सी ए ए और एन आर सी के विरोध में खड़े हैं वह भी जो समर्थन कर रहे थे

भारतीय किसान यूनियन (भानु )प्रदेश सचिव चौधरी शौकत अली चेची हम सब के प्रधानमंत्री जी ने दिल्ली में जो भाषण दिया सी ए ए बिल पर उनके भाषणों पर कभी हंसी आती है कभी दुख होता है बुद्धिजीवी लोग सच्चाई को कितना भी उजागर कर लें मोदी जी दलाल मीडिया बीजेपी के नेता देश के कुछ अंध भक्त सच्चाई को पूरी तरह से दबाने की कोशिश करते हैं हर बात पर विपक्ष को दोषी बताना यह भी एक कला है गुमराह झूठ नफरत फैलाने की /एनआरसी सीएबी सी ए ए एनआरपी दोनों सदनों में बिल पास हो गया समर्थन करने वाली पार्टियां कुछ नेता अब विरोध में खड़े हैं क्यों कि उनको मालूम नहीं था आखिर यह बिल है क्या अब सच्चाई सामने आई तो वोट बैंक खिसकने के वजह से विरोध में खड़े हो गए वैसे नेताजी का अर्थ होता है नेक आदमी के सर पर ताज हमारे देश की गंदी राजनीति अपने स्वार्थ पर टिकी है भाजपा की कार्यशैली पिछले 6 सालों की देखा जाए तो असली नकली हिंदू मुस्लिम जाति धर्म पर चल रही है बेरोजगारी महंगाई भ्रष्टाचार मंदी भाईचारा देश में अमन चैन तरक्की से कोई लेना देना नहीं अब कुछ बातों को हम सभी समझने की कोशिश करें हर बात पर पाकिस्तान को बीच में लाना पुलवामा बालाकोट नोटबंदी जीएसटी तीन तलाक गौ रक्षा जनसंख्या नियंत्रण धारा 370 35a इंटरनेट बंद करना आतंकवादी कौन महिला सुरक्षा लव जिहाद मॉब लिंचिंग इन बातों से क्या हमें नहीं लगता हिंदू मुस्लिम सिख ईसाई हम आपस में भाई-भाई के नारे को समाप्त कर दिया अनाप-शनाप कानून या सख्त कानून ही समस्या का समाधान है तो देश में भुखमरी अत्याचार क्यों बर्बादी क्यों 10 साल में जनगणना की जाती है जिसमें 14 सबूत शामिल किए जाते हैं अब आधार कार्ड पैन कार्ड वोटर आईडी कार्ड राशन कार्ड स्कूल सर्टिफिकेट पासपोर्ट ड्राइविंग लाइसेंस जीवन बीमा पॉलिसी जमीन कागजात आदि देश की नागरिकता के सबूत हैं तो एनआरसी जैसा जटिल कानून लाने की क्या जरूरत थी देश की आर्थिक स्थिति नाजुक मोड़ से गुजर रही है जीडीपी बताने के लिए तो 4% के आसपास है मगर सभी सेक्टरों को बारीकी से देखा जाए तो जीडीपी 2% से भी नीचे दिखाई देती है असली मुद्दों को भटकाने के लिए भाजपा दलाल मीडिया अंधभक्त बीजेपी के इस तरह के कानूनों का समर्थन करके बर्बादी की तरफ जा रहे हैं ऐसा लगता है जैसे देश को गृह युद्ध की तरफ धकेला जा रहा है जब इंसान के पास रोजी रोटी खाने पहनने रोटी कपड़ा के लाले पड़ जाएंगे तो आदमी का बड़ा दुश्मन नजर आएगा यह कड़वी सच्चाई है नागरिकता संशोधन बिल यह इतना जटिल कानून है देश की 135 करोड़ जनता शायद 4 साल तक भी बर्बादी परेशानी से बाहर नहीं आ पाएगी केवल मुस्लिमों का नाम लेकर वाहवाही लूटने की कोशिश की