क्या कानून ही समस्या का समाधान है ?

जय हिंद जय भारत यह शब्द किस तरह हमारे देश में बुलंद रहे हम सभी कुछ समझने की कोशिश करें भाजपा आर एस एस अभी तक हम देशवासियों को कोई ऊर्जा या तरक्की की किरण अभी तक नहीं दी है केवल झूठ गुमराह नफरत दी है जिसे हम बर्बादी कह सकते हैं कानून ही समस्या का समाधान है तो अत्याचार भ्रष्टाचार हत्याएं बलात्कार क्यों चरम सीमा पर चल रहे हैं संविधान में संशोधन होना कोई गलत बात नहीं है मगर सब की भलाई के लिए हो तो बात समझ में आती है दलाल मीडिया भाजपा अंधभक्त सच्चाई सामने नहीं आए पूरी ताकत लगाकर देश को बर्बादी की तरफ धकेल रहे हैं जाति धर्म तो हम सभी देशवासियों की पहचान है अपने वोट बैंक को बढ़ाने के लिए हम सभी को असली नकली हिंदू मुस्लिम मैं बांटकर सत्ता पर काबिज रहना चाहते हैं देश की तरक्की जाए भाड़ में भाजपा सरकार चल रही है जाति धर्म की  आड़ में नासमझ लोग भाजपा का झंडा उठाकर चल देते हैं जिन्हें यह नहीं मालूम कि हमारे परिवार का इतिहास क्या है वह पूरे देश का इतिहास या यूं कहें कई हजार साल पहले के इतिहास को बताने में संकोच नहीं करते भारत देश हम सभी का है हम सब एक दूसरे के सहयोगी हैं तरह-तरह की फुलवारी जैसे हैं जिनकी खुशबू से हमारा देश महक रहा है नासमझ लोग भाजपा आरएसएस की मानसिकता से दूरी बनाकर रहे अपने देश की खुशबू को बर्बाद मत करो पुलिस प्रशासन को नहीं भूलना चाहिए कि हम अपने ही देश के अपने ही समाज के लोगों को फर्जी मुकदमे करा कर जेलों में डाल रहे हैं अपनी जिम्मेदारी को निभाने की जरूरत है इंसान गलतियों का पुतला है छोटी गलतियों को माफ किया जा सकता है बड़ी गलती को माफ नहीं किया जा सकता मगर इसका मतलब यह नहीं है छोटी गलती को बड़ी करके अपनी पावर का गलत इस्तेमाल करें या किसी के कहने पर किसी को भी फांसी जैसी सजा दे दे या दिला दे देश में अगर नफरत पैदा होगी तो देश की बर्बादी पक्की जिसे कोई टाल नहीं सकता सत्ता में बैठी सरकार हैं चाहे कोई भी पार्टी हो अपनी जिम्मेदारियों को ईमानदारी से निभाएं कानून का दुरुपयोग लगभग 70% इस समय किया जा रहा है जो वोट देकर सरकार चुनता है उसको ही खामियाजा भुगतना पड़ रहा है दलाल मीडिया उपद्रवियों का वीडियो दिखा रही है लेकिन जो पुलिस का उपद्रव या बर्बरता है उसको नहीं दिखा रहा पावर में बैठा हुआ इंसान यह न समझे कि करनी का फल नहीं मिलता ऊपर वाले की लाठी में आवाज नहीं होती उसका खामियाजा एक दिन जरूर भुगतना पड़ता है समय कुछ भी हो  जिसके करोड़ों उदाहरण मौजूद हैं यूपी सरकार यह भी न भूले मुजफ्फरनगर कांड के मुकदमे वापस लिए गए खुद मुख्यमंत्री जी तथा कई मंत्रियों पर संगीन धाराओं वाले मुकदमे दर्ज थे वह भी वापस लिए गए नागरिकता संशोधन बिल पर शांति प्रिय प्रदर्शन करने वाले लोगों पर चिन्हित कर मुकदमे दर्ज कराए जा रहे हैं नुकसान की भरपाई उन्हीं से वसूलने की प्रक्रिया चलाई जा रही है पत्थर उठाकर मारना दिखाया जा रहा है जिसे जुर्म की श्रेणी में रखा गया है तो वर्दी वाले गुंडे गोली चलाते दिखाई दे रहे हैं उसे महा जुर्म की श्रेणी में रखना चाहिए जिनकी कीमती जान चली गई घरों में तोड़फोड़ आदि नुकसान पुलिस द्वारा किए गए उसकी भरपाई कौन करेगा इंटरनेट बंद करना समस्या का समाधान नहीं है सच्चाई को सामने लाने की जरूरत है तानाशाही से किसी की भी आवाज को दबाया जाए वह सबसे बड़ा पाप है सरकारें आती है जाती हैं यह भी नहीं भूलना चाहिए विश्वासघात करना जहर देने से भी ज्यादा खतरनाक होता है सभी