भारत को बचाना है तो फेसबुक पर फालतू के पोस्ट व फ़ोटो वीडियो में उलझ कर अपना बहु मूल्य समय नष्ट न करें

 एस. ज़ेड. मलिक(पत्रकार)

भारत को बचाना है तो फेसबुक पर फालतू के पोस्ट व फ़ोटो वीडियो में उलझ कर अपना बहु मूल्य समय नष्ट न करें

                                S Z Malik
इसलिए कि सत्ता में बैठे लोग अपने कुछ गुर्गे पाल रखे है , उनको यही काम दिया गया है कि तुम लोग समाज ने तनाव फैलाओ, हंगामा कराओ समाज का धेयान गरीबी, शिक्षा, बेरोज़गारी महंगाई से हटाओ । इसी उद्देश्य के तहत ऐसे पोस्ट डालने व हिन्दू मुसलमान की भावनाओं को भड़काने वालों को पैसा दिया जाता है । मैं अपने भारत के सभी युवाओं से आ अनुरोध करता हूँ कि कुछ तुच्छ स्वार्थी मानसिकता के लोगों द्वारा लगाई गई आग को अब आप लोग ही बुझा सकते हैं । अपने क़लम की ताकत से , अपने विवेक व बुद्धि के बल से, इसलिए कि जब तक इंसान आपस मे लड़ते रहेंगे धूर्त पाखंडी अपनी रोटियां सेंकते रहेंगे इस देश का विकास तो छोड़िए आप अपना विकास कदापि नहीं कर पाएंगे तो जनता के विकास की क्या उम्मीद ? , आप क्या समझते है कुछ मुट्ठी भर लोगो द्वारा गगनचुम्बी इमारतें खड़ा करने से या मेट्रो रेल, या बुलेट ट्रेन चलाने से देश विकसित कहलायेगा , कदापि नही देश तब विकसित बनेगा जब हमारे देश की युवा पीढ़ी यहीं भारत मे शिक्षित हो कर यहीं नई नई टेक्नालॉजी का अविष्कार करे इसलिए कि हमारे देश की धरती के गर्भ में हर प्रकार के धातु  व गैस एवं तेल उपलब्ध है लेकिन इसका प्रयोग हमारे देश के आविष्कारक नहीं कर रहे हैं न उन्हें करने दिया जा रहा है, हमारे यहां प्राकृतिक द्वारा दी गई तमाम संसाधन हमारे देश के कुछ स्वर्थी लोग दलाल बन कर विदेश के मुट्ठी भर धूर्त शातिर पाखंडी लोगों को अपनी सम्पदा बेच कर भारत की आम जनता को पूंजीवाद का गुलाम बनने पर मजबूर कर दिया है । इसलिए इस समय हम सब के लिए अतिआवश्यक है कि तमाम स्थिति पर मंथन कर " अमीरी रेखा बनाने की बात करें न कि गरीबी रेखा" इस तिलिस्म युक्त जाल को भेदना होगा नही तो जीवन भर यूँही सम्प्रदायिकता की आग में स्वयं तो झुलसते रहोगे आने वाली नस्ले भी उसी आग तपती रहेंगी किसी का कुछ नही बिगड़ेगा सिवा तुम्हारे पुश्तों का! वह हमेशा नफरतों के भँवर में तनावग्रस्त रहेंगे, इसलिए कि प्राकृतिक द्वारा दिया गया सारे संसाधनों पर सभी जीवों का समान अधिकार है, आप यह बात मानते हैं या नही मानते, यदि आप प्राकृतिक को मानते हैं तो प्राकृतिक द्वारा धरती पर दी गई सारी सम्पदा पर भी आम जीवों का समान अधिकार होना चाहिए लेकिन आज इस पर किसका अधिकार है ?  यह सच है या नहीं । यदि लड़ना ही है तो आप सरकार से गोपनीयता के कानून को हटा कर पारदर्शिता का क़ानून बनाने के लिए लड़ें । जिस दिन गोपनीयता का क़ानून भारत से समाप्त कर दिया जाएगा और प्रकृतिक द्वारा दी गई सम्पदा पर सरकार द्वारा क़ानून बना कर बिना भेद भाव के समान रूप से सभी नागरिकों में बराबर वितरित कर दिया जाता है तो उस दिन भारत की जनता ईमानदारी के रास्ते पर चल पड़ेगी, और भारत विश्व मे सशक्त हो जाएगा।

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