दिल्ली सरकार ने घर घर शराब पंहुचा कर गरीबों और दलितों को तबाह करने का काम किया है.कालीमुल हफ़ीज़

 प्रेस विज्ञप्ति 29 जनवरी नई दिल्ली: सरकारें चाहती हैं कि दलित और मुसलमान उन्हें वोट दें, लेकिन वे अपना नाम अपनी ज़ुबान  पर  लाने से डरते हैं.वह नहरू विहार वार्ड और मदनपुर खादर वार्ड में मजलिस कार्यालयों के उद्घाटन समारोह को संबोधित कर रहे थे.  ।कलीमुल-हफ़ीज़ ने कहा कि कि सरकार ने शराब के लिए सुविधाएं बनाकर गरीबों और दलितों को तबाह करने का काम किया है.दिल्ली में मुसलमानों की अरबों रुपये कि वक़्फ़ सम्पत्ति  बर्बाद हो रही है,

अराजक तत्वों ने उन पर क़ब्ज़ा कर रखा है। उनमें से ज़्यादातर की हालत ख़स्ता है, यहाँ तक कि दिल्ली की जामा मस्जिद के मीनार और गुम्बद भी गिरने को तैयार हैं। लेकिन दिल्ली हुकूमत कोई ध्यान नहीं दे रही है। औक़ाफ़ की मस्जिदों में जो इमाम और मुअज़्ज़न हैं उनको साल भर से ज़्यादा हो गया लेकिन उन्हें तनख़ाह तक नहीं मिली। मजलिस के अध्यक्ष ने कहा कि उर्दू ज़बान के साथ सौतेला व्यवहार है। उर्दू स्कूल ख़त्म किये जा रहे हैं। उर्दू मीडियम स्कूलों में उर्दु में कमज़ोर टीचर्स तालीम दे रहे हैं, टी-जी-टी और पि-जी-टी उर्दू टीचर्स की भर्ती में करप्शन किया गया है। 917 उर्दू वेकेंसीज़ में से सिर्फ़ 177 टीचर्स ही भर्ती किये गए। दिल्ली उर्दू अकादमी में  17 वेकेंसियाँ  बरसों से ख़ाली हैं, दो साल से बजट भी नहीं दिया गया। गणतंत्र दिवस का मुशाएरा भी बंद कर दिया गया। 

कलीमुल-हफ़ीज़ ने  कहा कि हर साल बजट में हज हाउस के लिए रक़म रखी जाती है लेकिन हज हाउस की तामीर की तरफ़ एक क़दम भी नहीं बढ़ता। मजलिस के अध्यक्ष ने कहा कि दिल्ली दंगों में दंगाइयों का साथ दिया गया, अब मुक़दमों में भी टालमटोल से काम लिया जा रहा है। मुसलमानों के घर जले, वही मारे गए, उन्हीं की दुकानें जलीं, और उन्हीं को जेल में डाल दिया गया, कौंसलर ताहिर हुसैन जिसने दंगा रोकने का काम किया उसको अब तक ज़मानत भी नहीं मिली। 

कलीमुल-हफ़ीज़ ने इस बात पर अफ़सोस ज़ाहिर किया कि मुस्लिम इलाक़ों में न सफ़ाई है, न स्कूल हैं, न अस्पताल हैं, यहाँ तक कि मोहल्ला क्लिनिक तक नहीं हैं। अलबत्ता शराब की दुकानें बड़ी संख्या में खोली जा रही हैं, MCD के तमाम कौंसलर मुस्लिम इलाक़ों में तामीरी काम पर मोटी रक़म ऐंठ रहे हैं, 

केजरीवाल ने ढाई सौ स्कूलों का वादा किया था मगर एक स्कूल भी नहीं खोला। मुसलमानों का 82% वोट लेकर तीन बार मुख्यमन्त्री बननेवाले केजरीवाल ने मुस्लिम इलाक़ों, मुस्लिम इदारों, मुस्लिम दानिशवरों को बिलकुल नज़र-अन्दाज़ कर दिया है। वो अपने हिन्दू वोटरों को ख़ुश करने के लिये हनुमान भक्त बन गए हैं। दिल्ली के मुसलमान उन्हें कभी माफ़ नहीं करेंगे। 

कांग्रेस पर निशाना साधते हुए अधियक्ष  ने कहा कि काँग्रेस बूढा शेर है लेकिन उसके खूनी इरादे आज भी जवान हैं, लेकिन कांग्रेस ने ही मुसलमानों को विकास 

 से दूर कर दिया है और दीवार से लगा दिया है  भाजपा हमारी खुली दुश्मन है और तथाकथित सेक्युलर पार्टियां पीछे से वॉर करती हैं  । मजलिस  मुसलमानों और दिल्ली के शोषितों के लिए बढ़िया विकल्प  है।शाह आलम, अब्दुल गफ़र सिद्दीकी, सैयद अनवर इकबाल नकवी, राजकुमार ढलवार, सलाहुद्दीन और अन्य ने भी कार्यक्रम को संबोधित किया।

अब्दुल-ग़फ़्फ़ार सिद्दीक़ी 

मीडिया इंचार्ज 

8287421082

टिप्पणियाँ

इस ब्लॉग से लोकप्रिय पोस्ट

सपा समर्थित उम्मीदवार श्रीमती उज़मा रशीद को अपना बेशकीमती वोट देकर भारी बहुमत से विजई बनाएं

सपा समर्थित उम्मीदवार श्रीमती उजमा आदिल की हार की समीक्षा

सरधना के मोहल्ला कुम्हारान में खंभे में उतरे करंट से एक 11 वर्षीय बच्चे की मौत,नगर वासियों में आक्रोश