सोशलिस्ट किसान सभा आजमगढ़ के किसानों के समर्थन में कृषि भूमि का कोई विकल्प नहीं

       सोशलिस्ट किसान सभा कानपुर से उन्नाव, लखनऊ होते हुए आजमगढ़ की यात्रा निकाल कर मंदुरी अंतर्राष्ट्रीय हवाई अड्डे के खिलाफ 50 दिनों से चल रहे किसानों के आंदोलन का समर्थन करती है। यह यात्रा 30 नवम्बर को मिल्कीपुर, पवई, रामापुर, चकिया, माहुल, दखिन गावां, अम्बारी व 1 दिसम्बर को फूलपुर, सरायमीर, संजरपुर, फरिहा, निजामाबाद, सोफीपुर, तहबरपुर, नेवादा होते हुए मंदुरी के खिरिया बाग पहुंचेगी और एक सभा में समाप्त होगी। हम मानते हैं कि कृषि की भूमि का कोई विकल्प नहीं हो सकता और न हीं अपनी आजीविका का साधन आसानी से बदला जा सकता है। भू-अधिग्रहण अधिनियम के तहत भी किसानों से उनकी मर्जी के बगैर जमीन नहीं ली जा सकती। हवाई अड्डा हो अथवा कोई और विकास का काम, वह लोगों को उजाड़ कर नहीं किया जा सकता। जितने लोग अंतर्राष्ट्रीय हवाई अड्डा बनने से उजड़ेंगे उतने लोगों को हवाई अड्डा या उससे जुडे हुए उपक्रम रोजगार नहीं दे सकते। लोग भूमिहीन हो जाएंगे और चंद लोगों की किस्मत चमक जाएगी। किसानों की बहुमूल्य जमीन औने-पौने दामों पर लेकर रियायती दर पर पूंजीपतियों को दे दी जाएगी। इस देश में विकास के नाम पर यही खेल चल रहा है। अमीर व गरीब की खाई बढ़ती जा रही है। एक तरफ अडाणी, जिनका नरेन्द्र मोदी के प्रधान मंत्री बनने से पहले किसी ने शायद ही नाम सुना हो आज दुनिया के दूसरे सबसे अमीर व्यक्ति बन गए, करोना काल में भी जब सबकी आय गिर गई तो अडाणी जैसे पूंजीपति अमीर होते गए, और दूसरी तरफ महंगाई, बेरोजगारी की मार झेल रहे आम व्यक्ति के लिए जीना दूभर हो गया है। रोटी, कपड़ा, मकान, शिक्षा, इलाज, बिजली का बिल, आदि जरूरतों को पूरा करने में ही उसकी कमर टूट रही है।

हमें इस तरह का विकास मंजूर नहीं है। विकास समावेशी होना चाहिए व आम लोगों की जरूरतों को पूरा करने वाला होना चाहिए। यदि आजमगढ़ कृषि प्रधान क्षेत्र है तो किसानों की सुविधा के लिए मंडियां खुलनी चाहिएं जो न्यूनतम समर्थन मूल्य पर किसानों का उत्पाद खरीद सकें, किसानों को मुफ्त बिजली-पानी की सुविधा मिले व आसान शर्तों पर कर्ज मिल सके। कृषि सम्बंधित अन्य रोजगार के अवसर सृजित होने चाहिए ताकि लोगों को पलायन ही न करना पड़े। शिक्षा-चिकित्सा की बेहतर व्यवस्था होनी चाहिए। यदि बाहर की यात्रा करनी भी है तो आजमगढ़ के ज्यादातर लोग रेलगाड़ी का इस्तेमाल करते हैं। रेल की सुविधा में विस्तार होना चाहिए।

हवाई अड्डा बनाने से हवाई जहाज बनाने, उड़ाने वाली, पेट्रोलियम का व्यापार करने वाली कम्पनियों व पैसे वालों को लाभ होगा। यह होड़ धरती के नीचे सीमित मात्रों में मौजूद पेट्रोलियम भण्डारों पर जल्दी से जल्दी ज्यादा से ज्यादा पैसा कमाने की है, इसका आम लोगों के विकास से कोई लेना देना नहीं। इसलिए हम आजमगढ़ में हवाई अड्डे के विस्तारीकरण की योजना का विरोध करते हैं।


सोशलिस्ट किसान सभा


अनिल मिश्र, 8707449208, कृष्ण मुरारी यादव, 7985181117, वीरेन्द्र यादव, 9838302015

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