लखीमपुर खीरी कांड : लोकतंत्र का अलोकतांत्रिक चेहरा उजागर।

*यूपी में सभी बड़े नेताओं की एन्ट्री बन्द। 
*प्रियंका गांधी हुईं गिरफ्तार तो भूपेश बघेल को लखनऊ एयरपोर्ट पर रोका गया। 
*सपा कार्यकर्ताओं ने अखिलेश यादव को हिरासत में लेने पर देश भर में जताया रोष। *कांग्रेसियों ने ज़िला मुख्यालयों पर दिए धरने और बोला हल्ला। 
*प्रशासन से बातचीत के बाद भी नहीं हुआ अंतिम संस्कार। केवल एक का हुआ। *
*मृतक किसानों की पोस्टमार्टम रिपोर्ट को लेकर हुआ विवाद। गोली लगे व्यक्ति को भी बताया था दुर्घटना का शिकार।*
*सोशल मीडिया पर किसानों को पीछे से कुचलते हुए जा रही कार के वायरल विडियो ने  भाजपा के मंत्री और उसके दोषी बेटे के झूठ की पोल खोल दी है।* 

नई दिल्ली (अनवार अहमद नूर) लखीमपुर खीरी में हुई किसानों की मौत को लेकर पूरे देश में किसानों ने जहां प्रदर्शन किया वहीं, कई विपक्षी पार्टियों के नेताओं ने वहां पहुंचने के प्रयास किए लेकिन लेकिन उत्तर प्रदेश प्रशासन ने उन्हें जहां तहां रोका और हिरासत में लिया। जिसको लेकर पूरे देश में  राजनीतिक गतिविधियों में खूब तेज़ी छाई हुई है। और कार्यकर्ता जमकर विरोध प्रदर्शन कर रहे हैं। 
लखीमपुर खीरी में किसानों की कुचल कर मौत की खबर सुनते ही रात ही में कांग्रेस की महासचिव प्रियंका गांधी वाड्रा चल पड़ीं। लेकिन यूपी पुलिस ने उन्हें घटना स्थल तक नहीं जाने दिया और रास्ते ही में रोकते हुए  गिरफ़्तार कर लिया।और सीतापुर के एक गैस्ट हाउस में रखने के बाद अब उनकी आईपीसी की धारा 151,107,116 के तहत गिरफ़्तारी कर ली है। प्रियंका ने लखीमपुर खीरी जाने की कोशिश की थी लेकिन पुलिस ने उन्हें वहां नहीं पहुंचने दिया था। प्रियंका ने मंगलवार सुबह ही प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी से पूछा था कि क्या उन्होंने उस वीडियो को देखा है, जिसमें एक थार गाड़ी किसानों को रौंदते हुए जा रही है। प्रियंका ने यह वीडियो अपने मोबाइल पर प्ले करके दिखाया था। प्रियंका ने कहा था कि यह वीडियो आपकी सरकार के एक मंत्री के बेटे को किसानों को अपनी गाड़ी के नीचे कुचलते हुए दिखाता है। उन्होंने कहा कि “इस वीडियो को देखिए और इस देश को बताइए कि इस मंत्री को बर्खास्त क्यों नहीं किया गया है और इस लड़के को अभी तक गिरफ़्तार क्यों नहीं किया गया है।” केंद्रीय मंत्री अजय मिश्रा टेनी के पुत्र आशीष मिश्रा पर आरोप है कि उन्होंने अपनी कार से कथित रूप से किसानों को रौंद दिया।




