CO का ब्यान और उस पर CM की मोहर, हिन्दू मुस्लिम एकता को तोड़ने की साज़िश
रिपोर्ट-मुस्तकीम मंसूरी
बरेली, अगर हम दुनिया की बात करें और दुनिया का इतिहास और वर्तमान देखें, तो एक ही बात स्पष्ट दिखाई देती है की दुनिया की धरती पर अपने देश भारत जैसा देश नहीं है। राजनीतिक, सामाजिक, आर्थिक और भौगोलिक धरातल पर भारत दुनिया का सर्वोत्तम देश है जहां हर जाति धर्म संप्रदाय के खूबसूरत फूल खिलते हैं और हर बार इस खूबसूरत फूलों के बगीचे को तहस-नहस करने के लिए जहां CO और CM जैसी तंग ज़हन सोच के लोग पैदा हुए हैं वहीं इसे बचाने की खातिर ईवी रामास्वामी पेरियार, कबीरदास, महात्मा ज्योतिबा फूले, तुका राम, गुरू नानक, फातिमा शेख, भगवान महावीर, सन्त शिरोमणि गुरु रविदास जी, शहीद ए आजम भगत सिंह और समाजिक, राजनीतिक और आर्थिक क्षेत्र में क्रांति के प्रतीक भारत में समानता, स्वतंत्रता, न्याय और बंधुत्व को स्थापित करने के लिए अपना सर्वस्व न्यौछावर करने वाले भारत रत्न बाबा साहब डॉक्टर भीमराव अंबेडकर जैसी महान हस्तियां पैदा होती रही हैं। तभी तो अंतर्राष्ट्रीय शायर डॉक्टर अल्लामा इकबाल ने कहा था _कि कुछ बात है कि हस्ती मिटती नहीं हमारी,सदियों रहा है दुश्मन दौर ए जमा हमारा__भारत में सैकड़ो वर्षों से तमाम जाति, धर्मो और संप्रदायों के त्योहार और जयंतियों का आयोजन आपसी भाईचारे और साम्प्रदायिक सौहार्द के साथ पुलिस प्रशासन की देखरेख में चलता आया है। लेकिन अब आमजन के मुताबिक संभल हिंसा के सरकारी नायक CO अनुज चौधरी का होली और जुमा की नमाज को लेकर असंवैधानिक बयान और उस पर CM योगी की मोहर,यह अपने आप में बहुत कुछ बयां कर रही है। क्योंकि इतिहास इस बात का गवाह है कि भारत में कभी भी हिंदू मुस्लिम दंगे नहीं हुए हैं, जो दंगे हुए हैं वो शासक वर्ग ने अपने बिगड़ते राजनीतिक समीकरणों को बैलेंस करने के लिए प्रायोजित ढंग से करवाए हैं, जिनकी भेंट राजनीतिज्ञों और धर्म के ठेकेदारों की नस्लें नहीं बल्कि आम गरीब हिंदू मुसलमान की नस्लें ही चढ़ी है,
CO अनुज चौधरी के इस साम्प्रदायिक सौहार्द बिगाड़ने वाले असंवैधानिक ब्यान की हर जाति धर्म संप्रदाय ही नहीं बल्कि पत्रकारों, बुद्धिजीवियों और राजनीतिक दलों से जुड़े लोगों तथा खुद पुलिस अफसरों ने भी कड़े शब्दों में घोर निन्दा की है। हैरत CO अनुज चौधरी के जहरीले ब्यान की नहीं बल्कि संविधान की शपथ लेकर संवैधानिक पद पर बैठे उत्तर प्रदेश के CM योगी द्वारा मोहर लगाए जाने से है। CO के जहरीले ब्यान पर CM योगी की मोहर का मतलब सरकार प्रत्येक मोर्चे पर विफल,जनता को उसकी भलाई के लिए देने को सरकार के पास कुछ भी नहीं है। यदि सरकार में बैठे लोग गलत बयानों का समर्थन नहीं करेंगे, तो धार्मिक उन्माद पैदा नहीं होगा और यदि धार्मिक उन्माद पैदा नहीं होगा, तो सत्ता के बिगड़े समीकरणों का बैलेंस अनुकूल नहीं होगा। इसलिए इस तरह के बयान देना और देने वालों का समर्थन विफल सरकार के लिए जरूरी हो जाता है। लेकिन जनता को चाहिए कि एक दूसरे की धार्मिक आस्था का सम्मान करते हुए सभी त्योहारों को आपसी सद्भाव के साथ मनाते हुए कुछ मुट्ठी भर मानसिक बीमार लोगों की मंशा को हमे विफल करना है। यही हमारी और आपकी कामयाबी है। इस तरह के जहरीले लोग हर दौर मे आए हैं और आते रहेंगे। मगर हमें संयम और धैर्य से काम लेते हुए आपसी सांप्रदायिक सौहार्द नहीं बिगाड़ना है क्योंकि यह हिंदू मुस्लिम एकता को तोड़ने की एक बड़ी साजिश है, जो सरकारी संरक्षण में रची जा रही है, इसे हमें कामयाब नहीं होने देना है।_
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