प्रेस कार्यालय पर छापेमारी निंदनीय और प्रेस की स्वतंत्रता पर हमला* *पत्रकारों और संपादकों ने मिलकर की मीडिया पर हमले की निंदा भर्त्सना
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नई दिल्ली।(अनवार अहमद नूर)
मीडिया पर लगातार हो रहे हमले और बीबीसी के कार्यालयों पर इनकमटैक्स की छापेमारी को लेकर मीडिया के लोगों ने अपनी प्रतिक्रिया व्यक्त करते हुए इसे निंदनीय और प्रेस की स्वतंत्रता पर हमला करार दिया है। नई दिल्ली के आईटीओ पर एक बैठक में अनेक पत्रकारों लेखकों और संपादकों ने रोज़ रोज़ मीडिया को निशाना बनाए जाने पर चिंता प्रकट करते हुए बीबीसी के कार्यालयों पर इनकमटैक्स की छापेमारी को
अनैतिक और निंदनीय बताया। कहा गया कि मीडिया कार्यालय पर छापेमारी निष्पक्ष और स्वतंत्र पत्रकारिता पर एक तरह से हमला है। और मीडिया वालों के लिए यह नाकाबिले बर्दाश्त है। सरकार मीडिया को भयभीत करने और डराने धमकाने का प्रयास न करे। मीडिया से जुड़े लोगों में डेमोक्रेटिक प्रेस क्लब के अध्यक्ष डॉ फरीद चुग़ताई, वेबवार्ता के संपादक सईद अहमद, सायबान के संपादक जावेद रहमानी, वरिष्ठ पत्रकार अनवार अहमद नूर, रशीदुल हिंद के संपादक अब्दुल रशीद, एशियन पत्रिका के इमरान कलीम, शिवानी जलोटा, ब्रजेश कुमार, धर्मेंद्र लोधी, दिलीप कुमार, आदिवासी एक्सप्रेस के शशांक चौधरी,सलमान खान, सलीम अहमद प्रमुख रहे। सभी का कहना और मानना यही है कि निष्पक्ष निर्भीक मीडिया को निशाना नहीं बनाया जाना चाहिए।
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