पीलीभीत पहुंचे सांसद वरुण गांधी बोले मैं शासक नहीं सेवक हूं, मेरे परनाना ने आलोचक को बना दिया था स्पीकर*

बेताब समाचार एक्सप्रेस के लिए पीलीभीत से शाहिद खान की रिपोर्ट*




पीलीभीत। एक दिवसीय दौरे पर आए सांसद वरुण गांधी सबसे पहले शहर के स्प्रिंगडेल कॉलेज में युवा उत्सव कार्यक्रम में पहुंचे। सांस्कृतिक कार्यक्रम के बाद युवाओं को प्रमाण पत्र देते हुए उन्होंने कहा कि पंडित नेहरू के नाम से यह नेहरू युवा केंद्र संस्था है। पंडित नेहरू हमारे परनाना थे। सांसद ने कहा  हमारे परनाना ने अपने आलोचकों को भी मौका दिया और उन्हें लोकसभा का अध्यक्ष बना दिया। सांसद ने बताया कि 1947 में जब पहली बार लोकसभा का गठन हुआ। उस समय मावलंकर जी लोकसभा के अध्यक्ष बने, लेकिन  कुछ समय के बाद उनका स्वर्गवास हो गया। ऐसे में नेहरू ने तय किया कि हम सरदार हुकुम सिंह को लोकसभा अध्यक्ष बनाएंगे, जो वह छोटे से अकाली दल सदस्य थे। यह सुनकर सरदार हुकुम सिंह चौक गए और पंडित नेहरू के पास गए और बोले इसी लोकसभा में मैंने आपका विरोध किया, आपकी आलोचना की। आपको काफ़ी कुछ कहा, उसके बाद भी आपने हमें लोकसभा का अध्यक्ष बना दिया क्या यह सही हैं, कोई मजाक तो नहीं। इस पर नेहरू ने कहा मेरे भाई हमें आप जैसे लोगों की जरूरत है। इस समय देश में खूब नेहरु-नेहरु चल रहा है। बड़े पदों पर ऐसे भी लोग रहने चाहिए जो नेहरू जैसे शख्सियत को बुरा भला कहने की ताकत रखता हो। उसी लोकतांत्रिक प्रणाली से हमारा देश बना है।

      सांसद ने कहा हमें कुछ ऐसा करना चाहिए जो देश हित में हो। उन्होंने बताया कि हमने कभी लीडर बनकर नहीं, बल्कि जनता का सेवक बनकर काम किया। कोरोना कॉल में खुद को खतरे में डालकर अपने निजी पैसों से लोगों की सेवा के लिए दो साल तक सांसद रसोई चला चलाकर लोगों के लिए भोजन की व्यवस्था कराई, ताकि कोई भूखा न रहे। उन्होंने कहा बड़ा आदमी वह होता है, जिसके साथ कोई छोटा महसूस ना करें। जब आप संसार के लिए नियम का पालन करते हैं तो ईश्वर आपकी रक्षा करता है। सांसद वरुण गांधी ने पर्यावरण पर चिंता जताते हुए कहा की हमें स्वस्थ पर्यावरण के लिए प्लास्टिक से दूर रहना चाहिए। उन्होंने आवाहन किया कि फलदार पौधा लगाकर जन्मदिन मनाएं। बोले कि युवा अपने समय को सकारात्मक कार्य करने में लगाएं, लोगों की सेवा करें, रक्तदान करें, किसी भी गांव में एक तालाब को चुनकर उसकी सफाई करें। उन्होंने युवाओं को प्रेरित करते हुए कहा कि कोई भी काम छोटा बड़ा नहीं होता है। काम काम होता है और काम से देश चलता है। इस तरह के काम से आपका नाम पूरे विश्व में होगा। लोग कहेंगे देखो यह नौजवानों ने कुछ करके दिखाया है।

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