प्रेस क्लब आफ इंडिया में राष्ट्रीय महासचिव परमानन्द पांडेय ने सरकार से दिल्ली में पत्रकारों को पेंशन और उनके परिवारों को हर तरह की सहायता देने की मांग उठाई।

 पत्रकारों की सुरक्षा,पेंशन सहित अनेक मुद्दों पर इंडियन फेडरेशन आफ वर्किंग जर्नलिस्टस ने सरकार से की मांग

प्रेस क्लब आफ इंडिया में राष्ट्रीय महासचिव परमानन्द पांडेय ने सरकार से दिल्ली में पत्रकारों को पेंशन और उनके परिवारों को हर तरह की सहायता देने की मांग उठाई। 

नई दिल्ली (अनवार अहमद नूर) देश में वर्ष 1950 से कार्य कर रही इंडियन फेडरेशन आफ वर्किंग जर्नलिस्टस के राष्ट्रीय महासचिव परमानंद पांडे ने कहा है कि लोकतंत्र में मीडिया का बड़ा महत्व है और मीडिया की अपनी प्रमुख ज़िम्मेदारी भी हैं जिसे अनेक चुनौतियों के बीच एक पत्रकार पूरा करता है। इसलिए उस मीडियाकर्मी के जीवन और संरक्षण की ज़िम्मेदारी सरकार की बनती है। प्रेस क्लब आफ इंडिया में एक बैठक के दौरान श्री परमानन्द पांडेय ने दिल्ली सरकार से इस संबंध में शीघ्र कार्रवाई करने की मांग रखी है कि देश के अनेक अन्य राज्यों की तरह दिल्ली में भी पत्रकारों को पेंशन की व्यवस्था की जानी चाहिए और पत्रकारों के परिवारों को हर तरह की सहायता दी जानी चाहिए।


बैठक में मौजूद वरिष्ठ पत्रकार अनवार अहमद नूर का मानना है कि पत्रकारों की सुरक्षा और उनकी समस्याओं के समाधान के लिए प्रचार प्रसार निदेशालय में अलग से व्यवस्था होनी चाहिए। पत्रकारों को अपना काम करने की पूर्ण स्वतंत्रता,उनके कार्य में बाधा डालने वाले के ख़िलाफ़ कानूनी कार्यवाही होनी चाहिए।  पत्रकारों के वाहनों को सभी राज्यों में टोल मुक्त किया जाए। सभी पत्रकारों को 10 लाख रूपये तक का स्वास्थ्य व दुर्घटना बीमा दिया जाए।पत्रकारों के बच्चों के लिए प्रत्येक केन्द्रीय व नवोदय विद्यालय में सीटें आरक्षित की जाएं। पुलिस को पत्रकारों की हरसंभव मदद के लिए निर्देश दिए जाएं। पत्रकारों के साथ अभद्र व्यवहार करने वालों के ख़िलाफ़ उसी तरह की कार्यवाही की जाए जिस तरह सरकारी कर्मचारी से अभद्रता करने पर की जाती है। पत्रकारों के कल्याणार्थ एक राजकीय कोष बने जिससे उनको 50 वर्ष की उम्र के बाद जीवनयापन हेतु पेंशन या अन्य आर्थिक मदद दी जा सके।

पत्रकार विजय वर्मा ने कहा कि पत्रकारों को ज़िला विकास प्राधिकरण, राज्य आवास विकास व अन्य आवासीय योजनाओं में सस्ती दर पर आवास दिये जाएं। पत्रकारों के बच्चों के विवाह के अवसर पर मुख्यमंत्री की ओर से राशि दी जाए। कन्या के लिए पांच लाख रूपये की कन्यादान राशि दी जाए। पत्रकारों के बालकों की उच्चशिक्षा के लिए 50 लाख तक का ब्याज मुक्त लोन दिया जाए।

एडवोकेट हरीश चंद् वर्मा ने पत्रकारों की सुरक्षा,संरक्षा की बात करते हुए पत्रकारों के किसी परिवाद की स्थिति में न्यायालय में सरकारी वकील की सेवाएं दिए जाने की वकालत की।

बैठक में मौजूद जनसेवी और राजनीतिज्ञ महेंद्र पासवान ने कहा कि लोगों की सेवा करना परम धर्म है और मीडियाकर्मी भी प्रतिकूल स्थितियों में अपना कर्तव्य पालन करते हैं इसलिए सरकारों का दायित्व बनता है कि इनका विशेष ध्यान रखा जाए।

सौरभ शुक्ला ने बैठक में सभी को धर्म और कर्तव्यों के पालन का संदेश दिया।


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