मेरठ में फिल्मी तर्ज पर सर्राफ के यहां आयकर टीम की कार्यवाही
मेरठ। अजय देवगन की एक फिल्म आई थी जिसमें अजय देवगन एक नेता के यहां छापा मारने जाते हैं और जब वह छापा मारने जाते हैं तो अपनी टीम को भी नहीं बताते कि हम कहां छापा मारने जा रहे हैं और यह छापे की कार्यवाही कई दिन तक चलती है । जिस भ्रष्ट नेता के यहां यह आयकर का छापा मारा गया था उस नेता की इतनी बड़ी अप्रोच थी कि उसने उस वक्त की प्रधानमंत्री इंदिरा गांधी को भी जाकर अपनी सिफारिश लगवाई थी और इंदिरा गांधी ने उस अधिक आयकर अधिकारी से बात की थी और प्रधानमंत्री ने यह कहा था कि आप नियमानुसार कार्यवाही करें । मेरठ में जो आयकर विभाग की कार्यवाही हुई है इसमें अभी तक यह तो पता नहीं चला कि कितनी अकूत संपत्ति बरामद हुई है मगर मेरठ में यह चर्चा का विषय बना हुआ है यहां अरबों रुपए की संपत्ति बरामद हुई है ।सदर थाना क्षेत्र में आयकर विभाग की टीम ने एक सर्राफ के यहां तीन दिन तक बड़ी जांच की। आयकर विभाग कानपुर की अन्वेषण विंग के डायेक्टर राकेश कुमार गोयल के नेतृत्व में गुरुवार को करीब 20 गाड़ियों में सवार होकर आयकर विभाग की टीम सदर बाजार पहुंची थी। आयकर विभाग की टीम ने यहां के प्रतिष्ठित सर्राफ पवन जैन के श्यामा ज्वैलर्स की खेमचंद पवन कुमार जैन सर्राफ प्राइवेट लिमिटेड की दुकानों पर छापेमारी करके जांच शुरू की। इसके साथ वेस्ट एंड रोड स्थित सर्राफ के बंगले पर भी जांच शुरू की थी। आयकर विभाग के सूत्रों के मुताबिक, आयकर विभाग को पवन जैन द्वारा दिल्ली में कई करोड़ रुपए में एक होटल का सौदा किए जाने का इनपुट मिला था। छापेमारी से पहले आयकर विभाग ने अपनी पूरी पड़ताल की। एक आयकर अधिकारी ग्राहक बनकर सर्राफ की दुकान में गया था और उसके घर की भी निगरानी की थी। सोने के थोक व्यापारी पवन जैन के यहां जैसे-जैसे आयकर विभाग की जांच आगे बढ़ती गई, तो सोने और नकदी के रूप में अकूत संपत्ति का पता चलता गया। गुरुवार से लेकर शनिवार तक आयकर विभाग की कार्रवाई सर्राफ के यहां चलती रही। सूत्रों के मुताबिक, इस दौरान आयकर विभाग की टीम को नोट गिनने की दर्जनों मशीनें, सोना तोलने की लगभग एक दर्जन मशीनें, भारी मात्रा में सोना, बेनामी संपत्ति के कागजात और कैश बरामद हुआ है। चर्चा है कि इस दौरान आयकर विभाग के अधिकारियों ने सर्राफ के प्रतिष्ठानों के फर्श तक खोद डाले। शनिवार को छापेमारी पूरी करने के बाद आयकर विभाग की टीम वापस लौट गई। इस बारे में आयकर अधिकारियों ने कुछ भी बताने से इनकार कर दिया और दिल्ली से ही कोई आधिकारिक बात कहे जाने की बात कही। यह जांच की कार्रवाई 48 घंटे से अधिक समय तक चली। इससे पहले वर्ष 2011 में आयकर विभाग द्वारा मेरठ के एक निजी विश्वविद्यालय के संचालक के घर पर छापेमारी की गई थी। जो तीन दिन तक चली थी। एक कुंतल से भी ज़्यादा सोना मिलने की बात कही जा रही है। जानकारी के अनुसार कुछ समय पहले व्यवसाई के बेटे का अपहरण हुआ था। जिसके बाद फिरौती देने के बाद वापस लौटा था। साथ ही तीन साल पूर्व इनके पोते का भी लिटिल अपैक्स स्कूल से अपहरण हुआ था। उसे पुलिस ने गाजियाबाद से बरामद किया था।
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