यदि निगम परिसीमन समिति ड्राफ्ट में सुधार नही करेगा तो हम दिल्ली की जनता की बेहतरी के लिए न्यायालय भी जाऐंगे।
Report By : S A Betab
दिल्ली प्रदेश कांग्रेस कमेटी के अध्यक्ष चौ0 अनिल कुमार के नेतृत्व में कांग्रेस प्रतिनिधिमंडल ने आज निगम परिसीमन समिति के चैयरमेन विजय देव से मुलाकात कर दिल्ली नगर निगम के वार्ड परिसीमन पर कांग्रेस पार्टी की ओर से आपत्ति और सुझाव दिए। चौ0 अनिल कुमार ने कहा कि कांग्रेस लोकतांत्रिक पार्टी है, हमें एकतरफा हुए परिसीमन पर आपत्ति जताने का अधिकार है। उन्होंने बताया कि परिसीमन समिति के चैयरमेन विजय देव ने आश्वासन दिया है कि हम परिसीमन ड्राफ्ट में हुई त्रुटियों में सुधार करेंगे। यदि निगम परिसीमन समिति ड्राफ्ट में सुधार नही करेगा तो हम दिल्ली की जनता की बेहतरी के लिए न्यायालय भी जाऐंगे।

चौ0 अनिल कुमार ने कहा कि यह आश्चर्यजनक है कि न्यूनतम 3 वार्ड की शर्त को रखकर दलित बहुल विधानसभाओं जैसे कांडली, त्रिलोकपुरी, मंगोलपुरी सीमापुरी, मादीपुर में से एक-एक वार्ड की संख्या ही कम कर दी है, जबकि भाजपा के विधायक वाली विधानसभा जैसे विश्वास नगर और मनीष सिसोदिया की विधानसभा पटपड़गंज विधानसभा में एक-एक वार्ड बढ़ा दिया गया है और कुछ विधानसभा ऐसी है जिनमें जनसंख्या के आधार पर वार्ड कम कर दिए है तथा संगम विहार -ए वार्ड को 89999, मयूर विहार फेस-1 को 93382 और त्रिलोकपुरी वार्ड को 91991 की जनसंख्या के आधार पर निर्धारित किया गया है।
चौ0 अनिल कुमार ने कहा कि वार्डों के परिसीमन में जनसंख्या निर्धारण, वार्डों की सीमाओं और वर्ग विभाजन एक तरफा सोच के साथ किया गया है। वार्डों के प्राकृतिक बाउंड्री के विचार को ताक पर रखा गया है, वार्ड निर्धारण के समय वार्डों के ई.बी. एक दूसरे के साथ सटाकर रखे गए है। परिसीमन ड्राफ्ट में अनुसूचित जातियों के लिए 42 वार्ड आरक्षित किए है। आरक्षित वार्डों का निर्धारण न्याय संगत तथा सामान्य जनसंख्या की भावनाओं को ध्यान में रखकर किया जाना चाहिए और परिसीमन प्रक्रिया न्याय व तर्क संगत तथा लोकतांत्रिक सिद्धांतों के अनुरूप होनी चाहिए।
टिप्पणियाँ
एक टिप्पणी भेजें
9599574952