जा रही है जबकि देश की आजादी में कुर्बानी देने वाले मुस्लिम पूर्वजों का सबसे ज्यादा योगदान रहा है कोई सज्जन यह भी न भूलें मुस्लिमों ने भाजपा को वोट दिया है मगर असल सवाल यह है इस बिल से लगभग 500000 करोड़ रुपए का सरकारी खजाने पर खर्च होगा अरबों रुपए जनता के बर्बाद होंगे पुलिस की गुंडागर्दी सरकारी मुलाजिमों की गुंडागर्दी चरम सीमा पर होगी जहां पर गैर भाजपाई राज्य हैं वहां पर दंगे नहीं दिखाई दे रहे जहां भाजपा की सरकारें हैं वहां पर दंगे आगजनी तोड़फोड़ क्यों दिखाई दे रही है पुलिस लोगों को क्यों मार रही है यह गंभीर विषय है विदेशी लोगों को नागरिकता दें मगर यह भी समझना है हमारे देश में गैर मुस्लिमों पर क्या अत्याचार नहीं हो रहे गैर मुस्लिमों को अपने देश में भाजपा ने सोने के सिंहासन पर बैठा रखा है अब समझना है लगभग देश की 50% जनता अपना कोई भी सबूत नहीं दिखा पाएगी कि हम भारत के नागरिक हैं लगभग 80% महिलाएं सबूत नहीं दिखा पाएंगे कि हम भारत के नागरिक हैं डीएनए के आधार पर अगर नागरिकता कानून लाया जाए तो सच्चाई सामने आ जाएगी कि कौन सच्चा भारतवासी है और कौन झूठा भारतवासी है संविधान भारतीय संस्कृति सहनशीलता इंसानियत मान मर्यादा औलिया पैगंबर देवी देवता अवतारों महापुरुषों शूरवीर बलिदानी सब का अपमान किया जा रहा है अंधभक्त और बुद्धिहीन लोगों को यह समझने की जरूरत है नोट बंदी से ज्यादा खतरनाक है यह एनआरसी कोई अगर सच को उजागर करता है तो बुद्धिहीन लोग गंदी बातों से उसका सम्मान करते हैं हम सभी को नहीं भूलना चाहिए जाति धर्म हम सभी देशवासियों की पहचान है हम सभी एक दूसरे के सहारे हैं बंधी हुई झाड़ू को बिखेरने की कोशिश ना की जाए क्योंकि बंधी हुई झाड़ू ही मजबूत होती है सफाई का काम करती है समझना यह है कि मैं खुद कहां खड़ा हूं कौन कहां खड़ा है उसको गहराई से पहचानने की जरूरत है जिन लोगों की लोकप्रियता भाजपा के समर्थन में चमकती जा रही है वह तो पैसा कमा रहे हैं जो लोग बरसाती मेंढक की तरह उछल रहे हैं बर्बादी की तरफ जा रहे हैं उन्हें जरा ध्यान देने की जरूरत है डॉक्टर परचून दुकानदार पैसेंजर ट्रेन पैसेंजर मोटर गाड़ी देश का किसान सीमा का जवान किसी भी सामान को बनाने वाली कंपनी  छोटे- कारखाने आदि संस्थाएं हैं जो ईमानदारी से एक दूसरे का भला कर एक दूसरे का सहयोग कर अपने काम को अंजाम देती चली आ रही है या देते चले आ रहे हैं जब जब भाजपा शासन में आई जाति धर्म या यूं कहें गोत्र वाद मैं देश की जनता को बांट कर एक दूसरे का दुश्मन बना दिया बीजेपी की अगर कोई सच्चाई को उजागर करे तो उसको संगीन धाराएं आदि मैं मुकदमे दर्ज किए जाते हैं मुकदमे दर्ज करने वाले भी हमारे भारत के नागरिक हैं जिनको यह शर्म नहीं आती कि हमको गलत काम