पुलिस विभाग के 75 कर्मियों को किया गया लाइन हाजिर एसएसपी मेरठ प्रभाकर चौधरी का नया अभियान
मेरठ। अपनी इमानदार कार्यशैली के चलते चर्चा में आए मेरठ के नए एसएसपी प्रभाकर चौधरी ने अपने तेवर दिखाने शुरू कर दिए हैं। भ्रष्ट्राचार के खिलाफ हल्ला बोलते हुए एसएसपी ने एक साथ 75 पुलिसकर्मियों को लाइन हाजिर कर दिया। एसएसपी की इस कार्रवाई से हड़कंप मचा हुआ है। लाइन हाजिर हुए सभी 75 पुलिसकर्मी पिछले कई वर्षों से जिले के थानों में जमे थे। थानेदार आए या जिले में एसएसपी इनका सिक्का बराबर चलता था। इन्हें हटाने की जरुरत किसी में नहीं थी। बताया तो यहां तक जाता है कि ये सिपाही ही थानेदार होते थे। बेचारा एसओ तो नाम का थानेदार होता था। अब एसएसपी प्रभाकर चौधरी के इस तेवर से थानेदारों में भी हड़कंप मच गया है। जिले का चार्ज संभालते ही एसएसपी प्रभाकर चौधरी ने अपनी कार्यशैली से महकमे के भ्रष्ट्र लोगों को अवगत करा दिया था कि वे या तो सुधर जाए या फिर लाइन की तैयारी कर लें। इसके अलावा एसएसपी ने एक गोपनीय जांच भी बैठा दी थी। एक सप्ताह चली इस जांच में जिले के 75 पुलिसकर्मी भ्रष्ट्राचार के मामले में एसएसपी के रडार पर आ गए। फिर क्या था। एसएसपी ने कार्रवाई करते हुए सभी को लाइन का रास्ता दिखा दिया।
लिस्ट में 37 कांस्टेबल के नाम हैं। इसके अलावा 32 हेड कांस्टेबल, दो दारोगा और चार चालक हैं जो थाने की जीप पर चलते थे। इस कार्रवाई के बाद नए पुलिसकर्मियों को मौका मिलेगा और पुलिसिंग बेहतर बनेगी। लाख की कार और दो लाख के मोबाइल
इन पुलिसकर्मियों को लेकर एसपी और सीओ से भी जानकारी मांगी गई थी। दूसरी ओर इन पुलिसकर्मियों की कार्यशैली की गोपनीय रूप से निगरानी कराई जा रही थी। खुलासा हुआ कि कई पुलिसकर्मी 10-12 लाख की कार लेकर चलते हैं और दो-दो लाख रुपये के मोबाइल इस्तेमाल करते हैं। शहर की पॉश कॉलोनियों में मेरठ के अंदर ही आलीशान कोठियां बना ली हैं। बाकी संपत्ति भी जुटाई हुई है। ये स्थिति उन पुलिसकर्मियों के साथ ही है, जिनके खिलाफ भ्रष्टाचार और थाने की ठेकेदारी की शिकायतें हैं।
लिस्ट में 37 कांस्टेबल के नाम हैं। इसके अलावा 32 हेड कांस्टेबल, दो दारोगा और चार चालक हैं जो थाने की जीप पर चलते थे। इस कार्रवाई के बाद नए पुलिसकर्मियों को मौका मिलेगा और पुलिसिंग बेहतर बनेगी।
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