मूसलाधार बारिश, बिजली की तड़क धमक के बीच खिरिया बाग में किसान धरने पर डटे रहे

 खिरिया बाग, आजमगढ़ 4 जुलाई 2023. एक तरफ मूसलाधार बारिश में बिजली की कड़क तो दूसरी तरफ जमीन नहीं देने का ऐलान करते हुए खिरिया बाग में किसानों मजदूरों का धरना जारी रहा.

तेज बारिश के बीच किसानों मजदूरों ने कहा कि खिरिया बाग हमारा धाम है और ये घास, फूस की मडई हमारा मंदिर है. तेज बारिश में मडई से पानी गिर रहा पर हम डट कर लड़ेंगे और लड़ कर जीतेंगे. यह हमारा संघर्ष आने वाली नस्लों के लिए है कि उनके हिस्से की जमीन कोई छीन नहीं सकता. बारिश में धरने पर बैठने को मजबूर कर सरकार जो जुल्म कर रही है, उस जुल्म को हम ही नहीं आने वाली पीढ़ियां भी याद करेंगी कि हमारे बाप, दादाओं ने जिंदगी दाव पर लगाकर धरती माता को कैसे बचाया था. कश्मीर में भूमिहीनों को जमीन देने को सरकार कह रही और यहां हमारी जो जमीन है उसे भी छीन रही है. किसानों ने कहा कि सांसद दिनेश लाल यादव निरहू कह रहे कि हवाई जहाज नहीं उड़ सकता तो ऐसे में जो जमीन हवाई अड्डे के नाम पर ली गई उसे किसानों को लौटाया जाए. आजमगढ़ समेत पूर्वांचल में 85 प्रतिशत रोजगार खेती, किसानी देती है.


धरने पर अवधेश यादव, रामचंद्र यादव, नंदलाल यादव, संदीप उपाध्याय, जटाशंकर उपाध्याय, राम शबद, किस्मती, नीलम आदि मौजूद रहे.


द्वारा-

जमीन मकान बचाओ संयुक्त मोर्चा, आजमगढ़

खिरिया बाग, जमुआ हरिराम, मंदुरी, आजमगढ़

276141

टिप्पणियाँ

इस ब्लॉग से लोकप्रिय पोस्ट

बहेड़ी विधायक व प्रदेश महासचिव अता उर रहमान के नेतृत्व में बहेड़ी विधानसभा क्षेत्र के कार्यकर्ता समाजवादी पार्टी के राष्ट्रीय अध्यक्ष अखिलेश यादव से मिले

डॉक्टर अरशद मंसूरी ने मंसूरी समाज के लोगों को अपनी कविता के माध्यम से एक संदेश दिया है।

पीलीभीत सदर तहसील में दस्तावेज लेखक की गैर मौजूदगी में उसका सामान फेंका, इस गुंडागर्दी के खिलाफ न्याय के लिए कातिब थाना कोतवाली पहुंचा*