नहीं करना चाहिए केवल पैसा और सत्ता होनी चाहिए इसी मानसिकता को लेकर इंसान इंसान का दुश्मन बना हुआ है सरकारें आती है जाती हैं आज मेरी बारी है तो कल तुम्हारी बारी है हमें यह नहीं भूलना चाहिए ईमानदार और सच्चा इंसान दर दर की ठोकर खा रहा है नफरत झूठ गुमराह करने वाला इंसान लोकप्रिय होकर मालामाल हो रहा है पावर में आ रहा है कॉलेज स्कूलों में चौबीसों घंटे ज्ञान की शिक्षा मिलती है उनको बेवकूफ समझा जा रहा है दिल्ली जामिया यूनिवर्सिटी अलीगढ़ यूनिवर्सिटी  मैं  लगभग 50%  गैर मुस्लिम  स्टूडेंट और टीचर हैं उनको आतंकवादी तक कहा जा रहा है अलगाववादी कहा जा रहा है नहीं भूलना चाहिए हमें आज की युवा पीढ़ी ही हमारे देश का भविष्य हैं कॉलेज में स्कूल में पढ़ने वाला बच्चा चौबीसों घंटे ज्ञान की कोठरी में रहता है वह जानता है कि क्या सही और क्या गलत जिनको यह नहीं मालूम है कि हमारे परिवार में क्या हो रहा है हमारे परिवार का इतिहास क्या है वह पूरे देश की बात करते हैं पूरे वर्ल्ड की बात करते हैं  घर तो संभलता नहीं है जनता के बीच में ज्ञान बांट रहे हैं मूर्खता की भी कोई सीमा होती है एक पशु पक्षी कीड़े मकोड़े आदि अपने घर को नहीं भूलते ऊपरवाला ने बनाया इंसान सब की रक्षा करेगा हमारे देश में इंसान ही इंसान का दुश्मन बन गया लोकप्रियता के लिए पैसा कमाने के लिए जब इंसान मरता है खाली हाथ  दुनिया से जाता है जन्म लेता है तो मुट्ठी बांधकर आता है इतिहास के पन्नों में कहानियां लिखी जाती हैं किस ने गलत किया और किस ने सही किया मगर इस समय हमारे देश में हजारों साल पुराने इतिहास हों को गाया जा रहा है अपने घर के इतिहास के बारे में कुछ मालूम नहीं सत्ता चाहिए पैसा चाहिए लोगों को अपनी मानसिकता बदलनी पड़ेगी हमें यह नहीं भूलना चाहिए कि  2024 तक नागरिकता कानून संशोधन बिल चुनाव जीतने के लिए सुर्खियों में बना रहेगा उम्मीद पर आंख मीच कर विश्वास नहीं करना चाहिए भारत देश महान है हम सभी देशवासियों की पहचान हैं हमारे देश की लोकप्रियता विदेशों में धूमिल हो रही है समझने की जरूरत है उम्मीद की किरण तरक्की की किरण एकता से मिलेगी नफरत से नहीं मिलेगी जय हिंद जय भारत जय जवान जय किसान हिंदू मुस्लिम सिख ईसाई हम सभी मिलकर भाई भाई हमारे पूर्वजों के इस नारे को समझने की जरूरत है ऊपर वाले को दोष देने की जरूरत नहीं है ऊपर वाले ने कहा तू करम कर फल मैं दूंगा है जैसा बंदा कर्म करेगा वैसा फल देगा भगवान यह है गीता का ज्ञान जागरूकता रहनी चाहिए प्यार की भाईचारे की तरक्की की सौहार्द की नफरत की दीवार को तोड़ने की जरूरत है वरना हम सभी खुद टूट जाएंगे फिर करते रहना पहले आप पहले आप कौन है किसके साथ


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