एडमिशन कराने गए 15 वर्षीय दिलशाद को शिक्षकों ने पीट-पीटकर मार डाला
उत्तर प्रदेश के कन्नौज जिले से एक ऐसी मार्मिक तस्वीर सामने आई है, जिसको देखकर हर किसी की आंखें नम हो गईं. एक दिव्यांग पिता अपने आधे हाथ फैलाए हुए बेटे के हत्यारों पर कार्रवाई की मांग कर रहा है, लेकिन उसकी सुनने वाला कोई नहीं है. वह रो-रो कर मांग कर रहा है कि बेटे के हत्यारों को सजा दी जाए. बता दें, घड़ी चोरी का आरोप लगाकर अध्यापकों द्वारा बच्चे की पिटाई की गई थी. पिता का आरोप है कि अध्यापकों की पिटाई से बच्चे की मौत हो गई.

बेटे ने फोन कर कहा- पापा मुझे बचा लो
पीड़ित परिजनों ने आरोप लगाया है कि अध्यापकों ने दिलशाद को लात-घूसों से जमकर मारा. फिर वहीं से दिलशाद ने अपने पिता को फोन भी किया और कहा कि मुझे बचा लो आकर. यह लोग मुझे बहुत मार रहे हैं. पीड़ित दिव्यांग पिता ने रो-रोकर फोन पर ही वहां के अध्यापकों से विनती की कि चाहो तो मुझे मार लेना, अगर मेरे बेटे ने कोई गलती की हो. लेकिन, मेरे बेटे को छोड़ दो. आरोप है कि अध्यापकों ने दिव्यांग पिता की एक न सुनी और दिलशाद को जमकर पीटा
इलाज के दौरान हुई दिलशाद की मौत
दिलशाद जैसे-तैसे कर घर वापस आया तो उसको अचानक से उल्टियां होने लगीं. उल्टी होने के बाद उसको पास के ही एक डॉक्टर को दिखाया गया, जहां पर उसकी हालत सही नहीं हुई. वहां से उसे एक बड़े अस्पताल के लिए रेफर कर दिया गया, जहां इलाज के दौरान उसकी मौत हो गई. दिलशान की मौत के बाद मानो जहांगीर के ऊपर दुखों का पहाड़ गिर पड़ा. दिव्यांग जहांगीर अपना आधा हाथ उठाए हुए रो-रोकर अब न्याय की गुहार लगा रहा है. फिलहाल मामले को लेकर जब पुलिस के आला अधिकारियों से बात की गई तो उन्होंने कहा कि मामले की जांच-पड़ताल की जा रही है.
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