मूल निवासियों को अपनी प्राचीन जाति विहीन श्रमण संस्कृति को ध्यान में रखते हुए (जब हमारा देश सोने की चिड़िया कहलाता था) एक दूसरे के साथ रोटी बेटी के संबंन्धोँ को वरीयता देनी होगी। तभी मूल निवासियों में एकजुटता और आत्मीयता का बीज अंकुरित होगा। हम आज भी मनु वादियों द्वारा निर्मित पोषित 6743 जातियों प्रत्येक जाति की 12 उपजातियों और हजारों गौत्रों के उनके षड्यंत्र में फंसे हुए हैं,ताकि हम एकजुट ना हो सकें। और हमारे मूलनिवासी भी  उस जाल को आज भी अपने स्वयं की दुर्बल संकीर्ण मानसिकता की बजह से तोड़ने में सक्षम नहीं हो पा रहे हैं। व्यापार करने वाले मूल निवासियों की दुकान से ही सामान आदि की खरीद फरोख्त को वरीयता देनी होगी।कठिन से कठिन कठिन परिस्थितियों का डटकर मुकाबला करते हुए अपनी आने वाली पीढ़ी को शिक्षित और जागरूक करना होगा तथा जन आंदोलनों में भागीदारी  ग्रामीण स्तर तक सुनिश्चित करनी होगी। 

आसिफ सैफी ने कहा कि सरकार तो संभवत यही चाहती है कि आप हमेशा घर में ही निठल्ले  बैठकर  बिना काम काज किए अपनी जिंदगी जियें।  आर डी गादरे ने कहा कि समस्त अधिकारों आय के साधनों से  वंचित रहें  ताकि आपको  गुलाम बनाकर हमेशा रखा जा सके। जिंदा रहने को ही अपना विकास समझें।

हमें माननीय काशीराम साहब के शब्दों को याद करना चाहिए

अतः निकलो बंद मकानों से,जंग लड़ो बेईमानों से! मोदी योगी सरकार को इतनी हत्याएं किए जाने के हिसाब से इस्तीफा दे देना चाहिए और इन पर केस चलाया जाना चाहिए।

फूल सिंह बौद्ध ने आगे प्रीत करते हुए  कहां की विवाह/त्रयोदशी संस्कार  अन्य पाखंड और अंधविश्वास धूर्तता से भरे हुए मनुवादी क्रियाकलापों का तुरन्त ही पूर्णता बहिष्कार करना होगा।

 ईवीएम सहित अन्य समस्याओं के निराकरण हेतु /राष्ट्रीय स्तर के एक जन आंदोलन की शुरुआत तुरंत ही करनी होगी।

 आज के हालात में राष्ट्रीय और अंतरराष्ट्रीय स्तर पर केवल एक ही संगठन है भारत में और विदेशों में भी जो भारत के मूल निवासियों के हक अधिकारों के लिए संगठित रूप से व्यवस्थित रूप से संघर्षरत है, वह है सामाजिक संगठन बामसेफ बहुजन मुक्ति मोर्चा जाइन करे। सुनील गौतम, सुरेश गौतम, एडवोकेट आवेश, हाजी अतीक अहमद रंगरेज़, चौ अहमद अली, सुशील बौद्ध, अमजद अली अन्सारी मेरठ दक्षिण विधान सभा प्रचार मंत्री चौधरी मो तालिब चौधरी शहजाद आदि लोगों ने नुक्कड़ सभा मे सहयोग कर विचार रखे।

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