सुप्रीम कोर्ट के सीनियर अधिवक्ता ज़फरयाब जिलानी साहब के इंतकाल की खबर से पूरे देश में ग़म का माहौल देशभर से राजनेता कर रहे हैं ख़िराजे अकीदत पेश|

 बेताब समाचार एक्सप्रेस के लिए दिल्ली से मंजू कुमारी की खास रिपोर्ट, 

नई दिल्ली, सुप्रीम कोर्ट के सीनियर अधिवक्ता, बाबरी मस्जिद एक्शन कमेटी के संयोजक, ऑल इंडिया मुस्लिम पर्सनल ला बोर्ड के सचिव पूर्व अटॉर्नी जनरल एडवोकेट ज़फरयाब जिलानी साहब का 73 साल की उम्र में हुए इंतकाल पर ऑल इंडिया मुस्लिम मजलिस के राष्ट्रीय महासचिव उत्तराखंड प्रभारी मुस्तकीम मंसूरी ने कहा कि ज़फरयाब जिलानी साहब के


इंतकाल से पूरी दुनिया में उनके करोड़ों चाहने वालों में ग़म की लहर दौड़ गई ज़फरयाब जिलानी साहब एक ऐसी शख्सियत के मालिक थे उनकी कमी हमेशा दुनिया को खलती रहेगी| जिसकी भरपाई कई सदियों तक होना नामुमकिन है| मुस्तकीम मंसूरी ने कहा ज़फरयाब जिलानी साहब मुस्लिम मजलिस के संस्थापक डॉक्टर अब्दुल जलील फरीदी साहब को अपना आइडियल मानते थे| और डॉक्टर फरीदी साहब की यौमे पैदाइश पर हर साल इस्लामिया स्कूल लखनऊ में कार्यक्रम किया करते थे| जिलानी साहब डॉक्टर फरीदी के बाद किसी राजनेता के क़रीब हुए तो वह थे मुलायम सिंह यादव वैसे तो
मुस्तकीम मंसूरी के साथ जफरयाब जिलानी साहब पीलीभीत के एक कार्यक्रम में
जिलानी साहब को देश की राजनीति में सभी पार्टियों के नेता सम्मान दिया करते थे| जिलानी साहब पूर्व प्रधानमंत्री विश्वनाथ प्रताप सिंह, पूर्व प्रधानमंत्री चंद्रशेखर, पूर्व रक्षा मंत्री मुलायम सिंह यादव, के बहुत करीबी होने के साथ ही कभी किसी राजनीतिक दल के सदस्य नहीं रहे| जिलानी साहब ने शिक्षा के क्षेत्र में काफी काम किया कई स्कूलों के प्रबंधक होने के साथ ही ग़रीब परिवार के बच्चों की हाई एजुकेशन में हमेशा मददगार की भूमिका निभाते थे| ज़फरयाब जिलानी साहब अक्सर कहा करते थे| आज देश को मुस्लिम मजलिस के संस्थापक डॉक्टर अब्दुल जलील फरीदी जैसे नेता की जरूरत है| जिन्होंने 1967 में कांग्रेस के खिलाफ दलित मुस्लिम फार्मूले पर पहली बार इंदिरा गांधी को चुनौती देते हुए देश के दलितों अल्पसंख्यकों और पिछड़े वर्ग को सत्ता का असली वारिस बताते हुए राजनीतिक चेतना पैदा करने का काम किया था| जिलानी साहब कहते थे डॉक्टर फरीदी के फार्मूले को सत्ता की कुंजी मानते हुए काशीराम ने भी काम किया लेकिन मायावती डॉक्टर फरीदी के फार्मूले वाले काशीराम के मिशन से भटक गयी और दलित मुस्लिम और पिछड़ा वर्ग बिखर गया| मुस्तकीम मंसूरी ने कहा आज एडवोकेट ज़फरयाब जिलानी इस दुनिया को अलविदा कह कर रुखसत हो गए हम  ऐसी शख्सियत को ख़िराजे अकी़दत पेश करते हुए अल्लाह से उनकी मग़फिरत की दुआ करते हैं  अल्लाह उनके घर वालों को भी सबरे जमील अता फरमाए, आमीन

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