अंधियारे उर में भरे, मन में हुए कलेश !!



●●●
मन को करें प्रकाशमय, भर दें ऐसा प्यार !
हर पल, हर दिन ही रहे, दीपों का त्यौहार !!
●●●
दीपों की कतार से, सीख बात ले नेक !
अँधियारा तब हारता, होते दीपक एक !!
●●●
फीके-फीके हो गए, त्योहारों के रंग !
दीप दिवाली के बुझे, होली है बेरंग !!
●●●
दीये से बात्ती रुठी, बन बैठी है सौत !
देख रहा मैं आजकल, आशाओं की मौत !!
●●●
बदल गए इतिहास के, पहले से अहसास !
पूत राज अब भोगते, पिता चले वनवास !!
●●●
रुठी दीप से बात्तियाँ, हो कैसे प्रकाश !
बैठा मन को बांधकर, अंधियारे का पाश !!
●●●
पहले से त्यौहार कहाँ, और कहाँ परिवेश !
अंधियारे उर में भरे, मन में हुए कलेश !!
●●●
मैंने उनको भेंट की, दिवाली और ईद !
जान देश के नाम जो, करके हुए शहीद !!
●●●
-- डॉo सत्यवान सौरभ,
रिसर्च स्कॉलर,कवि,स्वतंत्र पत्रकार एवं स्तंभकार,
आकाशवाणी एवं टीवी पेनालिस्ट,
333, परी वाटिका, कौशल्या भवन,
बड़वा (सिवानी) भिवानी, हरियाणा – 127045
मोबाइल :9466526148,01255281381  
 
--
 
--
 
 
 
--- डॉo सत्यवान सौरभ, 
रिसर्च स्कॉलर इन पोलिटिकल साइंस, दिल्ली यूनिवर्सिटी, 
कवि,स्वतंत्र पत्रकार एवं स्तंभकार,

टिप्पणियाँ

इस ब्लॉग से लोकप्रिय पोस्ट

बहेड़ी विधायक व प्रदेश महासचिव अता उर रहमान के नेतृत्व में बहेड़ी विधानसभा क्षेत्र के कार्यकर्ता समाजवादी पार्टी के राष्ट्रीय अध्यक्ष अखिलेश यादव से मिले

*उत्तर प्रदेश पंचायती राज ग्रामीण सफाई कर्मचारी संघ का स्वच्छता ही सेवा कार्यक्रम हुआ*

स्वास्थ्य मंत्री ने स्वयं स्वास्थ्य संबंधी दिशा निर्देश लागू कराने के लिए डिप्टी सीएमओ लईक अंसारी की सराहना की है, डॉ विश्राम सिंह