संविधान, कानून और मानवता के दोषी पुलिसकर्मियों को पुलिस से बर्खास्त किया जाना चाहिए : पपोपा

 नमाज़ियों पर दिल्ली पुलिसकर्मी का लात-घूंसे चलाना शर्मनाक और दुर्भाग्यपूर्ण : पब्लिक पोलिटिकल पार्टी

नमाज़ पढ़ रहे लोगों पर दिल्ली पुलिसकर्मी ने जिस तरह का गुंडई व्यवहार किया उसकी पब्लिक पोलिटिकल पार्टी घोर निन्दा- भर्त्सना करती है : श्रीमती दीपमाला श्रीवास्तव 

नई दिल्ली (संवाददाता)देश की राजधानी दिल्ली के इंद्रलोक इलाके में दिल्ली पुलिस के चौकी इंचार्ज उपनिरीक्षक ने अपनी करतूत से न सिर्फ़ दिल्ली पुलिस बल्कि पूरी मानवता को शर्मसार किया है,नमाज़ियों पर दिल्ली पुलिसकर्मी द्वारा लात-घूंसे चलाना शर्मनाक और दुर्भाग्यपूर्ण है पब्लिक पोलिटिकल पार्टी इसकी निंदा भर्त्सना करती है और ऐसे अमानवीय और अनैतिक कार्य करने वाले पुलिसकर्मियों को पुलिस से बर्खास्त करने की मांग करती है।


राष्ट्रहित और सवर्णों की पब्लिक पोलिटिकल पार्टी ने कहा है कि कानून का रक्षक इस तरह कानून को अपने हाथ में ले और वह भी किसी आपराधी के लिए नहीं बल्कि इबादत करने वालों पर, तो इससे अधिक शर्म की कोई बात नहीं हो सकती है। पब्लिक पोलिटिकल पार्टी ऐसे तत्वों को किसी भी विभाग में रखने के ख़िलाफ़ है। 

पब्लिक पोलिटिकल पार्टी की राष्ट्रीय अध्यक्षा श्रीमती दीपमाला श्रीवास्तव ने बताया कि दिल्ली के इंद्रलोक इलाके की एक वायरल विडियो ने दिल्ली पुलिस को शर्मसार करके रख दिया है। इस वीडियो में दिल्ली के इंद्रलोक क्षेत्र में नमाज़ पढ़ रहे लोगों पर पुलिस वाला लात और घूंसे मार रहा है। नमाज़ पढ़ रहे लोगों को हिंसक तरीके से धक्का देते हुए दिखाई दे रहा है। क्या ये पुलिसकर्मी नहीं जानता कि उसको हिंसा करने का अधिकार नहीं है। क्या वह नहीं जानता कि नमाज़ पढ़ने वाले की नियत तुड़वाना, उसके सामने जाना और उसके साथ हिंसा करना अपने आप में एक बड़ा अपराध है। जो इस अभद्र पुलिस वाले ने किया है। कोई संविधान, कोई कानून इस पुलिस वाले को ये छूट नहीं देता कि वह नमाज़ पढ़ रहे लोगों को लात घूसों से मारे।  अगर ये लोग सड़क पर नमाज़ पढ़ भी रहे थे तो उनके इस कृत्य को वह संविधान और कानून की दृष्टि से निपटता न कि लात घूंसे चलाता। यह नमाज़ी कोई अपराध नहीं कर रहे थे। 


पब्लिक पोलिटिकल पार्टी दिल्ली पुलिसकर्मी की इस शर्मनाक और अमानवीय करतूत को दुर्भाग्यपूर्ण मानते हुए इसकी निंदा करती है।

हालांकि दिल्ली पुलिस उपायुक्त (उत्तर) एम के मीणा के अनुसार इस घटना के दोषी और  वीडियो में दिख रहे पुलिस चौकी प्रभारी को तत्काल प्रभाव से निलंबित कर दिया गया है और आवश्यक अनुशासनात्मक कार्रवाई भी की जा रही है लेकिन पब्लिक पोलिटिकल पार्टी मानती है कि ऐसे पुलिसकर्मी को पुलिस से बर्खास्त किया जाना चाहिए जो ऐसे व्यक्तियों को अपनी हिंसा और कोप का शिकार बनाए जो ईश्वर की प्रार्थना (इबादत) कर रहे हों। देश के संविधान और कानून का पालन नहीं करने वाले का स्थान पुलिस फोर्स में नहीं बल्कि सलाखों के पीछे होना चाहिए।



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