अमर शहीद अशफ़ाक़ुल्ला खां का 122वां जन्मदिवस अल्पसंख्यक आयोग दिल्ली में हर्षोल्लास और श्रद्धापूर्वक मनाया गया

*राजीव जोली खोसला के देशभक्ति और शहीदों को समर्पित प्रोग्रामों की सभी ने सराहना की 

नई दिल्ली (अनवार अहमद नूर) देश पर मर मिटने वाले अमर शहीदों की याद में लगातार आयोजन कर रहे राजीव जौली खोसला ने आज शहीद अशफ़ाक़ुल्ला ख़ान का 122वां जन्म दिवस पूरे हर्षोल्लास, श्रद्धापूर्वक मनाते हुए दिल्ली अल्पसंख्यक आयोग,विकास भवन,आईटीओ नई दिल्ली में एक शानदार प्रोग्राम किया।



श्रीयोगाभ्यास आश्रम ट्रस्ट, भीम ब्रिगेड,राष्ट्रीय सैनिक आदि संस्थाओं के सहयोग से हुए इस प्रोग्राम में मुख्य अतिथि के रूप में योग गुरु स्वामी अमित देव,विशिष्ट अतिथि मोहम्मद फैज़ खान,मौलाना जावेद सिद्दीक़ी आदि रहे। कार्यक्रम की अध्यक्षता ज़ाकिर खान और संचालन राजीव जौली खोसला ने किया। इस अवसर पर मोमिश भगतसिंह,सुखमेन्दर सिंह (फ्रीडम फाइटर परिवार),सुशील खन्ना,हितेश शर्मा, सुरेंद्र पुश्करना, अनवार अहमद नूर (वरिष्ठ पत्रकार), हरविंदर सिंह लांबा, आरिफ़ देहलवी (मशहूर शायर),अरविन्द जी, रिज़वान अहमद, अर्चना, महेश, अफ़लातून,रीमा ,त्रिवेणी, डिम्पल पीटर, गीता अरोड़ा, प्रीति,अनु, भूषण कुमार जैन, हुकुमचंद आदि भी मौजूद रहे। 

इस अवसर पर योगगुरु स्वामी अमित देव ने योग से भ्रष्टाचार को समाप्त करने के बारे में बताते हुए, अनेक सामाजिक बुराइयों को समाप्त करने के उपाय भी बताए और मोबाइल के दुष्प्रभावों से नई पीढ़ी को बचाने का आग्रह किया। उन्होंने संदेश दिया कि योगी, सहयोगी और समाज के लिए उपयोगी बनें।

राजीव जौली खोसला ने अमर शहीदों को याद करते हुए उनकी क़ुर्बानियों को अपना सलाम पेश किया और कहा कि आज़ादी चरखे से नहीं बल्कि क्रान्ति वीरों की कुर्बानियों से मिली है। उन्होंने समस्त देशवासियों से जयहिंद अभिवादन को अपनाने और चलन में फैलाने का आव्हान किया।

शाहजहांपुर से आए युवा मोमिश भगतसिंह ने कहा कि इंकलाब हमेशा कुर्बानी मांगता है। शहीदों के संबंध से समाज और युवाओं में जागरूकता की आवश्यकता है।

शायर आरिफ़ देहलवी ने अपने देश प्रेम वाले कलाम से सभी का मन मोह लिया। जबकि सुरेन्द्र पुश्करना के गीत ने दिलों को शहीदों की याद से ताज़ा कर दिया।

"मेरा रंग दे बसंती चोला" गीत पर उपस्थित कई महिलाएं और पुरुष जमकर झूमें।

कलाकार हितेश शर्मा ने अशफ़ाक़उल्ला ख़ान पर एकल नाट्य रूपांतर पेश किया। मुख्य अतिथि फ़ैज़ अहमद ने अपने संबोधन में कहा कि आजकल के टीवी डिबेट देश को तोड़ने का कार्य कर रहे हैं इन्हें बंद करा दिया जाना चाहिए। एकता और भाईचारा सब धर्मों का संदेश है।इसे जाने बिना लोगों को धर्म के नाम पर लड़ाने की कोशिशें हो रही हैं। अल्लाह सब का रब है सिर्फ़ मुसलमानों का नहीं। अंत में फ़ैज़ अहमद ने गाय के गोबर से बने स्पेशल दीए भेंट में दिए। भीम ब्रिगेड की ओर से सभी को एक ख़ूबसूरत और अशफ़ाक़ुल्ला ख़ान का फ़ोटो छपा प्रशस्ति पत्र प्रदान किया गया।


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