इस घटना में 8 लोगों की मौत हो गई, जिनमें 4 किसान भी शामिल हैं। प्रियंका ने कहा कि बिना किसी वैध कारण के उन्हें हिरासत में रखा गया है और इसके लिए उन्हें कोई कागज भी उपलब्ध नहीं कराया जा रहा है। राहुल गांधी ने प्रियंका के समर्थन में कहा, “जिसे हिरासत में रखा है, वो डरती नहीं है- सच्ची कांग्रेसी है, हार नहीं मानेगी! सत्याग्रह रुकेगा नहीं।”
 जहां अभी तक मृतक किसानों के पार्थिव शरीर रखे हैं। वहां कई राजनीतिक दलों के नेताओं ने लखीमपुर खीरी या लखनऊ या सीतापुर पहुंचने की कोशिश की लेकिन उत्तर प्रदेश की पुलिस ने उन्हें रोक दिया।और हिरासत में ले लिया। 
इनमें प्रियंका गांधी के अलावा, एसपी के मुखिया अखिलेश यादव, आम आदमी पार्टी के सांसद संजय सिंह, पूर्व कैबिनेट मंत्री शिवपाल सिंह यादव, बसपा के सतीश मिश्रा, कांग्रेस सांसद सलमान खुर्शीद तथा दीपेंद्र हुड्डा आदि नेता शामिल हैं । छत्तीसगढ़ के मुख्यमंत्री भूपेश बघेल और पंजाब के उप मुख्यमंत्री एसएस रंधावा को भी लखनऊ में हवाई हड्डे पर उतरने की इजाजत नहीं दी गई। इसलिए बघेल एयरपोर्ट पर ही बैठ गए। हालांकि वह कह रहे थे कि वह लखीमपुर खीरी नहीं बल्कि अपनी नेता प्रियंका गांधी से मिलने सीतापुर जा रहे हैं। नेताओं के हिरासत में लिए जाने और प्रियंका गांधी को गिरफ्तार कर लेने के बाद देश भर में प्रतिक्रिया स्वरूप विरोध और कार्यकर्ताओं के प्रदर्शन हुए हैं। 

बीएसपी के प्रवक्ता एमएच खान ने नेताओं की नजरबंदी को मानवाधिकारों और संविधान का सीधा उल्लंघन करार दिया है.
कन्हैया कुमार ने ट्वीट कर कहा है कि लखीमपुर में मंत्री की गाड़ी ने किसानों को कुचल दिया और लखनऊ में सरकार जश्न मना रही है। हत्यारे आज़ाद घूम रहे हैं और विपक्ष के नेताओं को गिरफ्तार किया जा रहा है। 

मुंबई महाराष्ट्र से संजय राउत ने कहा है कि किसानों पर हरियाणा में गोलियां चलाई जा रही हैं। बॉर्डर पर किसानों को परेशान किया जा रहा है। इसके अलावा हर तरीके से किसानों को परेशान किया गया है और अब उन पर गाड़ी चढ़ा दी गई है। जो कुछ हुआ इस घटना से देश नहीं पूरे विश्व को सदमा लगा है और आज़ादी का महोत्सव हमने खून से लतपत होते हमने देखा है।
 वरिष्ठ पत्रकार रविश कुमार ने इसे शीर्षक दिया है "हिरासत में लोकतंत्र"। 
बहरहाल लखीमपुर खीरी कांड इस समय देशभर में एक ज्वलंत विषय के रूप में जाना जा रहा है और यहां भारतीय लोकतंत्र का अलोकतांत्रिक चेहरा उजागर हुआ है। यहां सभी बड़े नेताओं की एन्ट्री बन्द है । और जिन्होंने उत्तर प्रदेश आने की कोशिश की है उनको हिरासत में ले लिया गया है जबकि प्रियंका गांधी को गिरफ्तार कर लिया गया है। भूपेश बघेल को लखनऊ एयरपोर्ट पर रोका गया। 
सपा कार्यकर्ताओं ने अखिलेश यादव को हिरासत में लेने के बाद से देश भर में अपना गुस्सा जताया है । देश में जहां-तहां कांग्रेसियों ने ज़िला मुख्यालयों पर धरने दिए और हल्ला बोला है। उधर उत्तर प्रदेश प्रशासन से बातचीत के बाद भी मृतकों का अंतिम संस्कार नहीं हो सका क्योंकि सारी बातचीत होने के उपरांत भी पोस्टमार्टम रिपोर्ट नहीं आई थी और यह बात फैल गई कि पोस्टमार्टम रिपोर्ट में कुछ ठीक-ठाक दर्ज नहीं हुआ है। और गोली लगे व्यक्ति को भी दुर्घटना का शिकार बता दिया गया है। इस पर मृतकों के परिजन काफी चिंतित और परेशान हो गए और उन्होंने शवों का अंतिम संस्कार करने से इंकार कर दिया और पोस्टमार्टम की रिपोर्ट तलब की इसके साथ ही सोशल मीडिया पर किसानों को पीछे से कुचलते हुए जा रही कार के वायरल विडियो ने  भाजपा के मंत्री और उसके दोषी बेटे के झूठ की पोल खोल दी है।

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