भारत के निर्वाचन आयोग की वेबसाइट हैक की और दस हजार से अधिक फर्जी मतदाता पहचान-पत्र बनाए

 सहारनपुर। सहारनपुर पुलिस ने फर्जी मतदाता पहचान पत्र बनाने के आरोप में एक युवक को गिरफ्तार किया है। आरोप है कि पकड़े गए युवक ने भारत के निर्वाचन आयोग की वेबसाइट हैक की और दस हजार से अधिक फर्जी मतदाता पहचान-पत्र बनाए है। इस घटनाक्रम पर प्रतिक्रिया देते हुए निर्वाचन आयोग ने कहा कि उसका डाटाबेस ‘‘पूरी तरह सुरक्षित’’ है।सहारनपुर के वरिष्ठ पुलिस अधीक्षक एस. चेन्नपा ने बताया कि आरोपी विपुल सैनी ने नकुड़ इलाके में अपनी कम्प्यूटर की दुकान में कथित तौर पर हजारों की संख्या में मतदाता पहचान पत्र बनाए थे।


विपुल सैनी आयोग की वेबसाइट में उसी पासवर्ड के जरिए लॉगइन करता था
जिसका इस्तेमाल आयोग के अधिकारी करते थे। आयोग को कुछ गड़बड़ी का अंदेशा हुआ और उसने जांच एजेंसियों को इसकी जानकारी दी।बता दें कि एजेंसियों की जांच के दौरान विपुल सैनी शक के दायरे में आया और उन्होंने सहारनपुर पुलिस को सैनी के बारे में जानकारी दी। उन्होंने कहा कि पूछताछ में सैनी ने बताया कि वह मध्य प्रदेश के हरदा निवासी अरमान मलिक के इशारे पर काम कर रहा था और उसने तीन माह में दस हजार से ज्यादा फर्जी मतदाता पहचान पत्र बना लिए थे।पुलिस अधीक्षक चेन्नपा ने बताया कि जांच में पता चला कि सैनी के बैंक खाते में 60 लाख रुपये है, जिसके बाद खाते से लेनदेन पर तत्काल रोक लगा दी गई है। उन्होंने कहा कि विपुल सैनी के खाते में इतनी रकम कहां से आई इसकी जांच की जाएगी।

निर्वाचन आयोग के एक प्रवक्ता ने दिल्ली में कहा कि सहायक मतदाता सूची अधिकारी (एईआरओ) नागरिकों को सेवा प्रदान करते हैं और मतदाता पहचान पत्र की प्रिंटिंग और समय पर वितरण की जिम्मेदारी उनकी होती है। उन्होंने बताया कि  ‘‘एईआरओ कार्यालय के एक डाटा एंट्री ऑपरेटर ने अवैध रूप से अपना आईडी एवं पासवर्ड सहारनपुर के नकुड़ में एक निजी अनधिकृत सेवा प्रदाता को दीताकि वह कुछ वोटर कार्ड छाप सके।’’ प्रवक्ता ने कहा, ‘‘दोनों व्यक्ति गिरफ्तार हो चुके हैं।’’ उन्होंने कहा कि निर्वाचन आयोग का डाटाबेस ‘‘पूरी तरह सुरक्षित’’ है।पुलिस अधिकारी के मुताबिकपूछताछ में विपुल सैनी ने बताया कि एक पहचान पत्र के एवज में उसे 100 से 200 रूपये मिलते थे। उसके घर से पुलिस ने दो कम्प्यूटर भी जब्त किए हैं। जांच एजेन्सी उसे अदालत में पेश करके उसकी न्यायिक हिरासत का अनुरोध करेगी। उन्होंने बताया कि विपुल सैनी के पिता किसान हैं। सैनी ने सहारनपुर जिले के एक कॉलेज से बीसीए किया है। उन्होंने बताया कि इस बात की भी जांच की जाएगी कि क्या उसके संबंध राष्ट्र विरोधी या आतंकवादी ताकतों से भी हैं। फिलहाल पुलिस मामले की गहनता से जांच कर रही है।

टिप्पणियाँ

इस ब्लॉग से लोकप्रिय पोस्ट

जिला गाजियाबाद के प्रसिद्ध वकील सुरेंद्र कुमार एडवोकेट ने महामहिम राष्ट्रपति एवं प्रधानमंत्री को देश में समता, समानता और स्वतंत्रता पर आधारित भारतवासियों के मूल अधिकारों और संवैधानिक अधिकारों को सुनिश्चित करने के लिए लिखा पत्र

ज़िला पंचायत सदस्य पद के उपचुनाव में वार्ड नंबर 16 से श्रीमती जसविंदर कौर की शानदार जीत

पीलीभीत सदर तहसील में दस्तावेज लेखक की गैर मौजूदगी में उसका सामान फेंका, इस गुंडागर्दी के खिलाफ न्याय के लिए कातिब थाना कोतवाली पहुंचा*