भाजपा की विनाशकारी के कारण अराजकता, बेरोजगारी, सांप्रदायिक तनाव, और आर्थिक बर्बादी का शिकार है- डॉक्टर बशीर अहमद खान पूर्व वाइस चांसलर IGNOU




लखनऊ से अकरम मियां की रिपोर्ट 

लखनऊ, 3 अप्रैल 2021 ऑल इंडिया मुस्लिम मजलिस राष्ट्रीय अध्यक्ष डॉक्टर बसीर अहमद खान पूर्व प्रो वाइस चांसलर इंदिरा गांधी नेशनल ओपन यूनिवर्सिटी दिल्ली ने कहा जैसे की मुल्क के हालात है। हमारा देश और प्रदेश भाजपा की विनाशकारी के कारण अराजकता, बेरोजगारी, संप्रदायिक तनाव, और आर्थिक बर्बादी का शिकार है। सबका साथ सबका विकास और सबका विश्वास का झूठा नारा लगाकर अल्पसंख्यक, दलितों, पिछड़ों और अति पिछड़े वर्गो के विरुद्ध वातावरण बनाकर अत्याचार किए जा रहे हैं। इस प्रकार बहुसंख्यक वोट बैंक बनाने हेतु असंख्यको, दलितों, पिछड़ों और अति पिछड़ों के विरुद्ध तुष्टीकरण की पॉलिसी अपनाई जा रही है। इसके दूरगामी परिणाम देश की कानून व्यवस्था और राष्ट्रीय सौहार्द के लिए घातक है। लोकतंत्र पर प्रहार करके विरोधियों को देशद्रोही बता कर यूएपीए के तहत झूठे मुकदमों में जेलों में डाला जा रहा है। ईडी, इनकम टैक्स, सीबीआई, एनआईए द्वारा डराया धमकाया जा रहा है। किसान मजदूरों के आंदोलन की अनदेखी कर देश पूंजी पतियों को बेचे जा रहा हैं। भाजपा इनसे भारी चंदा लेकर अपनी तिजोरी में भर्ती है। देश की विदेश नीति ना काम है। जिससे दुनिया भर में हमारे देश की बदनामी हो रही है।

उक्त मुद्दों पर ऑल इंडिया मुस्लिम मजलिस के राष्ट्रीय अध्यक्ष डॉक्टर बसीर अहमद खान पूर्व प्रो वाइस चांसलर इंदिरा गांधी नेशनल ओपन यूनिवर्सिटी (इग्नो) ने पत्रकारों को संबोधित करते हुए मागं करते हुए कहा की सी ए ए का विरोध करने वाले गिरफ्तार बेगुनाह लोगों, छात्रों, छात्राओं को तुरंत रिहा किया जाए। और उनकी गिरफ्तारियां रोकी जाए। राष्ट्रीय अध्यक्ष ने कहा मुस्लिम मजलिस किसान आंदोलन की हिमायत (समर्थन) करती है। और तीनों किसान विरोधी कृषि कानूनों को वापस लेने की मांग करती है। इसके साथ ही मुस्लिम मजलिस यह भी मांग करती है। राम स्नेही घाट बाराबंकी की क़दीमी मस्जिद बंद किए जाने का भी विरोध करती है। और मस्जिद को खोले जाने की मांग भी करती है।

राष्ट्रीय अध्यक्ष ने कहा मुस्लिम मजलिस उत्तर प्रदेश के 2022 के विधानसभा चुनाव में मजबूती के साथ हिस्सा लेगी और भाजपा के अलोकतांत्रिक, सांप्रदायिक राज को समाप्त करने के लिए लोकतांत्रिक प्रक्रिया में यकीन रखने वाले राजनीतिक दलों से तालमेल भी करेगी।

मुस्लिम मजलिस के राष्ट्रीय अध्यक्ष ने कहा की गठबंधन की राजनीति का आग़ाज़ मुस्लिम मजलिस के फाउंडर डॉक्टर अब्दुल जलील फरीदी साहब ने किसान नेता चौधरी चरण सिंह, सोशलिस्ट नेता राजनारायण के साथ मिलकर सन 1974 में त्रिकूट मोर्चा बनाकर चुनाव लड़ा था। उत्तर प्रदेश की राजनीति में दलितों, पिछड़ों, अल्पसंख्यकों, और अति पिछड़ों को संगठित करने व गठबंधन प्रक्रिया के तहत देश के 85% वर्ग को सत्ता का वारिस बताते हुए उनमें सत्ता की भूख पैदा करने का काम भी मुस्लिम मजलिस ने ही किया था। 

इस अवसर पर कार्यवाहक अध्यक्ष वसी अहमद एडवोकेट, प्रदेश अध्यक्ष एडवोकेट नदीम सिद्दीकी, राष्ट्रीय महासचिव मुस्तकीम मंसूरी, राष्ट्रीय सचिव डॉक्टर अफसर, लईक खान, डॉक्टर एम ए इस्लाम, चेयरमैन रफाकत अली, इरफान खान कादरी, मोहसिन खान आदि उपस्थित रहे।

टिप्पणियाँ

इस ब्लॉग से लोकप्रिय पोस्ट

सपा समर्थित उम्मीदवार श्रीमती उजमा आदिल की हार की समीक्षा

सरधना के मोहल्ला कुम्हारान में खंभे में उतरे करंट से एक 11 वर्षीय बच्चे की मौत,नगर वासियों में आक्रोश

विधायक अताउर्रहमान के भाई नसीम उर्रहमान हज सफर पर रवाना