देशवासियों को यह भी समझने की जरूरत है भाजपा हिंदू मुस्लिम सिख ईसाई या यूं कहें लगभग 150 धर्मों के मानने वाले भारत देश में भारतवासी हैं बीजेपी किसी की सगी नहीं है हम गहराई से समझने की कोशिश करें जिसके करोड़ों उदाहरण मौजूद हैं श्री अखिलेश यादव जी भगवान श्री कृष्ण जी के वंशज हैं देश आजाद होने के बाद तक आज तक कोई भी सिख इसाई मुस्लिम मुख्यमंत्री यूपी का नहीं बना योगी जी मुख्यमंत्री बने लखनऊ में मुख्यमंत्री कार्यालय को गंगाजल से धूल वाया हवन कराया शायद देश के किसी भी प्रदेश या प्रधानमंत्री कार्यालय में अभी तक ऐसा नहीं हुआ आखिर क्यों अयोध्या में भगवान रामचंद्र जी को भी राजनीति में खींच लिया जनता का पैसा करोड़ों दीपक जलाकर सुहा कर दिया जनगणना में 14 सबूत 2011 में माननीय किए गए अब एनआरपी 21 सबूत मांगे जा रहे हैं सबसे खतरनाक बात यह है सच्चाई को छुपाया जा रहा है मां-बाप का जन्म स्थान सबूत मांगा जा रहा है देश के लिए भारी मुसीबत बनेगा बीजेपी दलाल मीडिया यह भी नहीं भूले पड़ोसी देशों से संबंध खराब होने की पूरी संभावना बनी हुई है कच्चा तेल विदेशों से ही आता है आयात निर्यात जो भारत की अर्थव्यवस्था को बर्बाद कर देगा एनआरसी सीएबी सी ए ए एनआरपी इन सभी कानूनों की बारीकी में जाएं तो लगभग 35% लोगों के पास जमीन नहीं लगभग 2% लोगों के पास छत नहीं लगभग 40% लोगों के पास 30 साल पुराना कोई सबूत नहीं लगभग 23% लोग सबूत जुटाने में कामयाब हो जाएंगे मगर नोटबंदी से खतरनाक यह बिल लाइन में सभी को लगा देगा सच्चाई यह है लगभग 70% देश की जनता इस कानून से 4 साल तक भी निजात नहीं पाएगी बर्बादी का आलम क्या होगा यह आगे आने वाला समय ही बताएगा जनता की खून पसीने की कमाई से ऐसो आराम मौज मस्ती करने वाले नेता जनता को ही बर्बाद करने पर तुले हुए हैं देश को आग और बर्बादी की भट्टी में झोंकने पर तुले हुए हैं असल मुद्दों से भटकाने के लिए इस तरह के प्रोपेगंडा पिछले 6 सालों से तैयार किए जा रहे हैं जो ठीक नहीं है इस बिल मैं सही संशोधन नहीं किया गया तो आने वाला समय कितना खतरनाक हो सकता है इसका अंदाजा लगाना मुश्किल है क्योंकि वर्ड में हमारे देश की इमेज गिरती जा रही है विदेशी संस्थाएं तथा वहां की राजनीतिक पार्टी हमारे देश की गतिविधियों पर नजर रखे हुए हैं हमारा भारत ऐसा नहीं था जो इन 6 सालों में कर दिया गया बुद्धिजीवी लोगों की आवाज को दबाया जा रहा है इन बातों से इनकार नहीं किया जा सकता झूठ गुमराह नफरत वाली बातों को जबरजस्ती देश के सामने लाया जा रहा है इन बातों से भी इनकार नहीं किया जा सकता अंत में यही कहूंगा सत्ता में या विपक्ष में बैठे लोग सच को ही सामने लाएं हमारे देश की तरक्की भाईचारा सौहार्द प्यार बना रहे इन बातों पर काम करें हमारे देश की खूबसूरती यह है हिंदू मुस्लिम सिख ईसाई आदि एक दूसरे के पड़ोसी होते हैं किसी भी मुसीबत में सबसे पहले पड़ोसी ही मदद में आता है सच को वही जानता है  दूर रहने वाले तो आग में घी डालने का काम करते हैं पड़ोसियों में आपसी मनमुटाव है तो पड़ोसी दिल दिमाग दोनों को खोल कर रखे की कौन कहां खड़ा है और मैं खुद कहां खड़ा हूं देश की गंदी राजनीति समझ में आ जाएगी दूसरों का भला करो तो अपना भला होगा अपना ही भला करोगे तो बुरा ज्यादा भला कम होगा और कौन लपेटे में कब आ जाए इसका अंदाजा बाद में होगा सबका साथ सबका विश्वास सबका विकास याद रखने की जरूरत है


लेखक : शौकत अली चेची


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