भोजीपुरा विधानसभा सीट पर क्या पूर्व सपा विधायक सुल्तान बेग पर दांव खेल सकते हैं सपा मुखिया शहज़िल इस्लाम के विरोध को देखते हुए?

रिपोर्ट - मुस्तकीम मंसूरी

बरेली, समाजवादी पार्टी के मुखिया अखिलेश यादव के लिए बरेली की भोजीपुरा विधानसभा सीट पर पूर्व विधायक सुल्तान बेग की दावेदारी बड़ी चुनौती बनती हुई, नज़र आ रही है 

दरअसल बरेली की मीरगंज विधानसभा से तीन बार विधायक रहे सुल्तान बेग ने इस बार भोजीपुरा विधानसभा सीट से चुनाव लड़ने का निर्णय लिया है 


जबकि मौजूदा सपा विधायक शहज़िल इस्लाम भोजीपुरा विधानसभा से हैं 

तो वहीं बरेली जनपद के मुस्लिम कद्दावर नेताओ में अपनी पहचान रखने वाले सुल्तान बेग हैं।

जहां पर सुल्तान बेग कद्दावर नेता हैं तो वहीं गरीबों और कमजोरों के  हमदर्द भी मानें जाते हैं सुल्तान बेग जहां जनता के हमदर्द मानें जाते हैं तो वहीं चुनाव के माहिर खिलाड़ी भी हैं सुल्तान बेग।

वहीं दूसरी ओर इस्लाम साबिर का दख़ल सपा में काफी मजबूत माना जाता है। जिसके 

कारण भोजीपुरा से विधायक शहज़िल इस्लाम को मजबूती मिलती हैं। अगर बात 

करें विधायक शहज़िल इस्लाम की तो वो केवल अपने पिता इस्लाम साबिर के बल पर ही राजनीति कर पाते हैं। पार्टी सूत्रों के

 मुताबिक विधायक शहज़िल इस्लाम इतने मजबूत दावेदार नहीं है जो आगामी विधानसभा चुनाव में अपनी विधायकी बचा सके, इसलिए विधायक शहज़िल इस्लाम पार्टी की नय्या डूबों सकते हैं, 

बात करें सपा मुखिया अखिलेश यादव की तो वो विधायक शहज़िल इस्लाम का आगामी विधानसभा चुनाव में भोजीपुरा से टिकट काट देते हैं तो भोजीपुरा विधानसभा का असर बरेली की बाकी सभी विधानसभाओ पर पड़ेगा और अगर भोजीपुरा से शहज़िल इस्लाम को ही सपा मुखिया ने टिकट दिया तो पूर्व विधायक सुल्तान बेग सपा की नय्या डूबोने के लिए ही काफी है। क्योंकि पूर्व विधायक सुल्तान बेग भोजीपुरा विधानसभा से ही आगामी विधानसभा चुनाव लड़ेंगे जिसका असर बरेली की सभी विधानसभाओं पर पड़ेगा। क्योंकि पूर्व विधायक सुल्तान बेग अन्य किसी पार्टी के टिकट पर आगामी विधानसभा चुनाव लड़ेंगे जोकि सपा के लिए काफी हद तक नुकसानदायक रहेगा, वही राजनीतिक विश्लेषकों का मनना है, कि शहज़िल इस्लाम के विरोध को देते हुए कैंट विधानसभा से शहज़िल इस्लाम को अगर प्रत्याशी बनाया जाता है तो सपा कैंट में भाजपा को हराने में कामयाब होगी, वही बात करें कैंट सीट से डॉक्टर अनीस बेग के मुकाबले शहज़िल इस्लाम जातिगत आधार पर काफी मजबूत साबित होंगें क्योंकि कैंट सीट पर अशफाक अहमद, रफीक अहमद, इस्लाम साबिर व शहज़िल इस्लाम एक ही परिवार से विधायक बनते रहे हैं, अगर बात करें कि एक ही परिवार में डॉक्टर अनीस बेग और और पूर्व विधायक सुल्तान बेग दोनों दावेदार है, ऐसी सूरत में पूर्व विधायक सुल्तान बेग तीन बार के विधायक और लंबे राजनीतिक अनुभव के आधार पर सपा मुखिया की पहली पसंद होना चाहिए, इस तरह सपा मुखिया भोजीपुरा और कैंट विधानसभा सीटें जीत कर भाजपा की सीटें कम करने में सफल हो सकते हैं, अगर डॉक्टर अनीस बेग और पूर्व विधायक सुल्तान बेग में तुलना की जाये तो सुल्तान बेग राजनीति के माहिर खिलाड़ी है और लोग उन्हें गंभीरता से भी लेते हैं। अब देखना यह है कि सपा मुखिया अखिलेश यादव निर्णय क्या लेते हैं, तो यह आने वाले समय पर निर्भर करता है, कि सपा मुखिया बेग परिवार में से किस पर दांव खेलेंगे।

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