आखिर कैसे हो गया खेला, हरिहर गंज रेलवे स्टेशन की जमीन का,

 रिपोर्ट-मुस्तकीम मंसूरी 

फतेहपुर जिले के सदर कोतवाली क्षेत्र के हरिहर गंज रेलवे स्टेशन का मामला सुर्खियों में है।जो कभी आम यात्रियों के लिए रेलवे पार्क के नाम से मशहूर बेशकीमती जमीन पर हुआ कब्ज़ा जिस पर

किसी समय रेल यात्री एवं आसपास के लोग पार्क का आनंद लेने के लिए व्यतीत करते थे समय जब 

कुछ गणमान्य लोगो ने कहा- जब गाजियाबाद के बहुचर्चित मासूम बच्चों के हत्यारे को साक्ष्यो के अभाव में हाई कोर्ट ने कर दिया है बरी तो फिर जमीन के मामले में साक्ष्यो को नष्ट करना कोई बड़ी बात नहीं है। 



हालांकि जमीन पर कब्जे के पीछे हाई कोर्ट के एक आदेश का दिया जा रहा है हवाला

दिनेश चंद्र शुक्ला नामक व्यक्ति का इस जमीन पर बताया जा रहा है मालिकाना हक

रेल बाजार एवं हरिहरगंज के अनेकों लोगों की दबी जुबान सुनी जा सकती है बेशकीमती जमीन की हकीकत यह है कि 

रेलवे विभाग के अधिकारियों एवं कर्मचारियों की मिली भगत से दस्तावेजों के साथ की गई है छेड़छाड़-सूत्र बताते हैं

 की हरिहरगंज व रेल बाजार मोहल्ले के कुछ संभ्रांत व्यक्ति हाई कोर्ट में पुनः डालेंगे पुनर्विचार याचिका जिसकी तैयारी चल रही है।

 अगर जमीनी स्तर पर की गई जांच तो नप सकते हैं कई अधिकारी व सफेदपोश प्रशासन ने नहीं लिया था संज्ञान तो लोग जाएंगे सीधे हाई कोर्ट जिसकी तैयारी लगभग पूरी हो चुकी है।

टिप्पणियाँ

इस ब्लॉग से लोकप्रिय पोस्ट

जिला गाजियाबाद के प्रसिद्ध वकील सुरेंद्र कुमार एडवोकेट ने महामहिम राष्ट्रपति एवं प्रधानमंत्री को देश में समता, समानता और स्वतंत्रता पर आधारित भारतवासियों के मूल अधिकारों और संवैधानिक अधिकारों को सुनिश्चित करने के लिए लिखा पत्र

ज़िला पंचायत सदस्य पद के उपचुनाव में वार्ड नंबर 16 से श्रीमती जसविंदर कौर की शानदार जीत

पीलीभीत सदर तहसील में दस्तावेज लेखक की गैर मौजूदगी में उसका सामान फेंका, इस गुंडागर्दी के खिलाफ न्याय के लिए कातिब थाना कोतवाली पहुंचा*