डिजिटाइजेशन प्रक्रिया असफल होने पर सात जिलो के बीएसए को चेतावनी,
रिपोर्ट-मुस्तकीम मंसूरी
लखनऊ, प्राइमरी स्कूलों व कपूर बाघ गांधी बालिका विद्यालयों की पंजिकाओं के डिजिटाइजेशन की प्रक्रिया असफल होने पर स्कूल शिक्षा महानिदेशक ने सात जिलों के बीएसए को चेतावनी जारी की है। साथ ही जवाब तलब कर पूछा है कि संबंधित जिलों में केवल 1-15 विद्यालयों से ही ऑनलाइन अधावधिक स्थिति प्राप्त हुई है। यह बहुत निराशाजनक स्थिति है। इसके लिए क्यों ना आपका उत्तरदायित्व निर्धारित किया जाए? क्या आपके द्वारा डिजिटल पंजिकाओं को लागू करने के लिए इस फस संवाद नहीं स्थापित किया गया है, शिक्षकों को प्रेरित नहीं किया गया है या आपके द्वारा इसमें रुचि नहीं ली गई है?
डीजी स्कूल शिक्षा के सातों ज़िलों को उनके यहां के पहले दिन के डिजिटाइजेशन के प्रदर्शन का चार्ट भी भेजा, जिसमें लखीमपुर 0, रायबरेली 0, श्रावस्ती 1, लखनऊ 1, हरदोई 1, उन्नाव 2,तथा सीतापुर में बमुश्किल 4, ही डिजिटली हाजरी होने का उल्लेख है। महानिदेशक की इस नोटिस से संबंधित जिलों में बेसिक शिक्षा अधिकारियों के कार्यालय में हड़कंप मजा हुआ है। स्कूल शिक्षा महानिदेशक विजय किरन आनंद ने 10 नवंबर को सर्कुलर कर प्रेरणा पोर्टल पर स्कूल की उपस्तिथि पंजिका, प्रवेश पंजिका, एमडीएम पंजिका, समेकित निशुल्क सामग्री वितरण पंजिका, स्टॉक पंजिका का अपलोड कर ऑनलाइन ही पूरा विवरण दर्ज करने के निर्देश दिए थे। प्रयोग के तौर पर 20 नवंबर से सात जिलो में डिजिटाइजेशन की यह प्रक्रिया अपनाई जानी थी लेकिन शिक्षकों के ग्रोथ के कारण पहले ही दिन परंपरागत रजिस्टरों रकी जगह टैबलेट का प्रयोग करने के निर्देशों पर अमल नहीं हो सका।
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